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आदिवासियों के DNA टेस्ट वाले बयान पर बोले दिलावर, मेरी जाति के हैं आदिवासी बंधु, सदन में जताया खेद - Dilawar expressed regret

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By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : Jul 18, 2024, 12:55 PM IST

Updated : Jul 18, 2024, 2:37 PM IST

शिक्षा मंत्री मदन दिलावर की ओर से आदिवासियों के डीएनए टेस्ट को लेकर दिए गए बयान पर अब चल रहा है विरोध अब विधानसभा में खत्म हो गया. गुरुवार को विधानसभा का बजट से शुरू होने के साथ ही शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने अपने बयान पर खेद प्रकट किया, इसके बाद विपक्ष ने अपने विरोध को वापस ले लिया.

मदन दिलावर ने सदन में जताया खेद
मदन दिलावर ने सदन में जताया खेद (फोटो विधानसभा कार्यावाही)
आदिवासियों पर टिप्पणी मामले में बोले दिलावर (वीडियो विधानसभा कार्यवाही)

जयपुर. आदिवासियों पर टिप्पणी को लेकर शिक्षा मंत्री मदन दिलावर के बयान पर चला आ रहा घमासान गुरुवार को आखिरकार पटाक्षेप हो गया. दिलावर के आदिवासियों के डीएनए टेस्ट वाले बयान के बाद लगातार न केवल आदिवासी समाज ने विरोध किया, बल्कि विपक्ष ने भी इस बयान की कड़ी निंदा की और विधानसभा सत्र के दौरान शिक्षा मंत्री से विपक्ष ने लगातार माफी मांगने की मांग की. सदन में विपक्ष की ओर से लगातार किए जा रहे विरोध के बीच आज शिक्षा मंत्री मदद दिलावर में विधानसभा की कार्यवाही शुरू होने के साथ ही अपने बयान पर खेद प्रकट किया. इसके बाद विपक्ष ने अपने विरोध को वापस लिया. इसके बाद प्रश्नकाल के दौरान शिक्षा मंत्री मदन दिलावर के विभाग से लगे सवाल - जवाब पर विपक्ष ने किसी तरह का कोई हंगामा नहीं किया.

शिक्षा मंत्री ने जताया खेद : दरअसल गुरुवार को जैसे ही विधानसभा कार्यवाही शुरू हुई विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने प्रश्नकाल शुरू होने से पहले कहा कि शिक्षा मंत्री मदद दिलावर 2 मिनट में अपनी कुछ बात कहना चाहते हैं, सभी शांति से उनकी बात को सुने. इसके बाद शिक्षा मंत्री मदन दिलावर सदन में खड़े हुए और उन्होंने कहा कि मैं आदिवासी समाज से आता हूं, महाराणा प्रताप के युद्ध में भी आदिवासियों ने उनका सहयोग दिया. आदिवासियों का पवित्र स्थल मानगढ़ धाम में कार्यक्रम रखा गया है, आदिवासियों को मेरी बातों से पीड़ा हुई है तो मैं इसके लिए खेद प्रकट करता हूं. इसके बाद विपक्ष ने भी दिवालर के इस खेद को सहमति देते हुए अपने विरोध को वापस ले लिया. प्रश्नकाल के दौरान शिक्षा विभाग से जुड़े सवाल जवाब हुए जिसमें शिक्षा मंत्री के रिप्लाई पर विपक्ष ने किसी तरह की कोई आपत्ति दर्ज नही कराई और न ही हंगामा किया.

पढ़ें: कुछ राष्ट्रद्रोही ताकतें आदिवासी और हिंदू में बंटवारा करने की कोशिश कर रही : मदन दिलावर

ये दिया था बयान : बता दें कि शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने एक सवाल का जवाब देते हुए कहा था कि वह (आदिवासी) हिंदू हैं कि नहीं, ये अपने पूर्वजों से पूछेंगे. हमारे यहां वंशावली लिखने वालों से पूछेंगे. वह कौन हैं यदि वह हिंदू नहीं हैं तो उनका डीएनए टेस्ट कराएंगे कि क्या वह लोग अपने पिता की औलाद है या नहीं. दिलावर की इस टिप्पणी के बाद से लगातार विरोध जारी है. विपक्ष विधानसभा सत्र शुरू होने के साथ लेकर लगातार इसका विरोध करते मांफी मांगने की मांग कर रहा था. इस के साथ आज आदिवासियों का पवित्र स्थल मानगढ़ धाम में कार्यक्रम रखा गया है, इस कार्यक्रम में आदिवासी समाज शिक्षा मंत्री मदन दिलावर कि बयान को लेकर कोई ठोस निर्णय कर ले, ऐसी आशंका के बीच माना जा रहा है कि शिक्षा मंत्री मदन दिलावर में जो लगातार अपने बयान पर किस तरह की माफी मांगने के लिए पहले मना कर चुके थे, उन्होंने आज अचानक विधानसभा सदन में अपने बयान पर खेद प्रकट किया.

