दुर्ग: बलौदाबाजार आगजनी मामले में भिलाई विधायक देवेन्द्र यादव की गिरफ्तारी से कांग्रेसियों में काफी आक्रोश देखने को मिल रहा है. शनिवार को कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने देवेन्द्र यादव की गिरफ्तारी के विरोध में प्रदर्शन किया. इस बीच पूर्व सीएम भूपेश बघेल भी विरोध प्रदर्शन किए. इस दौरान पूर्व सीएम की सुरक्षा में चूक देखने को मिली. पूर्व सीएम भूपेश बघेल ने आरोप लगाया है कि बजरंगदल के कार्यकर्ताओं ने जबरन उनके काफिले को रोका. साथ ही उनके कर्मचारियों के साथ धक्का मुक्की भी की.
बघेल ने सुरक्षा में चूक होने का लगाया आरोप: पूर्व सीएम भूपेश बघेल का आरोप है कि शनिवार को वो अपने भिलाई निवास से निकलकर दुर्ग की ओर आ रहे थे. इसी बीच बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने उनके काफिले को रोककर जबरदस्त नारेबाजी की. इसके बाद भूपेश बघेल बहुत देर तक जाम में फंसे रहे. भूपेश बघेल गाड़ी से उतरकर सिरसा गेट चौक पहुंचे तो अचानक कुछ लोग सड़क पर आए और उनका रास्ता रोककर नारेबाजी करने लगे. पूर्व सीएम ने अपनी सुरक्षा में चूक होने की बात कही.
"मेरे काफिले को रोक कर बजरंगदल के कार्यकर्ताओं ने नारेबाजी की. सुरक्षा में कर्मचारियों और अधिकारियों के बीच धक्का मुक्की हुई. दो बार मुझे भी गाड़ी से उतरना पड़ा और बदतमीजी भी की गई. पीछे वाली गाड़ी को तो रोक लिया, जिस प्रकार से छत्तीसगढ़ शासन ने मुझे सुरक्षा दी है. उसमें भारी सेंध लगाई गई. मुझे टारगेट किया गया ताकि मैं प्रदर्शन में ना आ सकूं. सरकार सहमी हुई है. बीजेपी अपने कार्यकर्ताओं के द्वारा विपक्ष के नेताओं को टारगेट कर रही है." -भूपेश बघेल, पूर्व सीएम, छत्तीसगढ़
सुरक्षा अधिकारियों के साथ धक्का मुक्की का आरोप: पूर्व सीएम ने कहा कि, "चक्का जाम की सूचना पहले से दी जाती है. यदि चक्का जाम की स्थिति थी, तो हमें पहले से बता दिया जाता तो हम दूसरे मार्ग से आते. लेकिन ऐसा कुछ भी नहीं हुआ, हम जैसे ही गाड़ी का सायरन बजाए सभी लोग आ गए. एक प्रकार से उन्होंने बदतमीजी भी की और मेरे सुरक्षा अधिकारियों के साथ धक्का मुक्की की. बजरंग दल और विश्व हिंदू परिषद के लोग निरंकुश हो चुके हैं. छत्तीसगढ़ सरकार और प्रशासन मौन होकर देख रही है."
बता दें कि विधायक देवेन्द्र यादव की गिरफ्तारी के विरोध में कांग्रेस विरोध प्रदर्शन कर रही है. शनिवार को दुर्ग में पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में कांग्रेस के हजारों कार्यकर्ताओं ने धरना प्रदर्शन किया. सभी ने गांधी पुतला के पास से रैली निकाल कर कलेक्ट्रेट पहुंचे और एसडीएम को राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौंपा. साथ ही जल्द देवेन्द्र यादव का रिहा करने की मांग की.