नई दिल्ली: आम आदमी पार्टी और दिल्ली सरकार की मुश्किलें खत्म होने का नाम नहीं ले रही हैं. अब दिल्ली सरकार में मंत्री राज कुमार आनंद ने बुधवार को आम आदमी पार्टी से इस्तीफा दे दिया. पटेल नगर से विधायक राजकुमार आनंद ने इस्तीफा देते हुए पार्टी पर भ्रष्ट्राचार को लेकर सवाल उठाए हैं. इस बात की उन्होंने खुद प्रेस कॉन्फ्रेंस कर पुष्टि की है.
आम आदमी पार्टी के दिग्गज नेता और दिल्ली सरकार में समाज कल्याण मंत्री राजकुमार आनंद ने कहा कि जिस प्रकार से आम आदमी पार्टी ने पहले लोगों से वादा किया था, उस वादे पर कोई काम नहीं किया. आम आदमी पार्टी असल मुद्दों से भटक चुकी है.
राजकुमार आनंद ने कहा ''मैं आज से आम आदमी पार्टी से इस्तीफा दे रहा हूं. मैं इन भ्रष्टाचारियों के साथ अपना नाम नहीं जुड़ना चाहता हूं. मैं नहीं समझता कि हमारे पास बाबा साहेब डॉ भीमराव अंबेडकर ने जीवन जीने का मंत्र दिया था. उसी की वजह से मैं व्यापारी होते हुए भी एनजीओ में आया, एमएलए बना, और मंत्री बन कर लोगों की सेवा किया.
राजकुमार आनंद ने कहा कि अरविंद केजरीवाल के साथ खड़ा हुआ जो बाबा साहब के आदर्शों पर चलने की बात करते थे. बाबा साहब का फोटो हर प्रेस कॉन्फ्रेंस हर सरकारी दफ्तर पर लगती है. लेकिन अब आम आदमी पार्टी असल मुद्दों से भटक चुकी है.
वर्तमान में आम आदमी पार्टी के 13 राज्यसभा सांसद हैं. आम आदमी पार्टी के उनमें से एक भी दलित या पिछड़ा कोई भी राज्यसभा सांसद नहीं है. जब रिजर्वेशन की बात आती है तो यह पार्टी चुप्पी साध लेती है. पिछले दिनों विधानसभा में बहुत सारे लोगों की भर्ती की गई. लाखों रुपए सैलरी दी गई, लेकिन उसमें दलितों को कोई भी जगह नहीं दी गई, इस बात से बहुत नाराजगी हुई. राजकुमार आनंद ने कहा इस पार्टी में दलित विधायक पार्षद और मंत्री का कोई सम्मान नहीं किया जाता है.
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