रांची: पूरे देश में इंडिया गठबंधन की लहर चल रही है. इसबार झारखंड की सभी 14 सीटों पर इंडिया गठबंधन की जीत होगी. यह दावा है राज्य के मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन का. ईटीवी भारत के ब्यूरो चीफ राजेश कुमार से विशेष बातचीत में उन्होंने कहा कि मोदी सरकार के दस साल के कार्यकाल को जनता देख चुकी है. यह सरकार सिर्फ जुमलेबाजी करती आई है. बेरोजगारी, महंगाई, भ्रष्टाचार, कल्पना सोरेन की सक्रियता, सरना धर्म कोड, स्थानीय नीति, ओबीसी आरक्षण समेत अन्य मसलों से जुड़े सवालों पर उन्होंने अपना पक्ष रखा.
झारखंड में हो रहे चुनाव पर आपका दावा और दलील क्या है
सीएम चंपाई सोरेन ने कहा कि देश में इंडिया गठबंधन एक मुद्दा, एक सोच के साथ मैदान में है. बेरोजगारी, महिलाओं का उत्थान समेत कई घोषणाएं की गई हैं. लेकिन देश के पीएम मोदी ने दस साल में जो भी घोषणाएं की वह जुमला साबित हो गया. इसको देश की जनता समझ चुकी है. इसका फायदा इंडिया गठबंधन को होना है. हमारी सरकार जनकल्याण को लेकर हुए काम के आधार पर वोट मांग रही है. इस राज्य में लंबे समय तक भाजपा का राज रहा लेकिन ना तो आदिवासी का कल्याण हुआ और ना ही मूलवासी और गरीब का. आदिवासी को बचाने के लिए सरना धर्म कोड को मान्यता नहीं दिया जा रहा है. ओबीसी को 14 से 27 प्रतिशत आरक्षण देने की मांग को ठंडे बस्ते में डालकर रखा गया है. राजभवन में यह मामला पेंडिंग है. स्थानीय नीति पर भी भाजपा ने चुप्पी साध रखी है.
भाजपा आदिवासी विरोधी है तो केंद्र में अर्जुन मुंडा कैसे बन गये मंत्री
सीएम चंपाई सोरेन से पूछा गया कि केंद्र की सरकार ने यहीं के सांसद अर्जुन मुंडा को जनजातीय मामलों का मंत्री बनाया. भगवान बिरसा मुंडा की जयंती को आदिवासी गौरव दिवस के रूप में मनाया जा रहा है. ऐसा पहले नहीं हुआ. इसपर सीएम ने कहा कि विश्व आदिवासी दिवस पर एक शुभकामना तक नहीं दिया जा रहा है. सरना धर्म कोड के लिए जनगणना लिस्ट में कॉलम क्यों नहीं बनाया जा रहा है. इनको आदिवासी हितैषी कैसे कह सकते हैं.
किस आधार पर 14 सीटों पर जीत का कर रहे हैं दावा
इस सवाल के जवाब ने सीएम चंपाई सोरेन ने कहा कि दस साल से केंद्र में मोदी सरकार हैं. इन लोगों ने पीएम आवास का पैसा देना बंद कर दिया. मजबूर होकर हमारी सरकार को अबुआ आवास योजना शुरू करना पड़ा. हमारी सरकार यहां के गरीबों को सर्वजन पेंशन योजना का लाभ दे रही है. इससे गरीबों को सीधा फायदा हो रहा है.
दस साल में महंगाई और बेरोजगारी पर क्यों नहीं हुई बात
सीएम ने कहा कि ये लोग कौन सा मुद्दा लेकर आए हैं. कभी महंगाई और बेरोजगारी की बात नहीं की. एक बार उज्ज्वला योजना के तहत गैस सिलेंडर दे दिया. इसके बाद कोई सुविधा नहीं . ये लोग महंगाई के नाम पर 2014 में सत्ता में आए थे. अब गैस सिलेंडर 400 से 1200 रु. हो गया. पेट्रोल का दाम भी 100 रु. प्रति लीटर से ऊपर चला गया. इनकी कोई घोषणा सच साबित नहीं हुई.फिर किस आधार पर वोट मांग रहे हैं.
