कोच्चि: प्रधानमंत्री द्वारा करुवन्नूर सहकारी बैंक धोखाधड़ी मामले और ईडी जांच का उल्लेख करने के कुछ ही दिनों के भीतर केंद्रीय एजेंसी ने घोटाले में अपनी भूमिका के संबंध में सत्तारूढ़ सीपीआईएम के खिलाफ निर्णायक कदम उठाया. ईडी ने चुनाव आयोग को जानकारी दी कि सीपीएम के करुवन्नूर बैंक में पांच गुप्त खाते हैं और उनका विवरण भी साझा किया है.
ईडी का आरोप है कि ये खाते सहकारी नियमों और बैंक नियमों का उल्लंघन कर खोले गए थे. ईडी ने पाया कि इन खातों के माध्यम से अवैध बेनामी ऋण स्वीकृत किए गए थे. ईडी का कहना है कि इस खाते की जानकारी ऑडिट से छिपाई गई थी. इसके अलावा ईडी का कहना है कि त्रिशूर जिले में कई रहस्यमय खाते हैं और विस्तृत जांच की जरूरत है.
अवैध तरीके से खोले गए खातों से करोड़ों रुपये का लेनदेन हुआ है. चुनाव आयोग को दी अपनी रिपोर्ट में ईडी ने कहा है कि इस संबंध में जांच जारी है. साथ ही यह जानकारी केंद्रीय वित्त मंत्रालय और भारतीय रिजर्व बैंक को भेज दी गई है. इससे पहले करुवन्नूर मामले में ईडी ने आरोप लगाया था कि सीपीएम के पास गुप्त खाता और लेनदेन हुआ था.
इस बात की भी आलोचना हुई कि ईडी की कार्रवाई करुवन्नूर मामले के संबंध में प्रधानमंत्री के बयान के बाद की गई. ये राजनीति से प्रेरित है. केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन हालिया कदम पर प्रतिक्रिया देने के लिए तैयार नहीं थे. पत्रकारों ने इस घटनाक्रम पर उनकी टिप्पणी लेने की कोशिश की. इस पर सीएम ने प्रश्न को यह कहते हुए टाल दिया कि अगर उन्होंने इस खबर से संबंधित एक प्रश्न का उत्तर दिया कि करुवन्नूर सहकारी बैंक में पाए गए सीपीएम के 5 गुप्त खातों का विवरण चुनाव आयोग को सौंप दिया गया है, तो पूरा समय समाप्त हो जाएगा. मुख्यमंत्री ने पत्रकारों को याद दिलाया कि प्रेस कॉन्फ्रेंस के लिए निर्धारित समय समाप्त हो गया है और वह बाद में जवाब देंगे.