रामनगर: कॉर्बेट टाइगर रिजर्व के अंतर्गत पड़ने वाले कालागढ़ टाइगर रिजर्व की हाथीशाला में 51 वर्ष की हथिनी चंचल पर एक नर हाथी ने हमला किया था. नर हाथी के हमले में हथिनी चंचल गंभीर रूप से घायल हो गई थी. चंचल को बचाया नहीं जा सका. इस हथिनी की मौत हो गई है. चंचल की उम्र लगभग 51 वर्ष की थी.
बता दें कि 21 मई को चंचल पर एक नर हाथी ने हमला कर दिया था. गजराज द्वारा किए गए हमले में चंचल हथिनी का पिछला बांया पैर अन्दर की ओर मुड़ गया था. इस कारण वह चलने में असमर्थ हो गयी थी. साथ ही नर हाथी के हमले से हथिनी के शरीर पर अन्य जगह भी गम्भीर घाव हो गए थे. चंचल का उपचार कॉर्बेट पार्क के वरिष्ठ पशु चिकित्सकों की देख रेख में लम्बे समय से चल रहा था. उपचार के दौरान चंचल हथिनी की मृत्यु हो गयी.
विभागीय अधिकारियों की उपस्थिति में निर्धारित नियमानुसार चंचल हथिनी के शव का पोस्टमार्टम करवाया गया. विसरा और आंतरिक अंगों के सैम्पल को परीक्षण हेतु आईवीआरआई इज्जतनगर, बरेली भेजा गया है. वहीं हथिनी के शव के पोस्टमार्टम के दौरान मौके पर दिगंत नायक उप निदेशक, कार्बेट टाइगर रिजर्व, डॉ शालिनी जोशी, उप प्रभागीय वनाधिकारी, कालागढ़, मनीष जोशी, सहायक वन संरक्षक, डॉ हिमांशु पांगती, वरिष्ठ पशु चिकित्साधिकारी, डॉ० राहुल सती, वरिष्ठ पशु चिकित्साधिकारी, डॉ आयुष उनियाल, पशु चिकित्साधिकारी, नन्द किशोर रूवाली, वन क्षेत्राधिकारी, कालागढ़ तथा स्थानीय एनजीओ के सदस्य विरेन्द्र अग्रवाल, वाइल्ड लािफ वेलफेयर फाउंडेशन व प्रकाश चन्द्र मठपाल, वन दरोगा, हाथी कैम्प प्रभारी आदि उपस्थित रहे.
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