नई दिल्ली : केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 'परीक्षा पे चर्चा' कार्यक्रम के सातवें संस्करण की तैयारियों की समीक्षा की. प्रधान ने कहा, 'परीक्षा पे चर्चा एक वार्षिक परंपरा बन गई है, जिस पर 'परीक्षा योद्धा' (छात्र), माता-पिता और शिक्षक सभी की नजर होती हैं क्योंकि इससे उन्हें तनाव से उबरने और अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने में मदद मिलती हैं. आगामी सत्र में प्रधानमंत्री के साथ बातचीत के लिए सभी में उत्साह है.'
-
Union Minister Dharmendra Pradhan reviews preparations for 7th edition of #ParikshaPeCharcha to be held on January 29, 2024 at #BharatMandapam
— PIB India (@PIB_India) January 27, 2024 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
With 2.26 crore registrations, the upcoming 7th edition of Pariksha Pe Charcha on January 29, 2024, is generating immense anticipation,… pic.twitter.com/YNpNXjuYZz
">Union Minister Dharmendra Pradhan reviews preparations for 7th edition of #ParikshaPeCharcha to be held on January 29, 2024 at #BharatMandapam
— PIB India (@PIB_India) January 27, 2024
With 2.26 crore registrations, the upcoming 7th edition of Pariksha Pe Charcha on January 29, 2024, is generating immense anticipation,… pic.twitter.com/YNpNXjuYZzUnion Minister Dharmendra Pradhan reviews preparations for 7th edition of #ParikshaPeCharcha to be held on January 29, 2024 at #BharatMandapam
— PIB India (@PIB_India) January 27, 2024
With 2.26 crore registrations, the upcoming 7th edition of Pariksha Pe Charcha on January 29, 2024, is generating immense anticipation,… pic.twitter.com/YNpNXjuYZz
'परीक्षा पे चर्चा' (पीपीसी) परीक्षाओं से जुड़े तनाव को दूर करने और जीवन के प्रति सकारात्मक दृष्टिकोण को बढ़ावा देने के लिए प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में एक पहल है. शिक्षा मंत्रालय द्वारा आयोजित 'परीक्षा पे चर्चा' कार्यक्रम में पिछले छह वर्षों से छात्र, अभिभावक और शिक्षक शामिल होते रहे हैं. कोविड-19 महामारी के कारण चौथा संस्करण ऑनलाइन आयोजित किया गया. पिछले वर्ष के कार्यक्रम में कुल 31.24 लाख छात्रों, 5.60 लाख शिक्षकों और 1.95 लाख अभिभावकों ने इसमें भाग लिया था.
प्रधान ने कहा, 'मौजूदा सातवें संस्करण में सरकारी पोर्टल पर उल्लेखनीय 2.26 करोड़ पंजीकरण दर्ज किए गए, जो देशभर में छात्रों के बीच व्यापक उत्साह को दर्शाता है.' गौरतलब है कि 29 जनवरी को निर्धारित यह कार्यक्रम भारत मंडपम में आयोजित किया जाएगा. इस कार्यक्रम में कला उत्सव के विजेताओं के साथ-साथ प्रत्येक राज्य और केंद्रशासित प्रदेश से दो छात्रों और एक शिक्षक को आमंत्रित किया गया है. इसमें एकलव्य मॉडल आवासीय विद्यालयों (ईएमआरएस) के सौ छात्र पहली बार भाग लेंगे.
ये भी पढ़ें - पीएम मोदी ने युवाओं से कहा- आप विकसित भारत के वास्तुकार हैं