अमरावती: आंध्र प्रदेश में हिंसा की हालिया घटनाओं पर चुनाव आयोग ने अपना गुस्सा जाहिर किया है. इस संबंध में तीन जिलों के एसपी को बुलाकर चुनाव आयोग ने पूछताछ की. इस दौरान आयोग ने उनसे पूछा कि उन्होंने हिंसा की अनदेखी क्यों की. उनके द्वारा दिए गए स्पष्टीकरण को केंद्रीय चुनाव आयोग को भेजा जाएगा और आगे की कार्रवाई की जाएगी.
चुनाव आचार संहिता लागू होने के बाद हुई हिंसा पर राज्य के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने संबंधित जिलों के एसपी से पूछताछ की. चुनाव आयोग ने इस बात पर खेद व्यक्त किया कि तनावपूर्ण स्थिति के कारण हत्याओं की घटना पर भी जिलों के एसपी ने उनकी उपेक्षा क्यों की.
चुनाव आयोग ने राज्य के अमरावती सचिवालय में क्रमशः नंदयाला, पलनाडु और प्रकाशम जिले के एसपी रघुवीरा रेड्डी, परमेश्वर रेड्डी और रविशंकर रेड्डी से मुलाकात की और हिंसा की घटनाओं पर स्पष्टीकरण मांगा.चुनाव आयोग ने अल्लागड्डा और गिद्दलूर में हत्याओं और मचर्ला में टीडीपी नेता की कार जलाने के बारे में भी सवाल किए. आयोग ने अधिकारियों से पूछा की इन घटनाओं के पीछे कौन है?
चुनाव आयोग ने उन परिस्थितियों के बारे में पूछताछ की जिनके कारण हत्याएं हुईं और इस बात से इनकार किया कि वे उन पर नियंत्रण क्यों नहीं कर सके. इस मुलाकात में मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी मुकेश कुमार मीणा और एडिशनल डीजी शंख ब्रताबाघची ने आमने-सामने बात की. तीनों एसपी को अलग-अलग बुलाकर स्पष्टीकरण पूछा गया.