नई दिल्ली: दिल्ली में आगामी विधानसभा चुनावों की तैयारी जोर पकड़ चुकी है. इस राजनीतिक सरगर्मी के बीच, आम आदमी पार्टी (AAP) की सरकार ने पंजाब के शिक्षकों के प्रति एक बड़ा वादा किया था, जो अब विवादों में घिरता नजर आ रहा है. सोमवार को पंजाब से आए 180 ETT शिक्षकों ने दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के आवास के बाहर प्रदर्शन किया, जिससे स्थिति तनावपूर्ण हो गई.
पंजाब से आए शिक्षकों का आरोप है कि उनके पे स्केल के मामले में उनकी सुनवाई नहीं हुई. उन्होंने अपने हाथों में गुलाब लेकर प्रदर्शन किया और अपनी मांगों को लेकर नारेबाजी की. उन्होंने कहा कि पंजाब में उनकी सुनवाई नहीं हो रही थी, जिसके कारण उन्होंने दिल्ली आने का निर्णय लिया ताकि अरविंद केजरीवाल से मदद मिल सके.
हालांकि, जैसे ही शिक्षकों ने नारे लगाना शुरू किया, दिल्ली पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया. प्रदर्शन कर रहे शिक्षकों ने यह आरोप लगाया कि यह उनके शांतिपूर्ण प्रदर्शन के अधिकार का उल्लंघन है. एक प्रदर्शनकारी शिक्षक ने कहा, "हमने पिछले कई महीनों से पंजाब में प्रदर्शन किया, लेकिन हमारी बात कोई सुनने वाला नहीं है. अरविंद केजरीवाल ने चुनाव से पहले हमें वादा किया था, लेकिन अब वह अपने वादों से मुकर रहे हैं."
इस प्रदर्शन के दौरान, शिक्षकों ने यह भी कहा कि पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान केवल अरविंद केजरीवाल की बातों को ही महत्व देते हैं और उनकी समस्याओं का समाधान नहीं कर रहे हैं. इस स्थिति ने आम आदमी पार्टी के लिए चुनाव के पहले चुनौतियां खड़ी कर दी है.
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