देहरादून (उत्तराखंड): उत्तराखंड के डीजीपी अभिनव कुमार ने कहा कि हल्द्वानी बनभूलपुरा हिंसा को सांप्रदायिक रंग नहीं देना चाहिए. डीजीपी ने कहा कि जिस तरह से उपद्रवियों ने पुलिस और प्रशासन की टीम पर हमला किया गया, उसे देखते हुए घटना को गंभीरता से लिया जा रहा है. अभिनव कुमार ने कहा कि घटना में तीन मामले दर्ज किए गए हैं. वहीं पुलिस निर्दोष लोगों पर कोई कानूनी कार्रवाई नहीं करेगी.
उपद्रवियों पर सख्त कार्रवाई: गौर हो कि हल्द्वानी बनभूलपुरा में गुरुवार 8 फरवरी को भड़की हिंसा की आग में मृतकों की संख्या बढ़कर पांच हो गई है. हिंसा में 300 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं. घटना के बाद उपद्रवियों द्वारा सैकड़ों गाड़ियों को जला दिया गया है. उपद्रवियों ने बनभूलपुरा थाने को भी जला दिया गया. वहीं पुलिस ने पांच हजार अज्ञात और 19 लोगों के खिलाफ नामजद मुकदमा दर्ज किया गया है. वहीं पुलिस उपद्रवियों से सख्ती से निपट रही है और उपद्रवियों को चिन्हित करने में लगी है.
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सीएम की घोषणा के बाद अतिक्रमण स्थल पर खुली पुलिस चौकी: वहीं बीते दिनों डीजीपी अभिनव कुमार ने उपद्रवियों पर सख्त कार्रवाई करने की बात कही थी. साथ ही डीजीपी ने स्पष्ट किया था कि उपद्रवियों के खिलाफ एनएसए (national security law) लगाया जाएगा. वहीं, डीजीपी ने पुलिस की पहली प्राथमिकता शहर के हालात सामान्य करने बताया था. हल्द्वानी बनभूलपुरा हिंसा पर पुलिस-प्रशासन कोई कोताही नहीं बरतना चाहता है. वहीं सीएम पुष्कर धामी की घोषणा के बाद बनभूलपुरा क्षेत्र में अतिक्रमण स्थल पर अस्थायी पुलिस चौकी खोल दी है. साथ ही पुलिस चौकी में पुलिस कर्मियों को तैनात किया गया है.
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