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हिंदुत्व और श्रीराम पर विवादित बयान से देशभर में आक्रोश, संत समाज ने दिया महबूबा मुफ्ती की बेटी को जवाब - CONTROVERSIAL STATEMENT ON HINDUTVA

उज्जैन के संतों ने महबूबा मुफ्ती की बेटी को दी चेतावनी, कहा- ऐसी सोच देश व समाज के लिए बेहद घातक. इतनी तकलीफ है तो देश छोड़ दें इल्तिजा मुफ्ती.

CONTROVERSIAL STATEMENT ON HINDUTVA mufti
महामंडलेश्वर अतुलेशानंद, रामेश्वर दास व शैलेश आनंद जी महाराज (Etv Bharat)
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By ETV Bharat Madhya Pradesh Team

Published : Dec 10, 2024, 7:40 AM IST

Updated : Dec 10, 2024, 9:17 AM IST

उज्जैन : जम्मू कश्मीर की पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी की प्रमुख महबूबा मुफ्ती की बेटी के बयान से देशभर में आक्रोश है. इल्तिजा मुफ्ती ने हिंदुत्व पर विवादित टिप्पणी कर सारी हदें पार कर दी हैं. उन्होंने अपने सोशल मीडिया अकाउंट एक्स पर 'हिंदुत्व' और भगवान श्री राम पर अपमानजनक और अभद्र टिप्पणी की है. हिंदुत्व पर दिए गए इस विवादित बयान पर उज्जैन से संत समाज की भी तीखी प्रतिक्रिया सामने आई है. संत समाज और महामंडलेश्वर ने इल्तिजा मुफ्ती के बयान की निंदा करते हुए उन्हें चेतावनी दे डाली है. साथ ही ऐसे बयानों को भारत की एकता के लिए घातक बताया है.

ऐसी सोच समाज के लिए घातक : महामंडलेश्वर अतुलेशानंद

आह्वान अखाड़े के महामंडलेश्वर अतुलेशानंदजी ने इल्तिजा मुफ्ती के बयान पर कहा, '' महबूबा मुफ्ती की बेटी को अगर हिंदुत्व बीमरी लगता है तो ये बीमारी तुम्हारे लिए घातक सिद्ध होगी. इल्तिजा मुफ्ती का बयान उनकी अज्ञानता का प्रतीक है. हिंदुत्व किसी पर कोई जबरदस्ती नहीं करता, बल्कि यह सहिष्णुता और समर्पण का प्रतीक है. अगर किसी को यह सहन नहीं होता, तो उन्हें अपनी सोच पर आत्ममंथन करना चाहिए.'' उन्होंने इल्तिजा मुफ्ती को चेतावनी देते हुए कहा, " इस प्रकार की मानसिकता देश और समाज के लिए घातक है."

संतों ने महबूबा मुफ्ती के बेटी को दी चेतावनी (Etv Bharat)

'इतनी समस्या है तो दूसरे देश चली जाएं'

जूना अखाड़े के महामंडलेश्वर ने कहा की, '' कुछ लोग केवल सस्ती लोकप्रियता के लिए इस तरह के बयान देते हैं. अगर भारत और हिंदुत्व से इतनी समस्या है, तो उन्हें दूसरे देशों में जाने से कोई नहीं रोकता. यहां के संविधान और संस्कृति का आदर करना सभी का कर्तव्य है. "

'अपनी जैसी सोच वाले देश में जाएं'

सिंहस्थ कुंभ अखाड़ा परिषद के स्थानीय अध्यक्ष रामेश्वर दास ने इल्तिजा मुफ्ती के बयान पर कहा, "अगर किसी को यहां की संस्कृति, सभ्यता और संविधान से इतनी आपत्ति है, तो उन्हें ऐसे देशों में चले जाना चाहिए, जहां उनकी सोच को समर्थन मिले. भारत का संविधान हर नागरिक को समान अधिकार देता है, लेकिन इसे चुनौती देना उचित नहीं है."

'हिंदुत्व के दबने का दौर खत्म'

निरंजनी अखाड़ा उज्जैन के महामंडलेश्वर शैलेश आनंद महाराज ने कहा, '' अब हिंदुत्व के दबने का दौर खत्म हो चुका है. हिंदू समाज जाग चुका है और अपनी संस्कृति की पुनर्स्थापना के लिए पूरी तरह समर्पित है. यह पुनर्जागरण रुकने वाला नहीं है. इल्तिजा मुफ्ती के बयान की कड़ी निंदा करते हुए कहा है कि ऐसे बयान देश की एकता और अखंडता के लिए खतरनाक हैं. सभी नागरिक मिलकर इस प्रकार की नकारात्मक सोच का प्रतिकार करें और अपनी संस्कृति व परंपराओं का सम्मान बनाए रखें.''

