ETV Bharat / bharat

'ममता सरकार नहीं सक्षम, केंद्रीय एजेंसी को सौंपा जाए NH-10', सिक्किम के CM का पीएम से आग्रह - Sikkim NH 10

author img

By ETV Bharat Hindi Team

Published : Jun 25, 2024, 10:11 PM IST

Sikkim CM meets PM Narendra Modi: सिक्किम के मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तमांग ने संसद भवन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की. बैठक के दौरान, सीएम तमांग ने कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा की. उन्होंने एनएच-10 पर प्रकाश डालते हुए, एक स्थायी समाधान का अनुरोध किया और प्रस्ताव दिया कि इसके रखरखाव का काम NHAI या NHIDCL जैसी केंद्रीय एजेंसी को सौंपा जाए.

Sikkim CM meets PM Narendra Modi
सिक्किम कमुख्यमंत्री ने पीएम मोदी से की मुलाकात, प्रमुख मुद्दों पर की चर्चा (PMO India @PMOIndia)

सिलीगुड़ी: सिक्किम के मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तमांग ने सोमवार को संसद भवन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की और उन्हें लगातार तीसरी बार चुनावी जीत की बधाई दी. मुख्यमंत्री ने अक्टूबर 2023 में सिक्किम में आई बाढ़ के बाद त्वरित राहत प्रयासों के लिए प्रधानमंत्री को धन्यवाद दिया. उन्होंने सिक्किम के विकास और मौजूदा हालात पर काफी देर तक चर्चा की. उस चर्चा के दौरान उन्होंने मांग की कि केंद्र सरकार बंगाल-सिक्किम की जीवनरेखा 10 राष्ट्रीय राजमार्ग की मरम्मत और नवीनीकरण का काम अपने हाथ में ले.

सिक्किम के मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तमांग ने दावा किया कि ममता बनर्जी की सरकार पश्चिम बंगाल के अंतर्गत आने वाले राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 10 की मुरम्मत और नवीनीकरण करने में सक्षम नहीं है. तमांग ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से आग्रह किया कि केंद्र सरकार को यह काम करना चाहिए. एनएच-10 के सामरिक महत्व पर प्रकाश डालते हुए, सीएम तमांग ने इसके बार-बार होने वाले व्यवधानों के लिए एक स्थायी समाधान का अनुरोध किया. उन्होंने प्रस्ताव दिया कि इसके रखरखाव का काम NHAI या NHIDCL जैसी केंद्रीय एजेंसी को सौंपा जाए. उन्होंने हाल ही में उत्तरी सिक्किम में बादल फटने के बाद गंगटोक को भारत-चीन सीमा से जोड़ने वाले एनएच-310A को बहाल करने के लिए तत्काल हस्तक्षेप की भी मांग की.

गौरतलब है कि मुख्य राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या-10, बंगाल के दार्जिलिंग जिले के कोरोनेशन ब्रिज या बागपूल से सिक्किम के गंगटोक तक है. राष्ट्रीय राजमार्ग के कुल 104 किलोमीटर में से 47 किलोमीटर सिक्किम के अधीन है, शेष 57 किलोमीटर बंगाल के अधीन है. 1968 से सीपीडब्ल्यूडी राष्ट्रीय राजमार्ग की मरम्मत और नवीनीकरण का काम कर रहा है. 1980 में इसकी देखभाल सीमा सड़क संगठन (BRO) करता था, लेकिन करीब 10 साल के रखरखाव के बाद इसे राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण द्वारा रखरखाव के लिए राज्य निर्माण विभाग को सौंप दिया गया. मरम्मत और जीर्णोद्धार के लिए केंद्र सरकार ने धन दिया, लेकिन परियोजना का काम बंगाल के निर्माण विभाग ने किया. 2016 से निर्माण विभाग को बीआरओ बंगाल के तहत 57 किलोमीटर राष्ट्रीय राजमार्गों की मरम्मत और जीर्णोद्धार का काम सौंपा गया है, वहीं सिक्किम वाले हिस्से में रखरखाव की जिम्मेदारी बीआरओ ने अपने हाथों में रखी हुई है.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात के बाद सिक्किम के मुख्यमंत्री ने मांग की कि बंगाल के तहत आने वाले उस महत्वपूर्ण सड़क की मरम्मत और जीर्णोद्धार का काम बंगाल निर्माण विभाग के बजाय राष्ट्रीय सड़क प्राधिकरण, राष्ट्रीय सड़क और बुनियादी ढांचा विकास निगम, बीआरओ या GRIEF को सौंप दिया जाना चाहिए. कथित तौर पर, 2023 में अचानक आई बाढ़ या हाल ही में भारी बारिश के कारण कई जगहों पर भूस्खलन के कारण राष्ट्रीय राजमार्ग क्षतिग्रस्त हो गया. इसके अलावा, तीस्ता नदी में सड़क के कई हिस्से भी पानी में डूब गए. अभी तक राष्ट्रीय राजमार्ग पर यातायात सामान्य नहीं हो पाया है. सिक्किम जाने वाले वाहन लावा और गोरुबथान होते हुए सिक्किम जा रहे हैं.

