रायगढ़: धर्मजयगढ़ के छाल रेंज में हाथी के बच्चे का शव वन विभाग को मिला है. शक जताया जा रहा है कि हाथी के बच्चे की मौत तालाब के कीचड़ में फंसकर डूबने से हो गई. संभागीय वन अधिकारी रायगढ़ के मुताबिक हाथी के बच्चे का शव देखकर ये भी लग रहा है कि उसे बड़े हाथियों ने कुचल दिया हो. नहाने के लिए सभी हाथी तालाब में उतरे थे उसी दौरान हाथियों के पैरों के नीचे छोटा हाथी आ गया. वन विभाग के अधिकारी का कहना है कि इलाके में 52 हाथियों का झुंड मौजूद है.
हाथी के बच्चे की मौत: वन विभाग का कहना है कि हाथी के बच्चे का शव तालाब से बरामद किया गया है. वन विभाग का कहना है कि जांच के दौरान हाथी के फेफड़ों में पानी भरा मिला है. इससे ये संभावना जताई जा रही है कि हाथी मौत डूबने से हुई होगी. पानी के भीतर दम घुटने की वजह भी मौत की मानी जा रही है. वन विभाग की टीम ने हाथी के बच्चे का पोस्टमार्टम कर उसके शव को दफना दिया है.
शुरुआती रिपोर्ट के मुताबिक ऐसा लगात है कि हाथी के बच्चे को बड़े हाथियों ने कुचल दिया. तालाब में घुसने के दौरान ऐसा हुआ होगा. पीएम रिपोर्ट में हाथी के फेफड़ों में पानी भरा मिला है. :अभिषेक जोगावत, संभागीय वन अधिकारी, रायगढ़
अबतक तीन हाथियों की हो चुकी है मौत: वन विभाग के आंकड़ों के मुताबिक इस साल तीन हाथियों की मौत अलग अलग घटनाओं में हो चुकी है. पूर्व में अधिकारियों ने बताया है कि बीते छह सालों में छत्तीसगढ़ में करीब 80 हाथियों की मौत हुई है. इन मौतों में बीमारी, उम्र और करंट की घटनाएं शामिल हैं. बीते कई सालों से इंसानों और हाथियों के बीच टकराव की भी घटनाएं बढ़ी हैं.
(सोर्स पीटीआई)