पटनाः बिहार के डिप्टी सीएम और बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी आज अपने समर्थकों के साथ अयोध्या रवाना हो गये. सम्राट चौधरी अपने माथे पर 21 महीने पहले बंधी पगड़ी को श्रीरामलला के चरणों में विसर्जित कर देंगे. सम्राट चौधरी की पगड़ी की चर्चा इसलिए हो रही है कि सम्राट ने कहा था कि जब तक वो नीतीश कुमार को मुख्यमंत्री पद से नही हटा देंगे वो पगड़ी नहीं उतारेंगे.
बीजेपी का 'मिशन बिहार' अधूरा: दरअसल जब सम्राट चौधरी ने उस समय पगड़ी बांधी थी जब NDA के बैनर तले 2020 का विधानसभा चुनाव जीतकर सीएम बननेवाले नीतीश कुमार ने महागठबंधन से हाथ मिला लिया था. तब सम्राट ने संकल्प लिया था कि "जब तक वो नीतीश कुमार को सीएम पद से हटा नहीं देंगे पगड़ी नहीं उतारेंगे."
लोकसभा चुनाव से पहले बदला समीकरणः लोकसभा चुनाव से पहले नीतीश कुमार ने बीजेपी के खिलाफ पूरे देश में घूम-घूम कर सियासी दलों से चर्चा की और INDI अलायंस तैयार कर डाला, लेकिन बाद में नीतीश ने जिस गठबंधन को खड़ा किया, उसी गठबंधन से किनारा कर लिया और फिर बीजेपी के साथ चले आए. नीतीश के इस चौंकानेवाले फैसले ने बिहार सहित पूरे देश में सियासी समीकरण को उलट-पुलट कर रख दिया.
महागठबंधन से नाता तोड़ फिर बने NDA के सीएमः महागठबंधन से नाता तोड़ने के बाद नीतीश कुमार ने सीएम पद से इस्तीफा दिया और फिर 28 जनवरी 2024 को NDA के मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ली. इसके साथ ही नीतीश कुमार ने NDA के बैनर तले ही लोकसभा चुनाव लड़ने का भी फैसला किया.
बिहार में NDA को मिली 30 सीटः 2024 के लोकसभा चुनाव में NDA भले ही 2019 वाला प्रदर्शन दोहराने में कामयाब नहीं रहा लेकिन 40 में से 30 सीट यानी 75 फीसदी सीटों पर जीत हासिल कर ली. जिसमें बीजेपी को 12, जेडीयू को 12, एलजेपी को 5 और HAM को 1 सीट मिली.
लोकसभा चुनाव के नतीजों के बाद नीतीश हुए अनिवार्यः लोकसभा चुनाव तक जिस नीतीश कुमार को सियासी पंडित चूका हुआ करार दे रहे थे, नतीजों के बाद स्थिति बदल गयी थी. चुनाव में बीजेपी को अपने दम पर लोकसभा में स्पष्ट बहुमत नहीं मिला वहीं बिहार में 12 सीट जीतकर नीतीश कुमार किंगमेकर की भूमिका में आ गये. मतलब नीतीश बीजेपी के लिए बड़ी जरूरत बन गये.
केंद्र सरकार में मिली जगह, 2025 का नेतृत्व मिलाः लोकसभा चुनाव के नतीजों का परिणाम ये हुआ कि केंद्र की मोदी सरकार में जहां जेडीयू के दो नेताओं को मंत्रिमंडल में जगह मिली वही बीजेपी के प्रदेश नेतृत्व के साथ-साथ केंद्रीय नेतृत्व को भी ये एलान करना पड़ा कि 2025 का बिहार विधानसभा चुनाव नीतीश कुमार के नेतृत्व में ही लड़ा जाएगा.
सम्राट के फैसले पर बीजेपी नेताओं की रायः अपनी पगड़ी उतारने के लिए डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी अपने समर्थकों के साथ अयोध्या रवाना हुए. सम्राट चौधरी के साथ अयोध्या जानेवाले में कई विधायक और मंत्री भी शामिल हैं. बीजेपी विधायक हरिभूषण ठाकुर भी सम्राट चौधरी के साथ अयोध्या रवाने हुए.
"अयोध्या में हम भगवान राम का दर्शन करेंगे और हमारे प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी वहां अपनी पगड़ी विसर्जित करेंगे. निश्चित रूप से अध्यक्ष जी का प्रण पूरा हुआ है. नीतीश कुमार जी मुख्यमंत्री थे जिसके साथ उसके साथ से हटे हैं. मुख्यमंत्री हमलोगों के साथ आए हैं. माननीय सम्राट जी डिप्टी सीएम बने हैं."- हरिभूषण ठाकुर, बीजेपी विधायक
'विपक्ष की करतूत पगड़ी में बांधकर बहा देंगे': वहीं बीजेपी नेता और नीतीश कैबिनेट के मंत्री दिलीप कुमार जायसवाल ने कहा कि " देखिये ! प्रदेश अध्यक्ष जी, दिन-रात संगठन के लिए मेहनत करनेवाले नेता हैं. इस पगड़ी में वो विपक्ष की करतूत बांध कर विसर्जित कर देंगे और NDA की सरकार दो-तिहाई बहुमत से बनेगी.
'हमारा संकल्प पूरा हुआ': वहीं नीतीश कुमार को मुख्यमंत्री पद से हटाने का संकल्प लेनेवाले सम्राट चौधरी का कहना है कि" चुनाव खत्म हुए हैं और बिहार की जनता ने 75 फीसदी मार्क्स के साथ 40 में 30 सीट जिताने का काम किया. बिहार की जनता को धन्यवाद देता हूं. हमारा जो कमिटमेंट था कि नीतीश कुमार जी मुख्यमंत्री पद से हटेंगे और 28 जनवरी को ही हटकर वो हमारे साथ आकर फिर से मुख्यमंत्री बने, हमने उनका स्वागत किया."
" हमारा संकल्प अधूरा नहीं है. हमने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जी को अपने पद से हटाया, गठबंधन से अलग किया और तब है जो वो मुख्यमंत्री बने जब NDA का समर्थन प्राप्त हुआ."- सम्राट चौधरी, डिप्टी सीएम
बढ़ गया बीजेपी का इंतजारः बीजेपी लगातार इस कोशिश में है कि वो अपने दम पर बिहार में सरकार बनाए, लेकिन राज्य के बनते-बिगड़ते सियासी समीकरण के कारण अभी तक ऐसा हो नहीं पाया है. फिलहाल तो अभी बीजेपी को इंतजार ही करना पड़ेगा क्योंकि 2025 में भी नीतीश कुमार ही बिहार में NDA का नेतृत्व करनेवाले हैं.