ETV Bharat / bharat

धरमजयगढ़ के छाल रेंज में डूबने से हाथी के बच्चे की मौत, 52 हाथियों का झुंड इलाके में एक्टिव

रायगढ़ में एक और हाथी की मौत हो गई. ''संभावना है कि हाथी के बच्चे की मौत कीचड़ में फंसने से हुई है''.

ELEPHANT CALF DIES DUE TO DROWNING
52 हाथियों का झुंड इलाके में एक्टिव (ETV Bharat)
author img

By ETV Bharat Chhattisgarh Team

Published : Nov 21, 2024, 7:13 PM IST

रायगढ़: धर्मजयगढ़ के छाल रेंज में हाथी के बच्चे का शव वन विभाग को मिला है. शक जताया जा रहा है कि हाथी के बच्चे की मौत तालाब के कीचड़ में फंसकर डूबने से हो गई. संभागीय वन अधिकारी रायगढ़ के मुताबिक हाथी के बच्चे का शव देखकर ये भी लग रहा है कि उसे बड़े हाथियों ने कुचल दिया हो. नहाने के लिए सभी हाथी तालाब में उतरे थे उसी दौरान हाथियों के पैरों के नीचे छोटा हाथी आ गया. वन विभाग के अधिकारी का कहना है कि इलाके में 52 हाथियों का झुंड मौजूद है.

हाथी के बच्चे की मौत: वन विभाग का कहना है कि हाथी के बच्चे का शव तालाब से बरामद किया गया है. वन विभाग का कहना है कि जांच के दौरान हाथी के फेफड़ों में पानी भरा मिला है. इससे ये संभावना जताई जा रही है कि हाथी मौत डूबने से हुई होगी. पानी के भीतर दम घुटने की वजह भी मौत की मानी जा रही है. वन विभाग की टीम ने हाथी के बच्चे का पोस्टमार्टम कर उसके शव को दफना दिया है.

शुरुआती रिपोर्ट के मुताबिक ऐसा लगात है कि हाथी के बच्चे को बड़े हाथियों ने कुचल दिया. तालाब में घुसने के दौरान ऐसा हुआ होगा. पीएम रिपोर्ट में हाथी के फेफड़ों में पानी भरा मिला है. :अभिषेक जोगावत, संभागीय वन अधिकारी, रायगढ़

अबतक तीन हाथियों की हो चुकी है मौत: वन विभाग के आंकड़ों के मुताबिक इस साल तीन हाथियों की मौत अलग अलग घटनाओं में हो चुकी है. पूर्व में अधिकारियों ने बताया है कि बीते छह सालों में छत्तीसगढ़ में करीब 80 हाथियों की मौत हुई है. इन मौतों में बीमारी, उम्र और करंट की घटनाएं शामिल हैं. बीते कई सालों से इंसानों और हाथियों के बीच टकराव की भी घटनाएं बढ़ी हैं.

(सोर्स पीटीआई)

बलरामपुर में हाथी की मौत, पूरी प्लानिंग के साथ किसान ने खेत में बिछाया बिजली का तार
बलरामपुर के मानिकपुर में हाथी की संदिग्ध मौत, वन विभाग की जांच जारी
चुहकीमार जंगल में करंट से तीन हाथियों की मौत की होगी जांच, बिलासपुर में शिकारियों ने ली हाथी के बच्चे की जान
बलरामपुर में झुंड से बिछड़े हाथी की मौत पर हाहाकार, जांच में जुटी वन विभाग की टीम
कोरबा के पसान रेंज में हाथी की मौत का मामला, आर पार के मूड में वन विभाग, बिजली विभाग के खिलाफ हो सकती है कार्रवाई !

रायगढ़: धर्मजयगढ़ के छाल रेंज में हाथी के बच्चे का शव वन विभाग को मिला है. शक जताया जा रहा है कि हाथी के बच्चे की मौत तालाब के कीचड़ में फंसकर डूबने से हो गई. संभागीय वन अधिकारी रायगढ़ के मुताबिक हाथी के बच्चे का शव देखकर ये भी लग रहा है कि उसे बड़े हाथियों ने कुचल दिया हो. नहाने के लिए सभी हाथी तालाब में उतरे थे उसी दौरान हाथियों के पैरों के नीचे छोटा हाथी आ गया. वन विभाग के अधिकारी का कहना है कि इलाके में 52 हाथियों का झुंड मौजूद है.

हाथी के बच्चे की मौत: वन विभाग का कहना है कि हाथी के बच्चे का शव तालाब से बरामद किया गया है. वन विभाग का कहना है कि जांच के दौरान हाथी के फेफड़ों में पानी भरा मिला है. इससे ये संभावना जताई जा रही है कि हाथी मौत डूबने से हुई होगी. पानी के भीतर दम घुटने की वजह भी मौत की मानी जा रही है. वन विभाग की टीम ने हाथी के बच्चे का पोस्टमार्टम कर उसके शव को दफना दिया है.

शुरुआती रिपोर्ट के मुताबिक ऐसा लगात है कि हाथी के बच्चे को बड़े हाथियों ने कुचल दिया. तालाब में घुसने के दौरान ऐसा हुआ होगा. पीएम रिपोर्ट में हाथी के फेफड़ों में पानी भरा मिला है. :अभिषेक जोगावत, संभागीय वन अधिकारी, रायगढ़

अबतक तीन हाथियों की हो चुकी है मौत: वन विभाग के आंकड़ों के मुताबिक इस साल तीन हाथियों की मौत अलग अलग घटनाओं में हो चुकी है. पूर्व में अधिकारियों ने बताया है कि बीते छह सालों में छत्तीसगढ़ में करीब 80 हाथियों की मौत हुई है. इन मौतों में बीमारी, उम्र और करंट की घटनाएं शामिल हैं. बीते कई सालों से इंसानों और हाथियों के बीच टकराव की भी घटनाएं बढ़ी हैं.

(सोर्स पीटीआई)

बलरामपुर में हाथी की मौत, पूरी प्लानिंग के साथ किसान ने खेत में बिछाया बिजली का तार
बलरामपुर के मानिकपुर में हाथी की संदिग्ध मौत, वन विभाग की जांच जारी
चुहकीमार जंगल में करंट से तीन हाथियों की मौत की होगी जांच, बिलासपुर में शिकारियों ने ली हाथी के बच्चे की जान
बलरामपुर में झुंड से बिछड़े हाथी की मौत पर हाहाकार, जांच में जुटी वन विभाग की टीम
कोरबा के पसान रेंज में हाथी की मौत का मामला, आर पार के मूड में वन विभाग, बिजली विभाग के खिलाफ हो सकती है कार्रवाई !
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.