पटना : राजधानी पटना के पाटलिपुत्र स्टेशन के पास लखनऊ मिलिट्री इंटेलिजेंस की टीम ने गुप्त सूचना के आधार पर छापेमारी कर रुपए 2000 के नोट, जो कि 9 लाख 74 हजार रुपए के नोटों के साथ 14 व्यक्तियों को गिरफ्तार किया गया है. इंटेलिजेंस को 5 करोड़ के नोट बदले जाने की सूचना मिली थी.
2000 रुपए के बदलने के खेल का पर्दाफाश : बता दें कि मिलिट्री इंटेलिजेंस लखनऊ की टीम को ने गोपनीय सूचना के आधार पर पाटलिपुत्र थाना अंतर्गत, पाटलिपुत्र जंक्शन के पास पाटलिपुत्र हेरिटेज अपार्टमेंट के रूम नंबर 208 में छापेमारी कर बरामद किया. इस दौरान मौके से 9 लाख 74 हजार रुपए रिकवर किए गए. ये रुपए 2000 के बंद हो चुके नोटों के रूप में थे, जिन्हें बदलने के गोरखधंधे का खुलासा हुआ है. इस मामले में FIR दर्ज की जा चुकी है.
परसेंटेज पर बदलते थे रुपए : इन आरोपियों से 14 मोबाइल फोन, तीन कार, 1 बाइक बरामद हुई है. सभी के फोन से जो भी फोटो मिली है उसके आधार पर जांच की जा रही है. ये लोग 2000 के नोटों की अदलाबदली परसेंटेज के हिसाब से लिया करते थे. उनकी टीम में तकरीबन सैकड़ों लोग काम करते हैं जो बंद हो चुके नोंटो के बदले में कमीशन लेकर रुपए को बदलते थे. संभावना है कि कई बैंकों के कर्मचारी भी इसमें शामिल हो सकते हैं. पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है.
''आर्मी इंटेलिजेंस की सूचना पर हम लोगों ने पाटलिपुत्र स्टेशन के नजदीक एक फ्लैट में छापेमारी की जहां से 14 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. उनके पास से बंद पड़े 2000 रुपया के 9 लाख 74 हजार रुपया कैश बरामद किए गए हैं. साथ ही 14 मोबाइल फोन बरामद किया गया है. उनके मोबाइल में जिस जिस राज्य से लोगों ने तस्वीर भेजी है. उसकी जांच की जा रही है. बड़े पैमाने पर नोट की अदला बदली इन्होंने बिहार में करनी थी. जिसको लेकर ये लोग आए थे. आगे पूछताछ की जा रही है. जल्दी सभी सरगना को गिरफ्तार कर लिया जाएगा.''- अभिनव धीमन, पटना सिटी एसपी, पश्चिम
2016 में लागू हुई थी नोटबंदी : बता दें कि साल 2016 में मोदी सरकार ने नोटबंदी लागू की थी. तब पुराने 500 और 1000 रुपए के नोटों को बंद कर दिया गया था. जब दोबारा नोट छापे जाने लगे तो 2000 रुपए के नोट छापे गए. लेकिन भारतीय रिजर्व बैंक ने पिछले साल 19 मई 2023 को देश की सबसे बड़ी करेंसी 2000 रुपये के नोटों को बंद कर सर्कुलेशन से बाहर कर दिया था. लेकिन उससे पहले इन नोटों का सर्कुलेशन सरकार ने बैंकों के जरिए रोक दिया था.
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