पटना: आखिरकार नीतीश कुमार को बीजेपी का साथ देने का फायदा मिल ही गया है. केंद्रीय वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने देश का आम बजट पेश किया. इस बजट से बिहार और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के चेहरे खिल उठे हैं. राज्य को जो महत्वपूर्ण एक्सप्रेस वे की सौगात मिली है उसमें से दो बेहद खास हैं, जिनका बिहारवासियों को बड़ा फायदा होगा.
बिहार की बल्ले-बल्ले: मोदी सरकार ने बिहार को दो नए एक्सप्रेस वे पटना पूर्णिया एक्सप्रेस वे और गया- बक्सर-भागलपुर एक्सप्रेस वे की बड़ी सौगात दी है.इसके साथ ही भारतमाला प्रोजेक्ट के तहत बन रहे एक्सप्रेस वे का काम काफी धीमी गति से चल रहा, जिसे अब केंद्र सरकार ने तीव्रता देने की कोशिश की है. गोरखपुर- सिलीगुड़ी वाया किशनगंज एक्सप्रेस वे और रक्सौल-हल्दिया एक्सप्रेस वे के काम में तेजी लाई जाएगी.
प्रधानमंत्री @NarendraModi जी के नेतृत्व में NDA सरकार बिहार के विकास के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है। राज्य में 26 हजार करोड़ की लागत से कई सड़क संपर्क परियोजनाओं का विकास किया जाएगा।
— Vinod Tawde (@TawdeVinod) July 23, 2024
इन योजनाओं से कई जिलों में चौमुखी तरक्की तो होगी ही, साथ ही रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे।… pic.twitter.com/f5uOt1L3rO
पटना पूर्णिया एक्सप्रेस वे: बिहार को दो नए एक्सप्रेस वे मिले हैं. इनमें पटना पूर्णिया एक्सप्रेस वे की काफी चर्चा है. इस एक्सप्रेस वे की लंबाई 300 किलोमीटर होगी. पटना पूर्णिया एक्सप्रेस वे के बन जाने से कई जिलों की एक दूसरे से कनेक्टिविटी होगी. पटना पूर्णिया एक्सप्रेस वे से पटना, वैशाली, नालंदा, लखीसराय, मुंगेर, खगड़िया, मधेपुरा और पूर्णिया के लोगों को लाभ होगा और उनका सफर बहुत आसान हो जाएगा.
बक्सर-भागलपुर एक्सप्रेस वे: बक्सर-भागलपुर एक्सप्रेस वे की लंबाई 386 किलोमीटर होगी. इन दोनों ही एक्सप्रेस वे पर सौ-सौ किलोमीटर के पैच पर चालू वित्तीय वर्ष में काम प्रारंभ हो जाएगा. बक्सर भागलपुर एक्सप्रेस वे से भी कई जिलों के लोग लाभान्वित होंगे. यह एक्सप्रेस वे बक्सर, भोजपुर, रोहतास, अरवल, औरंगाबाद, गया, जहानाबाद, नवादा, जमुई, शेखपुरा, बांका और भागलपुर को कनेक्ट करेगा.
बोधगया राजगीर वैशाली और दरभंगा पर भी फोकस: बता दें कि 26,000 करोड़ रुपये की कुल लागत से सड़क संपर्क परियोजानाओं का विकास किया जाएगा. बोधगया, राजगीर, वैशाली और दरभंगा में सड़कों के काम में तेजी लाई जाएगी. वहीं बक्सर में गंगा नदी पर नया 2 लेन वाला एक पुल बनाने का भी प्रावधान है.
इन एक्सप्रेस वे के काम को तीव्रता देने की कोशिश: भारतमाला प्रोजेक्ट के तहत बिहार के दो एक्सप्रेस वे का काम काफी धीमी गति से चल रहा है. केंद्र सरकार ने इसे गति देने का प्रयास किया है. निर्मला सीतारमण ने अपने भाषण में कहा कि गोरखपुर सिलीगुड़ी वाया किशनगंज और रक्सौल हल्दिया एक्सप्रेस वे की डीपीआर पर काम पहले से चल रहा है,लेकिन काम की गति धीमी है.
गोरखपुर सिलीगुड़ी वाया किशनगंज एक्सप्रेस वे: भारतमाला प्रोजेक्ट के तहत बनने वाली गोरखपुर सिलीगुड़ी वाया किशनगंज एक्सप्रेस वे की लंबाई 521 किमी है, इसपर पहले से काम चल रहा है. यूपी से शुरू होने वाले यह एक्सप्रेस बिहार होते हुए पश्चिम बंगाल तक जाएगा. यह गोरखपुर-पानीपत एक्सप्रेस से भी जुड़ेगा. इससे गोरखपुर किशनगंज और सिलीगुड़ी तक सीधा संपर्क होगा.
रक्सौल हल्दिया एक्सप्रेस वे: भारतमाला प्रोजेक्ट के तहत बनने वाली रक्सौल हल्दिया एक्सप्रेस वे की 719 किमी के DPR पर पहले से काम चल रहा है. गोरखपुर सिलीगुड़ी वाया किशनगंज एक्सप्रेस वे और रक्सौल हल्दिया एक्सप्रेस वे का काम ठंडे बस्ते में चला गया है. इस एक्सप्रेस-वे का लागत लगभग 54 हजार करोड़ रुपए है. रक्सौल -हल्दिया हाई स्पीड कॉरिडोर बिहार के पूर्वी चंपारण, शिवहर, सीतामढ़ी, मुजफ्फरपुर, बेगूसराय, लखीसराय, जमुई और बांका से गुजरेगा.
बिहार को मिले 58,900 करोड़: बिहार पर केंद्र की कृपा इस बार जमकर बरसी है. सड़कों के लिए बिहार को 26 हजार करोड़ मिले हैं. वहीं पावर प्रोजेक्ट्स के लिए 21,400 करोड़ और बाढ़ आपदा के लिए 11,500 करोड़ रुपये मिलेंगे. बिहार को कुल 58,900 करोड़ रुपये आवंटित किए गये हैं.
बिहार का होगा चहुंमुखी विकास: एक्सप्रेस वे के बनने से बिहार को कई फायदे होंगे. प्रदेश में व्यापार करना आसान होगा. लोगों को यात्रा करने में सुविधा होगी. इसके निर्माण से रोजगार के अवसर बढ़ेंगे.