नई दिल्ली: विदेश मंत्री एस जयशंकर ने बुधवार को तीसरे लोकतंत्र शिखर सम्मेलन को संबोधित किया. सम्मेलन 'भविष्य की पीढ़ियों के लिए लोकतंत्र' (Democracy for Future Generations ) विषय पर आधारित था. इस अवसर पर विदेश मंत्री ने कहा, 'इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों (EVMs) की शुरूआत पारदर्शिता, दक्षता और लोकतांत्रिक की पवित्रता के प्रति हमारी प्रतिबद्धता का एक प्रमाण है.'
जयशंकर ने कहा, 'यह बदलाव न केवल आधुनिक लोकतंत्र के सिद्धांतों के अनुरूप है बल्कि अधिक नागरिक भागीदारी का मार्ग भी प्रशस्त करता है. खासकर युवाओं के बीच हमारी लोकतांत्रिक विरासत की जिम्मेदारियां संभालेंगे. लोकतंत्र में प्रत्येक नागरिक की आवाज मायने रखती है. उन्होंने आगे कहा, 'स्वतंत्र, निष्पक्ष और समावेशी चुनाव कराने की भारत की प्रतिबद्धता इसकी लोकतांत्रिक मशीनरी के लचीलेपन और अनुकूल क्षमता को दर्शाती है.
यह यह भी दिखाती है कि कठिनाइयों के बीच भी प्रत्येक नागरिक की आवाज मायने रखती है.' उन्होंने आगे कहा कि देश में लोकसभा चुनाव का बिगुल बज चुका है. 19 अप्रैल से सात चरणों में मतदान होगा. नतीजे 4 जून को घोषित किए जाएंगे. उन्होंने जोर देकर कहा कि 96.8 करोड़ पंजीकृत मतदाताओं, 1.5 करोड़ चुनाव अधिकारियों और 12 लाख मतदान केंद्रों के साथ भारत का आगामी लोकसभा चुनाव ट्रैफिक के मामले में धरती पर सबसे बड़ा चुनावी अभियान होगा. विदेश मंत्री ने कहा कि स्वतंत्र, निष्पक्ष और समावेशी चुनाव कराने की भारत की प्रतिबद्धता इसकी लोकतांत्रिक मशीनरी के लचीलेपन और अनुकूल क्षमता को रेखांकित करती है. यह दर्शाती है कि जटिलताओं के बीच भी प्रत्येक नागरिक की आवाज मायने रखती है.