राष्ट्रीय राजमार्ग के बार-बार बंद होने से सिक्किम को नुकसान हो रहा है. प्रेम सिंह तमांग ने प्रधानमंत्री से चिंता जताई कि, अगर ऐसा ही चलता रहा तो सिक्किम को सामाजिक-आर्थिक रूप से काफी नुकसान होगा. साथ ही सिक्किम के मुख्यमंत्री ने लगातार बारिश के कारण सिक्किम में आई बाढ़ और भूस्खलन के कारण 3673 करोड़ रुपये के मुआवजे के लिए केंद्र से अपील की है.

सिक्किम के मुख्यमंत्री के राजनीतिक सलाहकार और प्रवक्ता विकास बसनेत ने इस संबंध में कहा, 'सिक्किम के अंतर्गत राष्ट्रीय राजमार्ग के रखरखाव का काम भी बीआरओ द्वारा किया जा रहा है. इस बीच, सिक्किम में कोई समस्या नहीं है, लेकिन पश्चिम बंगाल में समस्या है. सड़क कभी-कभी बंद हो जाती है. पश्चिम बंगाल सरकार सड़क की मरम्मत और पुनर्वास नहीं कर पा रही है. इसलिए हम चाहते हैं कि केंद्र सरकार यह काम करे. इसलिए प्रधानमंत्री से हस्तक्षेप करने का अनुरोध किया गया है'. पश्चिम बंगाल के पीडब्ल्यूडी मंत्री पुलक रॉय ने कहा कि, 'मामला हमें पता नहीं था. हमें पता लगाना होगा'.

पढ़ें: यौन उत्पीड़न मामले में प्रज्वल के खिलाफ चौथी FIR दर्ज, पूर्व बीजेपी विधायक का नाम भी शामिल

सिलीगुड़ी: सिक्किम के मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तमांग ने सोमवार को संसद भवन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की और उन्हें लगातार तीसरी बार चुनावी जीत की बधाई दी. मुख्यमंत्री ने अक्टूबर 2023 में सिक्किम में आई बाढ़ के बाद त्वरित राहत प्रयासों के लिए प्रधानमंत्री को धन्यवाद दिया. उन्होंने सिक्किम के विकास और मौजूदा हालात पर काफी देर तक चर्चा की. उस चर्चा के दौरान उन्होंने मांग की कि केंद्र सरकार बंगाल-सिक्किम की जीवनरेखा 10 राष्ट्रीय राजमार्ग की मरम्मत और नवीनीकरण का काम अपने हाथ में ले.

सिक्किम के मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तमांग ने दावा किया कि ममता बनर्जी की सरकार पश्चिम बंगाल के अंतर्गत आने वाले राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 10 की मुरम्मत और नवीनीकरण करने में सक्षम नहीं है. तमांग ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से आग्रह किया कि केंद्र सरकार को यह काम करना चाहिए. एनएच-10 के सामरिक महत्व पर प्रकाश डालते हुए, सीएम तमांग ने इसके बार-बार होने वाले व्यवधानों के लिए एक स्थायी समाधान का अनुरोध किया. उन्होंने प्रस्ताव दिया कि इसके रखरखाव का काम NHAI या NHIDCL जैसी केंद्रीय एजेंसी को सौंपा जाए. उन्होंने हाल ही में उत्तरी सिक्किम में बादल फटने के बाद गंगटोक को भारत-चीन सीमा से जोड़ने वाले एनएच-310A को बहाल करने के लिए तत्काल हस्तक्षेप की भी मांग की.

