लुधियाना: खन्ना में रविवार को चलती ट्रेन का इंजन अलग हो गया. इंजन करीब 3 किमी. आगे निकल गया. इसके बाद ट्रैक पर काम कर रहे रेलवे विभाग के कीमैन ने शोर मचाकर ड्राइवर को इसकी जानकारी दी. इसके बाद ड्राइवर ने इंजन बंद कर दिया और इंजन को गाड़ी से दोबारा जोड़ दिया. यह हादसा पटना से जम्मू तवी जा रही अर्चना एक्सप्रेस ट्रेन के साथ हुआ. गनीमत यह रही कि इस दौरान कोई दूसरी ट्रेन नहीं आई, जिससे हजारों यात्रियों की जान बच गई.
सरहिंद जंक्शन पर बदला गया था इंजन: इस बीच ट्रेन के कोच अटेंडेंट ने बताया कि ट्रेन संख्या 12355/56 अर्चना एक्सप्रेस पटना से जम्मू तवी जा रही थी. फतेहगढ़ साहिब के सरहिंद जंक्शन पर इसका इंजन बदला गया. इंजन सही तरीके से बोगियों से नहीं जुड़ा था, फिर भी ट्रेन को आगे बढ़ा दिया गया. इसके बाद खन्ना में इंजन डिब्बों से अलग हो गया. इसकी भनक ड्राइवर को भी नहीं लगी. इस ट्रेन में करीब 2 से ढाई हजार यात्री सवार थे.
रेलवे गार्ड का कहना है कि ट्रेन का इंजन अचानक अलग हो गया. उन्होंने देखा तो वायरलेस से संदेश भेजा. वहीं कीमैन ने बताया कि वह रेलवे ट्रैक पर काम कर रहा था. तभी देखा कि सिर्फ इंजन आ रहा था ट्रेन पीछे खड़ी थी. उसने चिल्लाकर ड्राइवर को जानकारी दी. इसके बाद ड्राइवर ने इंजन बंद कर दिया. रेलवे अधिकारियों को भी सूचना दी गई. ड्राइवर ने तुरंत इंजन को वापस लिया और फिर उसे ट्रेन से जोड़कर जम्मू के लिए रवाना किया गया. कीमैन ने कहा कि इससे बड़ा हादसा हो सकता था. बोगियां पटरी से उतरने से बच गईं.
रेलवे विभाग की ओर से जांच शुरू : अंबाला डिवीजन के सीनियर डीसीएम कोचिंग नवीन कुमार ने बताया कि घटना की जांच शुरू कर दी गई है. सरहिंद जंक्शन पर फुटेज देखी जाएगी कि क्या किसी ने इंजन और बोगियों को जोड़ने वाले हुक के साथ छेड़छाड़ की है या कर्मचारियों की ओर से लापरवाही हुई है. यदि कोई यात्री ने ऐसा किया है तो उचित कार्रवाई की जाएगी. लापरवाही पाए जाने पर स्टाफ के खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी. फिलहाल रेलवे इंजन की जांच अमृतसर में की जाएगी.
यात्रियों ने कहा- बच गई जान: वहीं, प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि ट्रेन का इंजन अलग होकर काफी दूर तक चला गया था. कई साल पहले इस जगह से कुछ ही दूरी पर कौरी गांव में एक रेल दुर्घटना हुई थी, जिसने यादें ताजा कर दीं. यह रेलवे विभाग की लापरवाही है. इसमें सुधार होना चाहिए. उधर, यात्रियों का कहना था कि भगवान ने उन्हें बचा लिया.