कोलकाता: उत्तर बंगाल के जलपाईगुड़ी में मंगलवार को होलोंग टूरिस्ट लॉज में भीषण आग लग गई, जिसे होलोंग बंगला के नाम से भी जाना जाता है. इससे जलदापाड़ा वन क्षेत्र के मुख्य क्षेत्र के बाहर स्थित ब्रिटिशकालीन इमारत, जो डुआर्स के सबसे पसंदीदा पर्यटन स्थलों में से एक है, जलकर खाक हो गई. यह हेरिटेज बंगला पूर्व मुख्यमंत्री ज्योति बसु और वर्तमान मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के लिए पसंदीदा पर्यटन स्थल रहा है.
रिपोर्ट के अनुसार, मंगलवार रात करीब 9 बजे लगी आग का प्रारंभिक कारण शॉर्ट सर्किट बताया गया है. फायर ब्रिगेड रात 10.10 बजे मौके पर पहुंची, लेकिन आग पर काबू नहीं पाया जा सका. इसमें किसी के हताहत होने की खबर नहीं है. संपत्ति को कितना नुकसान हुआ है, इसका अभी पता नहीं चल पाया है. जलदापारा राष्ट्रीय वन के जंगल के आसपास स्थित इस बंगले का 2010 में जीर्णोद्धार किया गया था.
गौरतलब है कि अधिकारियों ने अगले 3 महीनों के लिए राष्ट्रीय उद्यानों और अभयारण्यों में पर्यटकों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया है. 16 जून से उत्तर बंगाल के सभी राष्ट्रीय उद्यानों और जंगलों के अंदर वन बंगलों में पर्यटकों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया गया है. यह स्पष्ट नहीं है कि मंगलवार को आग लगने के समय बंगले के अंदर कोई था या नहीं. वनकर्मी और अधिकारी यह पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि आग कैसे लगी. इस बात की जांच की जा रही है कि यह शॉर्ट सर्किट का नतीजा तो नहीं है.
इस संबंध में जलदापाड़ा राष्ट्रीय उद्यान के जिला वन अधिकारी प्रवीण काशवान ने कहा कि होलोंग बंगले में आग लगी है. आग कैसे लगी, इसकी जांच की जानी चाहिए. घटना के संबंध में डुआर्स पर्यटन विकास मंच के महासचिव दिव्येंदु देब ने कहा कि पर्यटन व्यवसायियों समेत पर्यटकों के लिए आज का दिन काला दिन है. हमारे मदारीहाट समकक्ष संजय दास से बात करने पर पता चला कि पूरा बंगला जलकर खाक हो गया है. यह कैसे हुआ, यह स्पष्ट नहीं है.
बता दें, होलोंग वन बंगलों में रात भर ठहरने की मांग हमेशा से पर्यटकों की पहली पसंद रही है. नतीजतन, इस बंगले का जलना हमारे लिए बहुत बड़ी क्षति है. राज्य के कई प्रसिद्ध और संभ्रांत बंगले यहीं हैं. इनमें से पर्यटकों की सबसे ज्यादा मांग इन हालोंग वन बंगलों की है.
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