नई दिल्ली/अमरावती : निर्वाचन आयोग ने आंध्र प्रदेश में चुनाव बाद हिंसा की घटनाओं को गंभीरता से लिया है. इसी के मद्देनजार आयोग ने घटनाओं को रोकने प्रशासन की विफलता पर राज्य के मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक (DGP) को गुरुवार को तलब किया है. आयोग ने इनसे व्यक्तिगत रूप से स्पष्टीकरण देने के लिए कहा है. बता दें कि राज्य में आदर्श आचार संहित अभी भी लागू है.
चुनाव आयोग ने मुख्य सचिव और पुलिस प्रमुख से यह सुनिश्चित करने को कहा कि ऐसी घटनाएं दोबारा न हों. आयोग ने बार-बार इस बात पर जोर दिया है कि लोकतंत्र में हिंसा के लिए कोई जगह नहीं है और लोकसभा चुनावों की घोषणा के बाद से, मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार शांतिपूर्ण और हिंसा मुक्त चुनाव सुनिश्चित करने के लिए व्यक्तिगत रूप से चुनाव क्षेत्र की निगरानी कर रहे हैं.
बताया जाता है अधिकारियों से उनसे भविष्य में ऐसी किसी भी घटना से बचने के लिए उठाए जाने वाले एहतियाती कदमों के बारे में भी पूछा जाएगा. मंगलवार को आंध्र प्रदेश के कुछ हिस्सों में चुनाव बाद हिंसा की सूचना मिली थी, जहां पर सोमवार को लोकसभा और विधानसभा चुनाव एक साथ हुए थे. गौरतलब है कि लोकसभा के चुनाव के चौथे चरण में आंध्र प्रदेश में 13 मई को मतदान किया गया था.
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