अलवर : कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव व वरिष्ठ नेता मोहन प्रकाश ने आरोप लगाया कि भाजपा खुद आतंकित पार्टी है. इसलिए उसके नेता लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी को आतंकी बता रहे हैं. उन्होंने कहा कि भाजपा सभ्य व संस्कारी पार्टी नहीं है. यदि भाजपा सभ्य पार्टी और लोकतांत्रिक परंपराओं को मानने वाली पार्टी होती तो राहुल गांधी के खिलाफ जिस तरह हत्या, जुबान काटने के बयान दिए गए, उस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा खुद आगे आकर खेद प्रकट करते. दरअसल, मोहन प्रकाश रविवार को अलवर में दिवंगत कांग्रेस विधायक जुबेर खान के निधन पर उनके परिजनों को सांत्वना देने के लिए आए थे.
इसके बाद मीडियाकर्मियों से रूबरू हुए कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव मोहन प्रकाश ने कहा कि देश में प्रधानमंत्री और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष का ओहदा बराबर है. जबकि कांग्रेस के शीर्ष नेता मणिशंकर अय्यर को किसी संदर्भ में प्रधानमंत्री को लेकर छोटी सी टिप्पणी करने पर निलंबित कर दिया था. कांग्रेस और भाजपा में यही अंतर है.
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हरियाणा में भाजपा के खिलाफ जनता : मोहन प्रकाश ने कहा कि हरियाणा विधानसभा चुनाव में भाजपा के खिलाफ जनता चुनाव लड़ रही है. वहां कांग्रेस का नंबर कहां जाकर रुकेगा, पता नहीं, ये 60-70 तक भी पहुंच सकता है. वहां भाजपा सरकार के खिलाफ डबल इंकम्बेंसी है. इनमें एक पीएम मोदी और दूसरी हरियाणा सरकार की 10 साल सरकार का शासन शामिल है. उन्होंने कहा कि हरियाणा ही नहीं, अब देश में जहां भी चुनाव होंगे, वहां कांग्रेस जीतेगी. उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा केवल वोटों का विभाजन कर जीत का प्रयास करती है.
4 राज्यों में एक साथ नहीं करा सकते चुनाव : कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव ने कहा कि चार राज्यों में एक साथ चुनाव करा नहीं पा रहे और बात कर रहे हैं वन नेशन वन इलेक्शन की. उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट की फुल बेंच का फैसला है कि संविधान के मूल आधार में संसद भी परिवर्तन नहीं कर सकती है. इस फैसले से संविधान में 7 या 8 संशोधन करने पड़ेंगे. यह संवैधानिक नहीं है. कानूनविद भले ही इस पर अपनी राय रखें, लेकिन यह संविधान के मूल आधार पर चोट है.