महबूबा की बेटी ने हिंदुत्व को कहा बीमारी

दरअसल, महबूबा मुफ्ती की बेटी इल्तिजा मुफ्ती ने हाल ही में अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर हिंदुत्व को 'बीमारी' बताते हुए भगवान श्री राम पर भी अपमानजनक टिप्पणी की, जिसके बाद देशभर में उनका विरोध हो रहा है और सियासत भी गरमा गई है. देशभर के संत समाज इल्तिजा मुफ्ती पर देशद्रोह का मुकदमा दर्ज करने की मांग कर रहे हैं.

उज्जैन : जम्मू कश्मीर की पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी की प्रमुख महबूबा मुफ्ती की बेटी के बयान से देशभर में आक्रोश है. इल्तिजा मुफ्ती ने हिंदुत्व पर विवादित टिप्पणी कर सारी हदें पार कर दी हैं. उन्होंने अपने सोशल मीडिया अकाउंट एक्स पर 'हिंदुत्व' और भगवान श्री राम पर अपमानजनक और अभद्र टिप्पणी की है. हिंदुत्व पर दिए गए इस विवादित बयान पर उज्जैन से संत समाज की भी तीखी प्रतिक्रिया सामने आई है. संत समाज और महामंडलेश्वर ने इल्तिजा मुफ्ती के बयान की निंदा करते हुए उन्हें चेतावनी दे डाली है. साथ ही ऐसे बयानों को भारत की एकता के लिए घातक बताया है.

ऐसी सोच समाज के लिए घातक : महामंडलेश्वर अतुलेशानंद

आह्वान अखाड़े के महामंडलेश्वर अतुलेशानंदजी ने इल्तिजा मुफ्ती के बयान पर कहा, '' महबूबा मुफ्ती की बेटी को अगर हिंदुत्व बीमरी लगता है तो ये बीमारी तुम्हारे लिए घातक सिद्ध होगी. इल्तिजा मुफ्ती का बयान उनकी अज्ञानता का प्रतीक है. हिंदुत्व किसी पर कोई जबरदस्ती नहीं करता, बल्कि यह सहिष्णुता और समर्पण का प्रतीक है. अगर किसी को यह सहन नहीं होता, तो उन्हें अपनी सोच पर आत्ममंथन करना चाहिए.'' उन्होंने इल्तिजा मुफ्ती को चेतावनी देते हुए कहा, " इस प्रकार की मानसिकता देश और समाज के लिए घातक है."

संतों ने महबूबा मुफ्ती के बेटी को दी चेतावनी (Etv Bharat)

'इतनी समस्या है तो दूसरे देश चली जाएं'

जूना अखाड़े के महामंडलेश्वर ने कहा की, '' कुछ लोग केवल सस्ती लोकप्रियता के लिए इस तरह के बयान देते हैं. अगर भारत और हिंदुत्व से इतनी समस्या है, तो उन्हें दूसरे देशों में जाने से कोई नहीं रोकता. यहां के संविधान और संस्कृति का आदर करना सभी का कर्तव्य है. "

'अपनी जैसी सोच वाले देश में जाएं'

सिंहस्थ कुंभ अखाड़ा परिषद के स्थानीय अध्यक्ष रामेश्वर दास ने इल्तिजा मुफ्ती के बयान पर कहा, "अगर किसी को यहां की संस्कृति, सभ्यता और संविधान से इतनी आपत्ति है, तो उन्हें ऐसे देशों में चले जाना चाहिए, जहां उनकी सोच को समर्थन मिले. भारत का संविधान हर नागरिक को समान अधिकार देता है, लेकिन इसे चुनौती देना उचित नहीं है."

'हिंदुत्व के दबने का दौर खत्म'

निरंजनी अखाड़ा उज्जैन के महामंडलेश्वर शैलेश आनंद महाराज ने कहा, '' अब हिंदुत्व के दबने का दौर खत्म हो चुका है. हिंदू समाज जाग चुका है और अपनी संस्कृति की पुनर्स्थापना के लिए पूरी तरह समर्पित है. यह पुनर्जागरण रुकने वाला नहीं है. इल्तिजा मुफ्ती के बयान की कड़ी निंदा करते हुए कहा है कि ऐसे बयान देश की एकता और अखंडता के लिए खतरनाक हैं. सभी नागरिक मिलकर इस प्रकार की नकारात्मक सोच का प्रतिकार करें और अपनी संस्कृति व परंपराओं का सम्मान बनाए रखें.''

महबूबा की बेटी ने हिंदुत्व को कहा बीमारी

दरअसल, महबूबा मुफ्ती की बेटी इल्तिजा मुफ्ती ने हाल ही में अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर हिंदुत्व को 'बीमारी' बताते हुए भगवान श्री राम पर भी अपमानजनक टिप्पणी की, जिसके बाद देशभर में उनका विरोध हो रहा है और सियासत भी गरमा गई है. देशभर के संत समाज इल्तिजा मुफ्ती पर देशद्रोह का मुकदमा दर्ज करने की मांग कर रहे हैं.

Last Updated : Dec 10, 2024, 9:17 AM IST
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