कोरबा: जिले के पोड़ी उपरोड़ा में एकलव्य आवासीय विद्यालय के गर्ल्स हॉस्टल में अधीक्षिका द्वारा बच्चियों से मारपीट और उन्हें प्रताड़ित करने का मामला सामने आया है. हॉस्टल में बवाल के बाद अभिभावकों ने इसकी शिकायत एसडीएम से की है. इसके बाद एसडीएम ने जांच कर रिपोर्ट उच्च अधिकारियों को सौंपने की बात कही है.
आदिवासी बच्चों की बेहतर शिक्षा के लिए चलाया जा रहा एकलव्य रेसिडेंस स्कूल : जिले के वनांचल विकासखंड में आदिवासी बच्चियों को बेहतर शिक्षा देने के लिए एकलव्य आवासीय विद्यालय चलाया जा रहा है. रेसेडेंशियल स्कूल होने के कारण बच्चियों के रहने के लिए हॉस्टल की भी सुविधा है जहां बच्चियां रहती है और पढ़ती है. रविवार को जब बच्चियों के परिजन उनसे मिलने पहुंचे तो परिजन से बच्चियों ने हॉस्टल में अव्यवस्थाओं को लेकर शिकायत की. आरोप है कि उस बात की जानकारी होने पर अधीक्षिका ने एक बच्ची का बाल खींचकर मारपीट की है.
जनपद पंचायत का घेराव भी किया : बच्चों ने हॉस्टल अधीक्षिका की शिकायत लेकर जनपद पंचायत में घेराव भी किया था. जिसकी जानकारी पर आदिवासी विकास विभाग ने जांच टीम गठित कर जांच कराई है. परिजनों ने आरोप लगाया कि विभाग द्वारा अधीक्षिका को बचाने का भी प्रयास किया जा रहा है.
बच्चियों के साथ मानसिक और शारीरिक प्रताड़ना, होनी चाहिए करवाई : हॉस्टल की एक बच्ची के पिता वीरेंद्र मरकाम ने बताया "हॉस्टल की अधीक्षिका द्वारा बच्चों को प्रताड़ित किया जा रहा है. मानसिक प्रताड़ना के साथ ही बाल खींचकर मारपीट की गई है. इस तरह की हरकत बच्चियों के साथ नहीं होनी चाहिए. हॉस्टल आदिवासी बच्चियों को बेहतर शिक्षा देने के लिए खोला गया है ना कि उन्हें प्रताड़ित करने के लिए, इसलिए हम सभी अभिभावक चाहते हैं कि अधीक्षिका के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए. पहले तो बच्चियों ने संकोचवश हमें कुछ नहीं बताया लेकिन जानकारी मिलने पर हमने इसकी शिकायत दर्ज कराई है."
शिकायत पर की गई है जांच, भोजन में सुधार : पोड़ी उपरोड़ा अनुभाग की एसडीएम सरोज महिलांगे का कहना है कि इस संबंध में शिकायत मिली है. भोजन व्यवस्था में सुधार गया कराया गया है. पानी का भी इंतजाम किया गया है. अन्य शिकायतों के संबंध में भी हमने जांच की है. कार्रवाई के लिए उच्च कार्यालय को जांच के निर्देश दे दिए गए हैं.
इधर सूरजपुर के प्रतापपुर एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय के छात्र भी जनपद पंचायत के सामने धरने पर बैठ गए हैं. छात्रों ने प्राचार्य पर मारपीट और प्रताड़ना का आरोप लगाया है. छात्रों ने मांग की है कि जब तक कलेक्टर उनकी बात नहीं सुनते वो धरने से नहीं हटेंगे.