अलीगढ़: अलीगढ़ में लुटेरी दुल्हन के गिरोह का पर्दाफाश हुआ है. पुलिस ने शादी के नाम पर फ्रॉड (Fraudulent marriage in aligarh) करने के आरोप में दुल्हन सहित सात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज (FIR against seven fraudsters in Aligarh) किया. शादी के 2 दिन बाद ही ससुराल पक्ष को दुल्हन पर संदेह होने लगा. दुल्हन में अचानक आए बदलाव को लेकर ससुराल पक्ष ने पुलिस से शिकायत कर मामला दर्ज कराया. यह मामला थाना चंडौस के ताजपुर इलाके का है.
ताजपुर के रहने वाले अजय चौहान ने चंडौस थाने में मुकदमा दर्ज कराया. उन्होंने कहा कि उनका छोटा भाई दीपक दिल्ली में प्राइवेट कंपनी में जॉब करता है. उसकी शादी के लिए लड़की ढूंढ रहे थे. 11 जनवरी को गांव के ही प्रेमपाल ने एक रिश्ता बताया था. साथ में गांव के सतीश और रणबीर भी मौके पर थे. बातचीत के बाद शादी के लिए छर्रा बुलाया गया. वहां प्रेमपाल के परिवार का ही जोगिंदर ने मोबाइल पर लड़की की फोटो मंगवायी और सभी को दिखाया. लड़की पसंद आने पर खर्च की बात हुई.
पीड़ित परिवार 13 जनवरी को आरोपियों के बुलाने पर करड़ा मोड़ पर गया. वहां जोगिंदर मिला. जोगिंदर ने मोबाइल करके पप्पू उर्फ विजय नाम के व्यक्ति को बुलवाया. इस दौरान बताया गया कि लड़की सहावर की रहने वाली है. जोगिंदर ने बताया कि दुल्हन उसके साले के साले की लड़की है. वही लड़की को बुलवाया गया. इस दौरान लड़की को मोटरसाइकिल पर एक लड़का और एक लड़की लेकर पहुंचे. बातचीत के दौरान लड़की ने अपना नाम पूजा बताया और कहा कि पिता नहीं है. मां, एक छोटा भाई और बहन है.
इस दौरान जोगिंदर ने दो हजार रुपये पूजा को दिलवाए और 15 जनवरी को शादी की तारीख तय की गई. लड़की की बहन ने कहा की शादी करनी है, तो आज ही लड़की को ले जाओ. इसके बाद परिवार के लोग लड़की को लेने रामघाट, बुलंदशहर पहुंचे. वहां से गांव जिरौली धूम सिंह में मुलाकात हुई. लड़की को एक दंपति लेकर आया था. लड़की पूजा ने उन्हें अपनी बहन और बहनोई बताया. बातचीत के बाद सतीश के माध्यम से सत्तर हजार रुपये नगद लेकर पूजा गाड़ी में बैठ गई और शादी करने के लिए हामी भरते हुए कहा कि मुझे कोई परेशानी नहीं है. दस हजार रुपये और देने का तय हुआ. 14 जनवरी को पूजा चंडौस स्थित ताजपुर दीपक के घर आ गई. 15 जनवरी को दीपक और पूजा ने सहमति से भोज ताल मंदिर में जाकर शादी कर ली.
तहरीर के मुताबिक शादी के अगले दिन ही दुल्हन पूजा के व्यवहार में बदलाव आने लगा. पूजा ने दीपक से कहा कि उसे अपने जीजा पप्पू उर्फ विजय से बात करनी है. दो-तीन दिन बाद पूजा ने अपना नाम दीक्षा बताया और पिता का नाम प्रमोद बताया और कहने लगी कि हम कानपुर के रहने वाले हैं. मेरे जीजा पप्पू उर्फ विजय को 50 हजार रुपये देने हैं.
वहीं, ससुराल पक्ष ने 21 जनवरी को पूजा के बताए नंबर पर बात कराई, तो दूसरी तरफ से कॉलर बोला कि वह लड़की का पिता बोल रहा है. 22 तारीख को लड़की का पिता दो लड़कों के साथ चंडौस स्थित ताजपुर घर आया और अपनी लड़की को ले जाने लगा. वहीं, जब ससुराल पक्ष ने शादी के नाम पर धोखाधड़ी की बात कहीं, तो लड़की के पिता ने कुछ नहीं बोला और लड़की लेकर निकल गया.
गुरुवार को ससुराल पक्ष की तहरीर पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया गया. पीड़ित अजय चौहान ने बताया कि शादी के नाम पर धोखाधड़ी कर 72 हजार रुपये और दावत के नाम पर पांच हजार रुपये हड़प लिये गये. वारदात को लेकर एसपी सिटी मृगांक शेखर पाठक ने बताया कि दुल्हन सहित सात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है. मामले की जांच की जा रही है. (Crime News UP)