अमरावती: प्रसिद्ध अंतरराष्ट्रीय तीरंदाज वेन्नम ज्योति सुरेखा को मेजर ध्यानचंद खेल रत्न पुरस्कार के लिए अनुचित रूप से नजरअंदाज किया गया, जबकि उन्होंने चुने गए खिलाड़ियों से अधिक पदक और अधिक अंक प्राप्त किए थे. आंध्र प्रदेश उच्च न्यायालय ने एक मामले में सुनवाई करते हुए यह कहा. न्यायालय ने केंद्रीय खेल एवं युवा मामलों के मंत्रालय और पुरस्कार चयन समिति को वेन्नम ज्योति सुरेखा की उम्मीदवारी पर पुनर्विचार करने का निर्देश दिया.
क्या कहा कोर्ट नेः न्यायमूर्ति निम्मागड्डा वेंकटेश्वरलू ने फैसला सुनाया कि सुरेखा के सभी आवेदकों में सबसे अधिक अंक (148.74) थे. पुरस्कार के लिए चुने गए सात्विक साईराज और चिराग चंद्रशेखर शेट्टी के 58.5 अंकों से कहीं अधिक थे. उन्हें बाहर करने का कोई वैध कारण भी नहीं बताया गया. न्यायालय ने कहा कि चयन समिति ने राष्ट्रीय खेल संहिता के विरुद्ध काम किया. विजेताओं को चुनने में दिशानिर्देशों का उल्लंघन किया.
हाईकोर्ट ने केंद्र को निम्न निर्देश दिये:
- 2023 और 2024 के खेल रत्न पुरस्कार विजेताओं के साथ ज्योति सुरेखा के नाम पर विचार किया जाए.
- उससे नए आवेदन न मंगवाए जाएं.
- सुनिश्चित करें कि भविष्य के चयन में विवेकाधीन निर्णयों के बिना स्पष्ट दिशा-निर्देशों का पालन किया जाए.
क्या है मामलाः पिछले साल जनवरी में सुरेखा ने याचिका दायर की थी. जिस पर सुनवाई करते हुए न्यायालय ने ये निर्देश जारी किये. वरिष्ठ अधिवक्ता उन्नम मुरलीधर राव और उन्नम अखिल चौधरी ने मामले में वेन्नम ज्योति सुरेखा का पक्ष रखा. कोर्ट के सामने सुरेखा की उपलब्धियों और अनुचित बहिष्कार पर प्रकाश डाला. हाईकोर्ट ने 2023 के चयन को रद्द नहीं किया, लेकिन इस बात पर जोर दिया कि सुरेखा के दावे पर विचार किया जाना चाहिए.
कौन है वेन्नम ज्योति सुरेखाः ज्योति सुरेखा वेन्नम तीरंदाजी से जुड़ी हैं. वेन्नम का जन्म 3 जुलाई 1996 को विजयवाड़ा, आंध्र प्रदेश में हुआ था. चीन में खेले गये एशियन गेम्स 2023 में गोल्ड मेडल जीता था. उन्होंने यह पदक महिला कंपाउंड फाइनल जीतकर हासिल किया. ज्योति ने अपने करियर में विश्व कप, एशियाई खेलों और विश्व चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीतकर उल्लेखनीय उपलब्धि हासिल की हैं.