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पुलिस लाइन में 2 साल के मासूम को खूंखार कुत्तों ने नोंच डाला, जिंदगी और मौत से लड़ रहा - barabanki news

बाराबंकी में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है. पुलिस लाइन परिसर में कई कुत्तों ने दो साल के बच्चे पर हमला (Dogs Attack on Child) कर उसको बुरी तरह नोंच डाला. बच्चे को गंभीर हालत में लखनऊ में भर्ती किया गया है.

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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Jan 27, 2024, 7:43 PM IST

बाराबंकी: जिले में एक दो वर्षीय बच्चे को अकेला पाकर करीब 6 खूंखार कुत्तों ने हमला बोल दिया. बच्चे के शरीर को नोंचते हुए कुत्ते उसे झाड़ियों की तरफ खींच ले गए. बच्चे की चीख-पुकार पर पहुंचे पिता और उनके स्टाफ के लोगों ने किसी तरह कुत्तों से बच्चे को छुड़ाया. लेकिन, तब तक मासूम बेसुध हो चुका था. पूरा शरीर खून से लथपथ था. शरीर का कोई हिस्सा ऐसा नहीं था, जहां पर कुत्तों के नाखूनों के निशान न हों. आनन-फानन बच्चे को जिला अस्पताल पहुंचाया गया, जहां हालत गंभीर देख डॉक्टरों ने उसे लखनऊ रेफर कर दिया. लखनऊ के एक निजी अस्पताल में बच्चे का इलाज चल रहा है, जहां उसकी हालत गम्भीर बनी हुई है.

बता दें कि पुलिस लाइन परिसर में बने एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स थाने में कॉन्स्टेबल पद पर गौरव तिवारी तैनात है. पुलिस लाइन परिसर से बाहर थोड़ी दूर पर सीडीओ बंगले के करीब एक प्राइवेट कमरा लेकर गौरव तिवारी परिवार के साथ रहता है. शुक्रवार को गणतंत्र दिवस की परेड और झांकियां दिखाने वह अपने 2 साल के बेटे अथर्व को लेकर पुलिस लाइन आया था. प्रोग्राम खत्म होने के बाद वह बेटे को लेकर स्टाफ के साथ अपने थाने चला गया. थाने में 12 बजे के करीब वह कुछ काम निपटाने लगा.

उसी बीच अथर्व खेलता हुआ थाने के कमरे से बाहर आ गया. खेलते-खेलते वह थाने की साइड में चला गया. इसी दौरान 6-7 कुत्ते बच्चे को अकेला पाकर उसके ऊपर टूट पड़े और उसे झाड़ियों तक खींच ले गए. थोड़ी देर बाद जब गौरव को बेटे की याद आई तो उन्होंने उसे खोजना शुरू किया. गौरव के साथ स्टाफ के लोग भी उसे खोजने लगे. अचानक एक सिपाही की नजर कुछ कपड़ों पर पड़ी तो वह चीखा. उसकी चीख सुनकर गौरव और उनके स्टाफ के लोग भागकर झाड़ियों तक पहुंचे. वहां का नजारा देखकर सभी का दिल दहल गया. 6-7 कुत्ते अथर्व को बुरी तरह नोच रहे थे.

हालत यह थी कि अथर्व 4-5 जोड़ी कपड़े पहने हुए था. लेकिन, कुत्तों ने सारे कपड़े फाड़ डाले. अथर्व के पूरे शरीर पर कुत्तों के पंजों के घाव थे. पूरा शरीर खून से सना हुआ था. आनन-फानन बेसुध अथर्व को जिला अस्पताल पहुंचाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे लखनऊ के लिए रेफर कर दिया. गौरव तिवारी ने बताया कि बच्चे को गोमतीनगर के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है.

थाना प्रभारी एएनटीएफ अयनुद्दीन ने बताया कि खूंखार कुत्तों ने इस कदर बच्चे के शरीर को नोंचा था कि देखकर ही दिल दहल उठा. उन्होंने बताया कि पुलिस लाइन परिसर में छोटे-छोटे बच्चे भी रहते हैं. तमाम कुत्ते भी टहलते रहते हैं. विभाग इन कुत्तों को हटवाने की व्यवस्था करेगा. प्रतिसार निरीक्षक सुभाष चन्द्र मिश्रा ने कहा कि घटना दुखद है. पुलिस लाइन परिसर में घूमते मिलने वाले ऐसे खतरनाक कुत्तों को पकड़ने के लिए नगर पालिका परिषद को लिखा गया है.

