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पेद्दावागु सिंचाई परियोजना में आई दरार, सैकड़ों मवेशी बहे, NDRF ने 28 लोगों को बचाया - Peddavagu Irrigation Project - PEDDAVAGU IRRIGATION PROJECT

Peddavagu Irrigation Project: पिछले कुछ दिनों से तेलंगाना और पड़ोसी राज्य आंध्र प्रदेश में लगातार बारिश हो रही है. इस बीच, हैदराबाद मौसम विभाग ने बंगाल की खाड़ी में बने कम दबाव के प्रभाव के कारण आज और कल तेलंगाना के कई जिलों में भारी वर्षा का रेड अलर्ट जारी किया है. अधिकारियों ने लोगों को सावधानी बरतने की सलाह दी है. पढ़ें पूरी खबर...

Peddavagu Irrigation Project
तेलंगाना और आंध्र प्रदेश में पेद्दावागु सिंचाई परियोजना में आई दरार (ETV Bharat)
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By ETV Bharat Hindi Team

Published : Jul 19, 2024, 3:41 PM IST

हैदराबाद: तेलंगाना के भद्राद्री कोठागुडेम जिले में गोदावरी बेसिन में पेड्डावगु मध्यम सिंचाई परियोजना में एक बड़ी दरार के बाद सैकड़ों मवेशी बह गए और कई गांवों में बाढ़ आ गई. भारी बारिश और ऊपरी धारा से भारी मात्रा में पानी आने के बाद गुरुवार देर रात अश्वरावपेट मंडल में गुम्मादिवल्ली के पास परियोजना में दरार आ गई. तेलंगाना में परियोजना के पास के गांवों और पड़ोसी राज्य आंध्र प्रदेश के एलुरु जिले के निचले इलाकों में बाढ़ का पानी घुस गया.

दरार के कारण ग्रामीणों में दहशत फैल गई, गांव के लोगों ने रात छतों या पहाड़ियों पर बिताई. इस आपदा में दोनों राज्यों के प्रभावित गांवों में सैकड़ों मवेशी बह गए. तेलंगाना के तीन गांव और आंध्र प्रदेश के 15 गांव दरार के कारण आई बाढ़ से प्रभावित हुए है, इस घटना के चलते परियोजना का पानी खत्म हो गया है. दरार के कारण हजारों एकड़ में लगी कृषि फसलें बर्बाद हो गई है. गांवों से सड़क संपर्क टूट जाने के कारण बचाव और राहत अभियान हवाई मार्ग के द्वारा की जा रही है.

इस आपदा को लेकर अश्वरावपेट विधायक जारे आदिनारायण, कलेक्टर जीतेश वी. पाटिल और पुलिस अधीक्षक रोहित राज ने सिंचाई विभाग के अधिकारियों के साथ शुक्रवार को परियोजना का निरीक्षण किया.

बता दें, गुरुवार को परियोजना से बाढ़ का पानी छोड़े जाने से तीन गांव जलमग्न हो गए. राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) के कर्मियों ने दो हेलीकॉप्टरों की मदद से बाढ़ के पानी में फंसे 28 लोगों को बचाया. अधिकारियों ने कहा कि पेद्दावागु के तीन गेट खुलने से बाढ़ का पानी चार गांवों में प्रवेश कर गया. जिससे कुछ ग्रामीण खेतों में फंस गए थे. उन्हें सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया. जिलाधिकारी जितेश ने बताया कि चार प्रभावित गांवों के लोगों को राहत शिविरों में भेजा गया है.

इस बीच, ऊपर से भारी मात्रा में पानी आने के कारण भद्राचलम में गोदावरी नदी का जलस्तर बढ़ रहा है. शुक्रवार को सुबह 9 बजे जलस्तर 24.5 फीट था. ऊपर की ओर पेरूरु में जलस्तर 40.86 फीट तक बढ़ गया. इंद्रावती और पेरूरु से भारी मात्रा में पानी आने के कारण अधिकारियों को आशंका है कि भद्राचलम में जलस्तर खतरे के निशान को छू सकता है. जलस्तर 43 फीट तक बढ़ने पर पहला खतरे का संकेत दिया जाएगा. दूसरा खतरे का संकेत 48 फीट और तीसरा 53 फीट पर लगाया जाएगा.

