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कौन है 'डिजिटल नेटिव्स' जिनके लिए खुल रहे तकनीक के नए द्वार - International youth day

Digital natives :यह समय डिजिटलाइजेशन का है, जो हकीकत में सफलता के नए द्वार खोलता है. सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म से लेकर डेटा एनालिटिक्स,आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस तक के माध्यम से युवाओं को विकास की यात्रा पर ले जाया जाए.

DIGITAL DIVIDE CHALLENGES FOR YOUTH AND FACTS ABOUT UNITED NATIONS INTERNATIONAL YOUTH DAY
डिजिटल तकनीकों का उपयोग कर अपने सुनहरे भविष्य का निर्माण (IANS)
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By IANS

Published : Aug 12, 2024, 10:19 AM IST

Updated : Aug 12, 2024, 12:21 PM IST

नई दिल्ली : हर साल संयुक्त राष्ट्र अंतर्राष्ट्रीय युवा दिवस की एक विशिष्ट थीम तय की जाती है. इस बार है 'क्लिक टू प्रोग्रेस: यूथ डिजिटल पाथवे फॉर सस्टेनेबल डेवलपमेंट' यानि एक क्लिक से प्रगति संभव: युवाओं के सतत विकास के लिए डिजिटल मार्ग. समय डिजिटलाइजेशन का है. ऐसा आभासी समूह जो हकीकत में सफलता के नए द्वार खोलता है. सोच भी यही है कि युवा डिजिटल तकनीकों का उपयोग कर अपने सुनहरे भविष्य का निर्माण करें. तकनीक सिर्फ एक उपकरण मात्र नहीं बल्कि बदलाव का सबसे सशक्त माध्यम बनकर उभरे. डिजिटल के विकसित तकनीकी साधनों, सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म से लेकर डेटा एनालिटिक्स,आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस तक के माध्यम से युवाओं को सतत विकास यात्रा पर ले जाया जाए. बदलती दुनिया का बांहें फैलाकर वो स्वागत करें जो चुनौतीपूर्ण तो हैं लेकिन रोमांच से भी भरपूर हैं.

संयुक्त राष्ट्र ने अपनी वेबसाइट पर भी इसका जिक्र किया है. लिखा है, "जबकि डिजिटल डिवाइड जैसी चुनौतियां बनी हुई हैं, युवाओं को अक्सर 'डिजिटल नेटिव्स' माना जाता है, जो नई तकनीकों को अपनाने और उनमें कुछ नया करने को तत्पर रहते हैं. वे वैश्विक स्तर पर डिजिटल रुझानों को आकार देने वाले उपयोगकर्ताओं और डेवलपर्स के तौर पर सबसे बड़ी आबादी हैं. जैसे-जैसे एसडीजी (सतत विकास लक्ष्य प्राप्त करने) के लिए 2030 की समय सीमा नज़दीक आ रही है, युवा वैश्विक चुनौतियों का समाधान करने के लिए प्रौद्योगिकियों की परिवर्तनकारी शक्ति का लाभ उठाने में एक आवश्यक जनसांख्यिकीय समूह बने हुए हैं."

तो इस आबादी को उसका महत्व समझाने के लिए, भागीदारी पुख्ता करने के लिए ही थीम ऐसा चुना गया है जो उसके लिए प्रेरणास्पद हो और उसके व्यक्तित्व को संवारने में मदद करता हो. कोविड के बार डिजिटलाइजेशन ने नए अवसर भी क्रिएट किए हैं. ऑनलाइन शिक्षा हो डिजिटल उद्यमिता युवाओं के लिए डिजिटल प्लेटफ़ॉर्म आज की दुनिया में सबसे बेहतर मंच बन गए हैं. स्मार्टफोन, लैपटॉप और इंटरनेट से लैस आज के युवा खुद ही निर्माता और नेता बनकर उभरे हैं.

बता दें, संयुक्त राष्ट्र ने 1999 में 12 अगस्त को अंतर्राष्ट्रीय युवा दिवस घोषित किया. यूएन को इसका सुझाव 17 दिसंबर 1998 को लिस्बन में युवा मामलों को लेकर आयोजित एक सम्मेलन में दिया गया. इसके बाद अंतर्राष्ट्रीय युवा दिवस पहली बार 12 अगस्त 2000 को मनाया गया था. तब से दुनिया भर में युवाओं की उपलब्धियों और कठिनाइयों के बारे में जानने के लिए अंतर्राष्ट्रीय युवा दिवस मनाया जाता है.

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संयुक्त राष्ट्र ने अपनी वेबसाइट पर भी इसका जिक्र किया है. लिखा है, "जबकि डिजिटल डिवाइड जैसी चुनौतियां बनी हुई हैं, युवाओं को अक्सर 'डिजिटल नेटिव्स' माना जाता है, जो नई तकनीकों को अपनाने और उनमें कुछ नया करने को तत्पर रहते हैं. वे वैश्विक स्तर पर डिजिटल रुझानों को आकार देने वाले उपयोगकर्ताओं और डेवलपर्स के तौर पर सबसे बड़ी आबादी हैं. जैसे-जैसे एसडीजी (सतत विकास लक्ष्य प्राप्त करने) के लिए 2030 की समय सीमा नज़दीक आ रही है, युवा वैश्विक चुनौतियों का समाधान करने के लिए प्रौद्योगिकियों की परिवर्तनकारी शक्ति का लाभ उठाने में एक आवश्यक जनसांख्यिकीय समूह बने हुए हैं."

तो इस आबादी को उसका महत्व समझाने के लिए, भागीदारी पुख्ता करने के लिए ही थीम ऐसा चुना गया है जो उसके लिए प्रेरणास्पद हो और उसके व्यक्तित्व को संवारने में मदद करता हो. कोविड के बार डिजिटलाइजेशन ने नए अवसर भी क्रिएट किए हैं. ऑनलाइन शिक्षा हो डिजिटल उद्यमिता युवाओं के लिए डिजिटल प्लेटफ़ॉर्म आज की दुनिया में सबसे बेहतर मंच बन गए हैं. स्मार्टफोन, लैपटॉप और इंटरनेट से लैस आज के युवा खुद ही निर्माता और नेता बनकर उभरे हैं.

बता दें, संयुक्त राष्ट्र ने 1999 में 12 अगस्त को अंतर्राष्ट्रीय युवा दिवस घोषित किया. यूएन को इसका सुझाव 17 दिसंबर 1998 को लिस्बन में युवा मामलों को लेकर आयोजित एक सम्मेलन में दिया गया. इसके बाद अंतर्राष्ट्रीय युवा दिवस पहली बार 12 अगस्त 2000 को मनाया गया था. तब से दुनिया भर में युवाओं की उपलब्धियों और कठिनाइयों के बारे में जानने के लिए अंतर्राष्ट्रीय युवा दिवस मनाया जाता है.

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Last Updated : Aug 12, 2024, 12:21 PM IST
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