यह भी पढ़ें: चाचा से बदला लेने के लिए काट दिया था 3 वर्षीय बहन का गला, ऐसे हुआ खुलासा

बाराबंकी: जिले में एक दो वर्षीय बच्चे को अकेला पाकर करीब 6 खूंखार कुत्तों ने हमला बोल दिया. बच्चे के शरीर को नोंचते हुए कुत्ते उसे झाड़ियों की तरफ खींच ले गए. बच्चे की चीख-पुकार पर पहुंचे पिता और उनके स्टाफ के लोगों ने किसी तरह कुत्तों से बच्चे को छुड़ाया. लेकिन, तब तक मासूम बेसुध हो चुका था. पूरा शरीर खून से लथपथ था. शरीर का कोई हिस्सा ऐसा नहीं था, जहां पर कुत्तों के नाखूनों के निशान न हों. आनन-फानन बच्चे को जिला अस्पताल पहुंचाया गया, जहां हालत गंभीर देख डॉक्टरों ने उसे लखनऊ रेफर कर दिया. लखनऊ के एक निजी अस्पताल में बच्चे का इलाज चल रहा है, जहां उसकी हालत गम्भीर बनी हुई है.

बता दें कि पुलिस लाइन परिसर में बने एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स थाने में कॉन्स्टेबल पद पर गौरव तिवारी तैनात है. पुलिस लाइन परिसर से बाहर थोड़ी दूर पर सीडीओ बंगले के करीब एक प्राइवेट कमरा लेकर गौरव तिवारी परिवार के साथ रहता है. शुक्रवार को गणतंत्र दिवस की परेड और झांकियां दिखाने वह अपने 2 साल के बेटे अथर्व को लेकर पुलिस लाइन आया था. प्रोग्राम खत्म होने के बाद वह बेटे को लेकर स्टाफ के साथ अपने थाने चला गया. थाने में 12 बजे के करीब वह कुछ काम निपटाने लगा.

उसी बीच अथर्व खेलता हुआ थाने के कमरे से बाहर आ गया. खेलते-खेलते वह थाने की साइड में चला गया. इसी दौरान 6-7 कुत्ते बच्चे को अकेला पाकर उसके ऊपर टूट पड़े और उसे झाड़ियों तक खींच ले गए. थोड़ी देर बाद जब गौरव को बेटे की याद आई तो उन्होंने उसे खोजना शुरू किया. गौरव के साथ स्टाफ के लोग भी उसे खोजने लगे. अचानक एक सिपाही की नजर कुछ कपड़ों पर पड़ी तो वह चीखा. उसकी चीख सुनकर गौरव और उनके स्टाफ के लोग भागकर झाड़ियों तक पहुंचे. वहां का नजारा देखकर सभी का दिल दहल गया. 6-7 कुत्ते अथर्व को बुरी तरह नोच रहे थे.

हालत यह थी कि अथर्व 4-5 जोड़ी कपड़े पहने हुए था. लेकिन, कुत्तों ने सारे कपड़े फाड़ डाले. अथर्व के पूरे शरीर पर कुत्तों के पंजों के घाव थे. पूरा शरीर खून से सना हुआ था. आनन-फानन बेसुध अथर्व को जिला अस्पताल पहुंचाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे लखनऊ के लिए रेफर कर दिया. गौरव तिवारी ने बताया कि बच्चे को गोमतीनगर के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है.

थाना प्रभारी एएनटीएफ अयनुद्दीन ने बताया कि खूंखार कुत्तों ने इस कदर बच्चे के शरीर को नोंचा था कि देखकर ही दिल दहल उठा. उन्होंने बताया कि पुलिस लाइन परिसर में छोटे-छोटे बच्चे भी रहते हैं. तमाम कुत्ते भी टहलते रहते हैं. विभाग इन कुत्तों को हटवाने की व्यवस्था करेगा. प्रतिसार निरीक्षक सुभाष चन्द्र मिश्रा ने कहा कि घटना दुखद है. पुलिस लाइन परिसर में घूमते मिलने वाले ऐसे खतरनाक कुत्तों को पकड़ने के लिए नगर पालिका परिषद को लिखा गया है.

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