नई दिल्ली : चुनाव आयुक्त अरुण गोयल ने 2024 के लोकसभा चुनाव कार्यक्रम की संभावित घोषणा से कुछ दिन पहले शनिवार को पद से इस्तीफा दे दिया. गोयल का कार्यकाल दिसंबर 2027 तक था. कानून मंत्रालय की अधिसूचना के अनुसार, गोयल का इस्तीफा शनिवार को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने स्वीकार कर लिया जो आज से ही प्रभावित हो गया.
हालांकि, तत्काल यह पता नहीं चला पाया है कि गोयल ने इस्तीफा क्यों दिया. सेवानिवृत्त नौकरशाह गोयल पंजाब कैडर के 1985-बैच के आईएएस अधिकारी थे. वह नवंबर 2022 में निर्वाचन आयोग में शामिल हुए थे. फरवरी में अनूप पांडे की सेवानिवृत्ति और गोयल के इस्तीफे के बाद, तीन सदस्यीय निर्वाचन आयोग समिति में अब केवल मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार हैं.
बता दें अरुण गोयल 1985 बैच के आईएएस अफसर रहे हैं. उन्होंने 18 नवबंर 2022 को स्वेच्छा से रियाटरमेंट ले लिया था और इसके दूसरे ही दिन उन्हें चुनाव आयुक्त नियुक्त कर दिया गया था. इस पर सुप्रीम कोर्ट ने मामले की सुनवाई करते सरकार से जानकारी मांगी थी कि आखिर इतनी जल्दबाजी क्यों थी कि वीआरएस लेने के अगले ही दिन उन्हें चुनाव आयुक्त के पद पर नियुक्त कर दिया गया.
फिलहाल लोकसभा चुनाव 2024 की तैयारियों के मद्देनजर चुनाव आयोग की टीम को जम्मू कश्मीर जाना है. वहीं आयोग की टीम अभी दो दिन पूर्व ही पश्चिम बंगाल से वापस लौटी है. ऐसे में चुनाव आयुक्त अरुण गोयल का अचानक इस्तीफा देने का कोई कारण सामने नहीं आया है.
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