अमरावती (आंध्र प्रदेश) : चुनाव आयोग ने आंध्र प्रदेश के डीजीपी राजेंद्रनाथ रेड्डी का तबादला कर दिया है. चुनाव आयोग ने ये कदम विपक्ष की उन शिकायतों पर उठाया है कि डीजीपी और कई अन्य अधिकारी राज्य में सत्तारूढ़ वाईएसआर कांग्रेस पार्टी के साथ सहयोग कर रहे हैं. चुनाव आयोग ने सीएस को तुरंत डीजीपी का तबादला करने का आदेश जारी किया है.
चुनाव आयोग ने डीजीपी से तुरंत अगले रैंक के अधिकारी को प्रभार सौंपने को भी कहा है. इसके अलावा मुख्य सचिव को अगले डीजीपी के रूप में चयन के लिए सोमवार सुबह 11 बजे तक तीन डीजीपी रैंक के अधिकारियों की सूची उपलब्ध कराने का निर्देश दिया है. साथ ही मुख्य सचिव को यह भी निर्देश दिया गया है कि राजेंद्रनाथ रेड्डी को कोई चुनाव ड्यूटी न दी जाए.
डीजीपी राजेंद्रनाथ रेड्डी के तबादले ने तेलुगु राज्यों में ऐसे समय हलचल पैदा कर दी है, क्योंकि आंध्र प्रदेश में लोकसभा चुनाव 2024 के साथ-साथ विधानसभा के चुनाव भी हो रहे हैं. वहीं चुनाव में वाईएसआरसीपी और टीडीपी-बीजेपी-जनसेना गठबंधन के बीच कड़ा मुकाबला है. बता रहा है कि विपक्षी दल शुरू से ही आलोचना करते रहा है कि राजेंद्रनाथ रेड्डी अपने कर्तव्यों का निष्पक्षता से निर्वहन नहीं कर रहे थे और वह वाईएसआरसीपी कार्यकर्ता की तरह काम कर रहे थे.
राजेंद्रनाथ रेड्डी को यह भी आरोपों का सामना करना पड़ा कि उनके कार्यकाल के दौरान विपक्षी नेताओं की अवैध गिरफ्तारी के लिए झूठे मामले दर्ज किए जा रहे थे. टीडीपी-बीजेपी-जनसेना नेताओं ने यह भी आरोप लगाया है कि सत्तारूढ़ वाईएसआरसीपी नेताओं के अत्याचारों के खिलाफ उनकी वास्तविक शिकायतों को नजरअंदाज कर दिया गया.
ये भी पढ़ें - भाजपा ने चुनाव आयोग से की कांग्रेस और उसके सहयोगी दलों की शिकायत