दंतेवाड़ा: किरन्दुल थाना क्षेत्र के गमपुर में सुरक्षा बलों और नक्सलियों बीच हुई मुठभेड़ को 24 घंटे भी नहीं बीते है कि ग्रामीणों ने सुरक्षा बलों पर गंभीर आरोप लगा दिए. ग्रामीणों का कहना है कि फोर्स जिसे मुठभेड़ मे मारने का दावा कर रही है, वह नक्सली नहीं, किसान था.
दंतेवाड़ा गमपुर एनकाउंटर पर सवाल: दंतेवाड़ा किरन्दुल थाना क्षेत्र के गमपुर में सुरक्षा बलों और नक्सलियों बीच मंगलवार को मुठभेड़ हुई. पुलिस ने एनकाउंटर में दो नक्सलियों को मार गिराने का दावा किया. जिसमें एक महिला नक्सली है, जिस पर 5 लाख का इनाम घोषित था. दूसरा पुरुष नक्सली है जिस पर 1 लाख रुपये का इनाम रखा गया था. पुलिस ने दावा किया दोनों नक्सली कई बड़ी नक्सली घटनाओं में शामिल रह चुके हैं. पुलिस ने नक्सलियों के शव जंगल से बरामद किया और पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा. इधर मुठभेड़ के बारे में पता लगने के बाद पुरुष नक्सली लच्छु की पत्नी और गांव वाले जिला अस्पताल परिसर पहुंच गए और जमकर बवाल मचाया. परिजनों ने शव लेने से इंकार कर दिया.
"महुआ बीनने घर से जंगल गया था गोली मार दिए": ग्रामीणों ने बताया कि लच्छु किसान है. जंगल महुआ बीनने निकला था. इस दौरान फोर्स ने गोली मारकर हत्या कर दी. ग्रामीणों ने सुरक्षाबलों पर गांव में जमकर उत्पात मचाने और घर में घुसकर लूटपाट करने का भी आरोप लगाया. लोगों ने बताया कि लगभग 45 हजार रुपये जवानों ने गांव से लूटे. लोगों ने पुलिस अधिकारियों से पैसा वापस करने की मांग की. नाराज ग्रामीणों के साथ समाज सेवी सोनी सोढ़ी भी जिला अस्पताल पहुंची और सुरक्षाबलों पर हत्या करने का आरोप लगाया.
मृतक का एक भाई सोमड़ू डीआरजी में है. चचेरा भाई भी दंतेवाड़ा में ही फोर्स का सिपाही है. उसके दोनों भाई सुरक्षाबल में है. उनसे पूछे कि क्या उसका भाई नक्सली था. सरकार से सवाल है कि आदिवासियों को कब तक बांटते रहेंगे. भाई से भाई को कब तक मरवाते रहेंगे.-सोनी सोढ़ी, समाज सेवी
हर एनकाउंटर के बाद ग्रामीण उठाते हैं सवाल: पुलिस का कहना है कि बस्तर में जब भी एनकाउंटर होते हैं ग्रामीण सुरक्षाबलों पर इसी तरह के आरोप लगाते हैं. ग्रामीणों के सुरक्षाबलों के पैसे लूटने के आरोप पर दंतेवाड़ा थाना प्रभारी ने कहा कि उनसे लिखित आवेदन लिया गया है. इसकी जांच की जाएगी.
ग्रामीणों का आरोप है कि पुलिस वालों ने घर में घुसकर पैसे लूटे हैं. इस मामले में लिखित आवेदन एसपी को दे रहे हैं. जिस पर कार्रवाई की जाएगी. हर एनकाउंटर के बाद ग्रामीण मुठभेड़ को फर्जी होने का आरोप लगाते हैं. -विजय पटेल, थाना प्रभारी, दंतेवाड़ा
जिला अस्पताल में गांव वालों के हंगामे के बाद दंतेवाड़ा थाना प्रभारी की समझाइश के बाद नाराज लोगों का आक्रोश कम हुआ. थाना प्रभारी ने जांच का आश्वासन दिया.