हल्द्वानी: बनभूलपुरा हिंसा में शामिल 25 आरोपियों को कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया गया है. इससे पहले कड़ी सुरक्षा के बीच सभी आरोपियों का मेडिकल किया गया. वहीं, पुलिस अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए धरपकड़ कर रही है. जबकि 100 से ज्यादा उपद्रव के आरोपियों को पुलिस हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है.
बता दें कि रविवार को पुलिस ने 25 उपद्रव के आरोपियों को गिरफ्तार किया था. इन आरोपियों के पास से अवैध हथियार और कारतूस भी बरामद किये गये थे. आज पुलिस सभी आरोपियों को भारी सुरक्षा के बीच हल्द्वानी के सोबन सिंह जीना सरकारी अस्पताल (बेस अस्पताल) लेकर पहुंची. जहां भारी पुलिस फोर्स के बीच उनका बेस अस्पताल में मेडिकल हुआ. इसके बाद सभी उपद्रव के आरोपियों को कोर्ट में पेश किया गया. जिसके बाद कोर्ट के आदेश के बाद सभी को सलाखों के पीछे भेज दिया गया है.
पुलिस इन सभी उपद्रवियों को सीसीटीवी फुटेज और वीडियो के आधार पर गिरफ्तार किया है. आरोप है कि इन लोगों ने पुलिस के ऊपर भी फायरिंग की थी. इतना ही नहीं उनके पास से साथ अवैध तमंचे और 54 कारतूस भी बरामद किए गए हैं. जिसका नैनीताल एसएसपी प्रह्लाद नारायण मीणा रविवार को खुलासा भी कर चुके हैं. पुलिस को डर था कि उपद्रव के इन आरोपियों पर लोग हमला न कर दें, इसके लिए भारी सुरक्षा बल तैनात किया गया था.
पूरे मामले में पुलिस अभी तक 30 आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेजने की कार्रवाई कर चुकी है. जिसमें 5 आरोपियों को पहले ही जेल भेजा जा चुका है. पुलिस अभी भी आरोपियों से पूछताछ कर रही है. बताया जा रहा है कि 5000 से ज्यादा उपद्रवियों के खिलाफ हल्द्वानी और बनभूलपुरा थाने में मुकदमा दर्ज हैं. ऐसे में पुलिस की अलग-अलग टीमें लगातार आरोपियों की धरपकड़ में जुटी हुई है.
क्या था मामला? बीती 8 फरवरी को हल्द्वानी के बनभूलपुरा थाना क्षेत्र में मलिक का बगीचा में अवैध मदरसा और नमाज स्थल को हटवाने को लेकर हिंसा भड़क गई थी. देखते ही देखते उपद्रवियों ने पुलिस और नगर निगम की टीम पर पथराव शुरू कर दिया था. इतना ही नहीं उपद्रवियों ने पेट्रोल बम और पत्थरों से भी हमला किए. इस दौरान आगजनी भी हुई और कई वाहन फूंक दिए गए. उपद्रवियों ने बनभूलपुरा थाने में भी आग लगा दी थी.
वहीं, जब मामला बिगड़ा तो आनन-फानन में कर्फ्यू लगा दिया गया. साथ ही शूट एट साइट के ऑर्डर भी दे दिए गए. वहीं, पूरे हिंसा के दौरान कई पुलिसकर्मी भी घायल हो गए. अब पूरे घटना का सीसीटीवी फुटेज और वीडियो निकालकर उपद्रवियों को चिन्हित किया जा रहा है. जिन लोगों ने सरकारी एवं सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाया है, उन्हीं से इस नुकसान की भरपाई की जाएगी.
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