भारी बारिश के कारण नाले और नदियां उफान पर हैं. राज्य सरकार ने जिला प्रशासन को अलर्ट कर दिया है. बचाव अभियान के लिए राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) और विशेषज्ञ तैराकों की टीमों को तैनात किया गया है. बंगाल की खाड़ी में कम दबाव वाले क्षेत्र के प्रभाव में तेलंगाना के कुछ हिस्सों में बारिश जारी है. भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने शुक्रवार को भद्राद्री कोठागुडेम, जयशंकर भूपलपल्ली, खम्मम, महबूबाबाद और मुलुगु जिलों में अलग-अलग स्थानों पर अत्यधिक भारी वर्षा की भविष्यवाणी की है.

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दरार के कारण ग्रामीणों में दहशत फैल गई, गांव के लोगों ने रात छतों या पहाड़ियों पर बिताई. इस आपदा में दोनों राज्यों के प्रभावित गांवों में सैकड़ों मवेशी बह गए. तेलंगाना के तीन गांव और आंध्र प्रदेश के 15 गांव दरार के कारण आई बाढ़ से प्रभावित हुए है, इस घटना के चलते परियोजना का पानी खत्म हो गया है. दरार के कारण हजारों एकड़ में लगी कृषि फसलें बर्बाद हो गई है. गांवों से सड़क संपर्क टूट जाने के कारण बचाव और राहत अभियान हवाई मार्ग के द्वारा की जा रही है.

इस आपदा को लेकर अश्वरावपेट विधायक जारे आदिनारायण, कलेक्टर जीतेश वी. पाटिल और पुलिस अधीक्षक रोहित राज ने सिंचाई विभाग के अधिकारियों के साथ शुक्रवार को परियोजना का निरीक्षण किया.

बता दें, गुरुवार को परियोजना से बाढ़ का पानी छोड़े जाने से तीन गांव जलमग्न हो गए. राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) के कर्मियों ने दो हेलीकॉप्टरों की मदद से बाढ़ के पानी में फंसे 28 लोगों को बचाया. अधिकारियों ने कहा कि पेद्दावागु के तीन गेट खुलने से बाढ़ का पानी चार गांवों में प्रवेश कर गया. जिससे कुछ ग्रामीण खेतों में फंस गए थे. उन्हें सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया. जिलाधिकारी जितेश ने बताया कि चार प्रभावित गांवों के लोगों को राहत शिविरों में भेजा गया है.

इस बीच, ऊपर से भारी मात्रा में पानी आने के कारण भद्राचलम में गोदावरी नदी का जलस्तर बढ़ रहा है. शुक्रवार को सुबह 9 बजे जलस्तर 24.5 फीट था. ऊपर की ओर पेरूरु में जलस्तर 40.86 फीट तक बढ़ गया. इंद्रावती और पेरूरु से भारी मात्रा में पानी आने के कारण अधिकारियों को आशंका है कि भद्राचलम में जलस्तर खतरे के निशान को छू सकता है. जलस्तर 43 फीट तक बढ़ने पर पहला खतरे का संकेत दिया जाएगा. दूसरा खतरे का संकेत 48 फीट और तीसरा 53 फीट पर लगाया जाएगा.

भारी बारिश के कारण नाले और नदियां उफान पर हैं. राज्य सरकार ने जिला प्रशासन को अलर्ट कर दिया है. बचाव अभियान के लिए राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) और विशेषज्ञ तैराकों की टीमों को तैनात किया गया है. बंगाल की खाड़ी में कम दबाव वाले क्षेत्र के प्रभाव में तेलंगाना के कुछ हिस्सों में बारिश जारी है. भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने शुक्रवार को भद्राद्री कोठागुडेम, जयशंकर भूपलपल्ली, खम्मम, महबूबाबाद और मुलुगु जिलों में अलग-अलग स्थानों पर अत्यधिक भारी वर्षा की भविष्यवाणी की है.

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