कोच्चि: मुख्यमंत्री की बेटी वीणा विजयन की कंपनी से जुड़े मासिक कोटा मामले में ईडी ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है. मामले की जांच कोच्चि एन्फोर्समेंट यूनिट करेगी. बता दें कि पहले से ही गंभीर धोखाधड़ी जांच कार्यालय (SFIO) इस मामले पर जांच कर रहा था. इसी सिलसिले में ईडी ने भी केस दर्ज किया है. कॉर्पोरेट वित्तीय अनियमितताओं की एसएफआईओ जांच भी समानांतर रूप से जारी रहेगी.
ईडी ने कोच्चि ईडी कार्यालय में प्राप्त शिकायतों पर प्रारंभिक जांच पहले ही पूरी कर ली है. वहीं आयकर विभाग अंतरिम निपटान बोर्ड के रिकॉर्ड में नामित व्यक्तियों और संस्थाओं के खिलाफ जांच करेगा. मंथली कोटा मामले में आरोपी सीएमआरएल कंपनी और मुख्यमंत्री की बेटी वीणा की स्वामित्व वाली एक्सलॉजिक कंपनी के बीच लेनदेन बैंक लेनदेन के माध्यम से किया गया था. यह सवाल प्रासंगिक है कि ऐसा लेन-देन काला धन अधिनियम के दायरे में कैसे आता है. इस संबंध में ईडी ने यह बताकर मामला दर्ज किया है कि सीएमआरएल कंपनी ने एक्सलॉजिक कंपनी को बिना कोई सेवा प्रदान किए पैसे का भुगतान किया, जो पीएमएलए मामले के दायरे में आता है.
इस समय ईडी द्वारा मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन की बेटी के खिलाफ मामला दर्ज करना काफी राजनीतिक महत्व रखता है, क्योंकि देश में लोकसभा के चुनाव होने वाले हैं. देशभर में विपक्षी नेताओं के खिलाफ चल रही ईडी की जांच और गिरफ्तारियों के बीच केरल के मुख्यमंत्री की बेटी का जांच के दायरे में आना बड़े राजनीतिक विवाद का कारण बनेगा. विपक्ष का आरोप है कि मासिक कोटा मामले में एसएफआईओ की जांच को सीपीएम बीजेपी की गुप्त डील ने दबाए रखा, वहीं केंद्रीय एजेंसी ईडी ने भी जांच शुरू कर दी है. ईडी लाइफ मिशन मामला, करुवन्नूर बैंक धोखाधड़ी मामला और केआईआईएफबी मसाला बांड मामला आदि जैसे मामलों की भी जांच कर रहा है, जिसमें सीपीएम नेता शामिल हैं.
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