दंतेवाड़ा : छत्तीसगढ़ में नक्सल उन्मूलन अभियान और छत्तीसगढ़ शासन की पुनर्वास नीति के तहत नक्सलियों की घर वापसी जारी है. इसी कड़ी में जिला पुलिस और सीआरपीएफ भटके हुए लोगों को समाज की मुख्यधारा से जोड़ने के लिए संवाद और संपर्क कर रही है. इसी का असर है कि बड़ी संख्या में नक्सली सरेंडर कर रहे हैं. लोन वर्राटू अभियान के तहत बुधवार को कुल 18 नक्सलियों ने सरेंडर किया है.
18 नक्सलियों ने किया सरेंडर : नक्सलियों के अमानवीय, आधारहीन विचारधारा और शोषण से तंग आकर युवा अब हथियार डाल रहे हैं. दंतेवाड़ा जिले में लोन वर्राटू अभियान के तहत 18 नक्सलियों ने हथियार डाले. नक्सलियों ने पुलिस उप महानिरीक्षक दन्तेवाड़ा रेंज कमलोचन कश्यप, पुलिस अधीक्षक दंतेवाड़ा गौरव राय ,कमांडेट 111वीं वाहिनी सीआरपीएफ नीरज यादव, द्वितीय कमान अधिकारी विवेक कुमार सिंह 111वीं वाहिनी सीआरपीएफ के सामने सरेंडर किया है.
सरेंडर करने वाले नक्सलियों के नाम
- हिड़मा ओयाम पिता बुदरू ओयाम हुर्रेपाल पंचायत मिलिशिया प्लाटून ‘ए’ सेक्शन कमांडर
- कुमारी सामबती ओयाम पिता पण्डरू ओयाम हुर्रेपाल पंचायत मिलिशिया प्लाटून सेक्शन डिप्टी कमांडर
- गंगी मड़काम पति दुला मड़काम ककाड़ी पंचायत केएएमएस उपाध्यक्ष
- केसू मड़काम पिता बोज्जा मड़काम हुर्रेपाल पंचायत सीएनएम सदस्य
- कमलू ओयाम पिता मंगू ओयाम हुर्रेपाल पंचायत डीएकेएमएस सदस्य
- सुुरेश ओयाम पिता पण्डरू ओयाम हुर्रेपाल पंचायत सीएनएम सदस्य
- आयतु कलमू हुर्रेपाल पंचायत मिलिशिया सदस्य
- सन्नू ओयाम पिता हुर्रेपाल पंचायत डीएकेएमएस सदस्य
- मनीराम पोड़ियाम पिता कोसा पोड़ियाम हुर्रेपाल पंचायत मिलिशिया सदस्य
- सुखराम ताती पिता बुधरू उर्फ कोंदा ताती हुर्रेपाल पंचायत सीएनएम सदस्य
- पाण्डू मुचाकी पिता नंदा मुचाकी हुर्रेपाल पंचायत मिलिशिया सदस्य
- बामन मुचाकी पिता देवा मुचाकी हुर्रेपाल पंचायत मिलिशिया सदस्य
- बुधराम कुंजाम हुर्रेपाल पंचायत सीएनएम सदस्य
- राजू ओयाम हुर्रेपाल पंचायत जंगल कमेटी सदस्य
- कुमारी हुंगी ओयाम हुर्रेपाल पंचायत सीएनएम सदस्य
- लक्ष्मण कुंजाम हुर्रेपाल पंचायत मिलिशिया सदस्य
- सोमलू उर्फ सोमडू ताती हुर्रेपाल पंचायत पंच कमेटी सदस्य
- राजू लेकाम फुलगट्टा पंचायत डीएकेएमएस सदस्य
अब तक 738 नक्सलियों का समर्पण : SP दंतेवाड़ा के मुताबिक आत्मसमर्पित नक्सलियों को छत्तीसगढ़ शासन के पुनर्वास योजना के तहत 25-25 हजार रूपए की प्रोत्साहन राशि और पुनर्वास योजना के तहत मिलने वाले सभी प्रकार के लाभ दिए जाएंगे. आपको बता दें कि अब तक छत्तीसगढ़ में पुनर्वास नीति के तहत 738 नक्सलियों ने सरेंडर किया है.