आदिवासियों पर टिप्पणी मामले में बोले दिलावर (वीडियो विधानसभा कार्यवाही)

जयपुर. आदिवासियों पर टिप्पणी को लेकर शिक्षा मंत्री मदन दिलावर के बयान पर चला आ रहा घमासान गुरुवार को आखिरकार पटाक्षेप हो गया. दिलावर के आदिवासियों के डीएनए टेस्ट वाले बयान के बाद लगातार न केवल आदिवासी समाज ने विरोध किया, बल्कि विपक्ष ने भी इस बयान की कड़ी निंदा की और विधानसभा सत्र के दौरान शिक्षा मंत्री से विपक्ष ने लगातार माफी मांगने की मांग की. सदन में विपक्ष की ओर से लगातार किए जा रहे विरोध के बीच आज शिक्षा मंत्री मदद दिलावर में विधानसभा की कार्यवाही शुरू होने के साथ ही अपने बयान पर खेद प्रकट किया. इसके बाद विपक्ष ने अपने विरोध को वापस लिया. इसके बाद प्रश्नकाल के दौरान शिक्षा मंत्री मदन दिलावर के विभाग से लगे सवाल - जवाब पर विपक्ष ने किसी तरह का कोई हंगामा नहीं किया.

शिक्षा मंत्री ने जताया खेद : दरअसल गुरुवार को जैसे ही विधानसभा कार्यवाही शुरू हुई विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने प्रश्नकाल शुरू होने से पहले कहा कि शिक्षा मंत्री मदद दिलावर 2 मिनट में अपनी कुछ बात कहना चाहते हैं, सभी शांति से उनकी बात को सुने. इसके बाद शिक्षा मंत्री मदन दिलावर सदन में खड़े हुए और उन्होंने कहा कि मैं आदिवासी समाज से आता हूं, महाराणा प्रताप के युद्ध में भी आदिवासियों ने उनका सहयोग दिया. आदिवासियों का पवित्र स्थल मानगढ़ धाम में कार्यक्रम रखा गया है, आदिवासियों को मेरी बातों से पीड़ा हुई है तो मैं इसके लिए खेद प्रकट करता हूं. इसके बाद विपक्ष ने भी दिवालर के इस खेद को सहमति देते हुए अपने विरोध को वापस ले लिया. प्रश्नकाल के दौरान शिक्षा विभाग से जुड़े सवाल जवाब हुए जिसमें शिक्षा मंत्री के रिप्लाई पर विपक्ष ने किसी तरह की कोई आपत्ति दर्ज नही कराई और न ही हंगामा किया.

पढ़ें: कुछ राष्ट्रद्रोही ताकतें आदिवासी और हिंदू में बंटवारा करने की कोशिश कर रही : मदन दिलावर

ये दिया था बयान : बता दें कि शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने एक सवाल का जवाब देते हुए कहा था कि वह (आदिवासी) हिंदू हैं कि नहीं, ये अपने पूर्वजों से पूछेंगे. हमारे यहां वंशावली लिखने वालों से पूछेंगे. वह कौन हैं यदि वह हिंदू नहीं हैं तो उनका डीएनए टेस्ट कराएंगे कि क्या वह लोग अपने पिता की औलाद है या नहीं. दिलावर की इस टिप्पणी के बाद से लगातार विरोध जारी है. विपक्ष विधानसभा सत्र शुरू होने के साथ लेकर लगातार इसका विरोध करते मांफी मांगने की मांग कर रहा था. इस के साथ आज आदिवासियों का पवित्र स्थल मानगढ़ धाम में कार्यक्रम रखा गया है, इस कार्यक्रम में आदिवासी समाज शिक्षा मंत्री मदन दिलावर कि बयान को लेकर कोई ठोस निर्णय कर ले, ऐसी आशंका के बीच माना जा रहा है कि शिक्षा मंत्री मदन दिलावर में जो लगातार अपने बयान पर किस तरह की माफी मांगने के लिए पहले मना कर चुके थे, उन्होंने आज अचानक विधानसभा सदन में अपने बयान पर खेद प्रकट किया.

Last Updated : Jul 18, 2024, 2:37 PM IST
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