मुंबई : विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम (फेमा) के कथित उल्लंघन से संबंधित एक मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने सोमवार को हीरानंदानी समूह के प्रबंध निदेशक निरंजन हीरानंदानी से पूछताछ की. पूछताछ खत्म होने के बाद उन्होंने पत्रकारों से कहा कि वह अधिकारियों के साथ सहयोग करेंगे. पत्रकारों से बात करते हुए हीरानंदानी ने कहा कि बस यह समझें कि यह (फेमा उल्लंघन का आरोप) 16 साल पहले आया था. यह शायद 42 बार हुआ है और यह 43वीं बार है. यदि उल्लंघन हुआ था, तो 41 बार यह देखा नहीं गया था?
उन्होंने कहा कि जब भी किसी अधिकारी की ओर से कोई मुद्दा उठाया जाता है, तो मुझे सहयोग करने में बहुत खुशी होती है क्योंकि यह पता लगाना उनका कर्तव्य है कि क्या मामला है. इसलिए हमने जो कुछ भी किया है उसे बताने में हमें कोई समस्या नहीं है.
22 फरवरी को ईडी ने फेमा उल्लंघन के आरोप में मुंबई में हीरानंदानी समूह के कई परिसरों में तलाशी ली. हीरानंदानी समूह भारत में सबसे प्रीमियम रियल एस्टेट डेवलपर्स में से एक है, इस व्यवसाय में 40 से अधिक वर्षों का अनुभव है. निरंजन हीरानंदानी हीरानंदानी ग्रुप ऑफ कंपनीज के सह-संस्थापक और प्रबंध निदेशक हैं.
बता दें कि निरंजन हीरानंदानी दर्शन हीरानंदानी के पिता हैं जो डेटा सेंटर ऑपरेटर योट्टा डेटा सर्विसेज, तेल और गैस और संबंधित इंफ्रास्ट्रक्चर कंपनी एच-एनर्जी, टार्क सेमीकंडक्टर्स और तेज प्लेटफॉर्म की पेशकश करने वाली उपभोक्ता सेवाओं के अध्यक्ष भी हैं. निरंजन हीरानंदानी और सुरेंद्र हीरानंदानी ने 1978 में रियल एस्टेट व्यवसाय शुरू किया था.