गरीबी कम हुई है, अर्थव्यवस्था को मिली है मजबूती
सीएम ने कहा कि गरीबी कैसे कम हुई है. आज भी आप 80 करोड़ जनता को 5 किलो अनाज दे रहे हैं. इससे साफ है कि गरीबी बरकरार है. अगले पांच साल के लिए फिर अनाज देने की बात कर रहे हैं. गरीबों को उस रेखा से बाहर कैसे निकाला जाए, इसके लिए कोई बात नहीं हो रही है. हां, इस सरकार ने चंद पूंजीपतियों के लिए जरुर काम किया है. उनकी तरक्की हुई.
झारखंड सरकार सभी गरीबों को दे रही है पेंशन
केंद्र सरकार ने गरीबों के लिए कुछ नहीं किया. सीएम चंपाई सोरेन ने कहा कि हमारी सरकार गरीबों को अपने बूते पेंशन दे रही है. सिंचाई पर फोकस किया जा रहा है. आने वाले समय में यहां के किसान देश को अनाज खिलाएंगे.
भ्रष्टाचार में फंसे मंत्री पर कब होगा एक्शन
इस सवाल के जवाब में सीएम चंपाई सोरेन ने कहा कि देश के कई राज्यों में कार्रवाई हुई है. आरोप साबित हुए बगैर आरोपी मंत्री आलमगीर आलम को मंत्रिमंडल से कैसे हटाया जा सकता है. एजेंसी के काम में सरकार कोई हस्तक्षेप नहीं कर रही है. लेकिन यह भी देखना चाहिए कि भ्रष्टाचार में घिरे दूसरे लोगों पर कार्रवाई क्यों नहीं हो रही है. भ्रष्टाचार पर कानून अपना काम कर रहा है. कोर्ट से नतीजा आने के बाद ही किसी निर्णय तक पहुंचा जा सकता है.
क्या सीएम की पैरेलल हैं कल्पना सोरेन
दरअसल, गिरिडीह से झामुमो के विधायक सुदिव्य कुमार सोनू ने ही एक कार्यक्रम में कहा था कि कल्पना सोरेन को सीएम के पैरेलल नेता मानकर वोट देना है. इसके जवाब में उन्होंने कहा कि कुछ लोग क्या कहते हैं, एक-दो लोगों ने क्या कहा, ऐसा प्रश्न का जवाब देना सही नहीं है.
क्या कल्पना सोरेन को तैयार किया जा रहा है
सीएम चंपाई सोरेन ने कहा कि कल्पना सोरेन निर्दलीय चुनाव नहीं लड़ रही हैं. उनको पार्टी ने अधिकृत किया है. जहां तक गांडेय सीट के पहले से खाली करने की बात है तो यह पार्टी की रणनीति का हिस्सा है. हम पार्टी की रणनीति का खुलासा नहीं कर सकते.
बहुमत मिलने पर पीएम कौन होगा
सीएम से पूछा गया कि अगर देश में इंडिया गठबंधन की लहर चल रही है तो बहुमत आने पर पीएम कौन होगा. जवाब में सीएम चंपाई सोरेन ने कहा कि यह गठबंधन तय करेगा. इसके लिए बेचैन होने की जरुरत नहीं है.
हेमंत से जेल में क्या बात होती है
हेमंत सोरेन पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष हैं. उनसे जब भी मुलाकात हुई तो पार्टी को लेकर ही चर्चा हुई है. गठबंधन के तहत किसको टिकट देना है. सीट का शेयरिंग कैसे होगा. संगठन को कैसे और मजबूत करना है. इन्हीं मामलों पर उनसे चर्चा होती है.
भाजपा के 400 पार के नारे में नहीं है दम
सीएम चंपाई सोरेन का कहना है कि समझ में नहीं आता कि आखिर भाजपा वाले किस आधार पर दावा कर रहे हैं कि इस बार 400 से ज्यादा सीटें जीतेंगे. अगर ऐसा है तो पीएम को जगह-जगह रात क्यों बितानी पड़ रही है. 2019 में झारखंड विधानसभा चुनाव के दौरान भी 65 पार का दावा किया जा रहा था. नतीजा क्या निकला. भाजपा 25 पर सिमट गई. इसलिए इनको जनता समझ चुकी है.
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