रांची: राजधानी में कांग्रेस की संगठनात्मक बैठक के दौरान विभिन्न प्रखंडों से आए अध्यक्षों और प्रतिनिधियों ने झारखंड में रोटेशन पर कांग्रेस का मुख्यमंत्री बनाने की मांग उठाई. जिसके बाद प्रदेश प्रभारी ने कार्यकर्ताओं को एक टास्क सौंपा है.
रांची में आयोजित कांग्रेस की इस बैठक में एआईसीसी महासचिव और झारखंड प्रभारी गुलाम अहमद मीर के साथ ही छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, सह प्रभारी सप्तगिरी उलाका और बेला प्रसाद के अलावा प्रदेश अध्यक्ष केशव महतो कमलेश विशिष्ट अतिथि के तौर पर शामिल हुए. बैठक के दौरान विभिन्न प्रखंडों से आए अध्यक्षों और प्रतिनिधियों ने झारखंड में रोटेशन पर कांग्रेस का मुख्यमंत्री बनाने की मांग उठाई.
25 विधायक जिताकर भेजें विधानसभा
कांग्रेस विधायक दल के नेता और राज्य के वित्त मंत्री रामेश्वर उरांव ने बैठक में कई कांग्रेस कार्यकर्ताओं द्वारा झारखंड में रोटेशन फार्मूले की मांग उठने की बात स्वीकार की. उन्होंने कहा कि इस पर एआईसीसी महासचिव और प्रदेश प्रभारी ने कहा कि पहले कांग्रेस के 25 विधायक जिताकर विधानसभा में भेजें, उसके बाद ही इस पर चर्चा होगी.
आलाकमान लेगा निर्णय
रामेश्वर उरांव ने कहा कि प्रभारी ने बिल्कुल सही कहा. रोटेशन पर मुख्यमंत्री बनाने की बात तभी हो सकती है, जब हमारे विधायकों की संख्या 25-30 हो. 10-12 विधायक होने पर यह कैसे संभव है. उन्होंने कहा कि प्रभारी ने कार्यकर्ताओं में उत्साह भरने के लिए यह बात कही है, मुख्यमंत्री के बारे में आलाकमान ही रोटेशन पर निर्णय ले सकता है.
प्रदेश प्रभारी ने की प्रदेश अध्यक्ष की तारीफ
गौरतलब हो कि रांची के कटहल मोड़ स्थित लालगुटवा बैंक्वेट हॉल में आयोजित संवाद 2024 कार्यक्रम में सभी अध्यक्ष, सचिव, विभिन्न विभागों के अध्यक्ष, राज्य से लेकर प्रखंड स्तर तक विधानसभा चुनाव 2024 के लिए गठित समितियों के अध्यक्ष और सदस्य भी शामिल हुए. इस बैठक में नए प्रदेश अध्यक्ष केशव महतो कमलेश की तारीफ करते हुए गुलाम अहमद मीर ने कहा कि पार्टी के प्रति समर्पित नए अध्यक्ष पदभार संभालने के बाद से लगातार एक के बाद एक जिले का दौरा कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि जनता का मूड है कि पिछली बार से अधिक संख्या बल के साथ फिर से राज्य में महागठबंधन इंडिया ब्लॉक की सरकार बने.
सिर्फ प्रचार तंत्र की पार्टी बन गई है भाजपा - भूपेश बघेल
वहीं छत्तीसगढ़ के पूर्व सीएम भूपेश बघेल ने भाजपा पर जमकर हमला बोला. उन्होंने कहा कि आज भाजपा को जनता के हितों से कोई सरोकार नहीं रह गया है. यह सिर्फ प्रचार तंत्र की पार्टी बन गई है. उनसे पूछा जाना चाहिए कि भाजपा के 100 दिन के एजेंडे का क्या हुआ. उन्होंने कहा कि राज्य में हेमंत सोरेन के नेतृत्व वाली महागठबंधन सरकार को अस्थिर करने की भाजपा की लगातार कोशिशों के बावजूद यहां की सरकार ने बेहतर काम किया है. इसका कारण यह रहा कि सत्ताधारी दल के विधायक एकजुट रहे और जनता भी उनके साथ रही.
ईवीएम के कारण हम छत्तीसगढ़ हारे - भूपेश बघेल
एक सवाल के जवाब में भूपेश बघेल ने कहा कि किसी ने नहीं सोचा था कि छत्तीसगढ़ में कांग्रेस हारेगी, न हमने, न मीडिया ने और न ही किसी सर्वे एजेंसी ने, लेकिन इसके बावजूद हम हारे क्योंकि ईवीएम ईश्वर का आशीर्वाद था. भूपेश बघेल ने कहा कि लोकसभा चुनाव के पहले दो चरणों में ईवीएम का खेल हुआ लेकिन अब ऐसा नहीं होगा क्योंकि वैशाखियों पर टिकी भाजपा सरकार कमजोर हो गई है और वह चारों राज्यों में विधानसभा चुनाव हारने जा रही है.
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