गौरतलब है कि मुख्य राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या-10, बंगाल के दार्जिलिंग जिले के कोरोनेशन ब्रिज या बागपूल से सिक्किम के गंगटोक तक है. राष्ट्रीय राजमार्ग के कुल 104 किलोमीटर में से 47 किलोमीटर सिक्किम के अधीन है, शेष 57 किलोमीटर बंगाल के अधीन है. 1968 से सीपीडब्ल्यूडी राष्ट्रीय राजमार्ग की मरम्मत और नवीनीकरण का काम कर रहा है. 1980 में इसकी देखभाल सीमा सड़क संगठन (BRO) करता था, लेकिन करीब 10 साल के रखरखाव के बाद इसे राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण द्वारा रखरखाव के लिए राज्य निर्माण विभाग को सौंप दिया गया. मरम्मत और जीर्णोद्धार के लिए केंद्र सरकार ने धन दिया, लेकिन परियोजना का काम बंगाल के निर्माण विभाग ने किया. 2016 से निर्माण विभाग को बीआरओ बंगाल के तहत 57 किलोमीटर राष्ट्रीय राजमार्गों की मरम्मत और जीर्णोद्धार का काम सौंपा गया है, वहीं सिक्किम वाले हिस्से में रखरखाव की जिम्मेदारी बीआरओ ने अपने हाथों में रखी हुई है.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात के बाद सिक्किम के मुख्यमंत्री ने मांग की कि बंगाल के तहत आने वाले उस महत्वपूर्ण सड़क की मरम्मत और जीर्णोद्धार का काम बंगाल निर्माण विभाग के बजाय राष्ट्रीय सड़क प्राधिकरण, राष्ट्रीय सड़क और बुनियादी ढांचा विकास निगम, बीआरओ या GRIEF को सौंप दिया जाना चाहिए. कथित तौर पर, 2023 में अचानक आई बाढ़ या हाल ही में भारी बारिश के कारण कई जगहों पर भूस्खलन के कारण राष्ट्रीय राजमार्ग क्षतिग्रस्त हो गया. इसके अलावा, तीस्ता नदी में सड़क के कई हिस्से भी पानी में डूब गए. अभी तक राष्ट्रीय राजमार्ग पर यातायात सामान्य नहीं हो पाया है. सिक्किम जाने वाले वाहन लावा और गोरुबथान होते हुए सिक्किम जा रहे हैं.

राष्ट्रीय राजमार्ग के बार-बार बंद होने से सिक्किम को नुकसान हो रहा है. प्रेम सिंह तमांग ने प्रधानमंत्री से चिंता जताई कि, अगर ऐसा ही चलता रहा तो सिक्किम को सामाजिक-आर्थिक रूप से काफी नुकसान होगा. साथ ही सिक्किम के मुख्यमंत्री ने लगातार बारिश के कारण सिक्किम में आई बाढ़ और भूस्खलन के कारण 3673 करोड़ रुपये के मुआवजे के लिए केंद्र से अपील की है.

सिक्किम के मुख्यमंत्री के राजनीतिक सलाहकार और प्रवक्ता विकास बसनेत ने इस संबंध में कहा, 'सिक्किम के अंतर्गत राष्ट्रीय राजमार्ग के रखरखाव का काम भी बीआरओ द्वारा किया जा रहा है. इस बीच, सिक्किम में कोई समस्या नहीं है, लेकिन पश्चिम बंगाल में समस्या है. सड़क कभी-कभी बंद हो जाती है. पश्चिम बंगाल सरकार सड़क की मरम्मत और पुनर्वास नहीं कर पा रही है. इसलिए हम चाहते हैं कि केंद्र सरकार यह काम करे. इसलिए प्रधानमंत्री से हस्तक्षेप करने का अनुरोध किया गया है'. पश्चिम बंगाल के पीडब्ल्यूडी मंत्री पुलक रॉय ने कहा कि, 'मामला हमें पता नहीं था. हमें पता लगाना होगा'.

पढ़ें: यौन उत्पीड़न मामले में प्रज्वल के खिलाफ चौथी FIR दर्ज, पूर्व बीजेपी विधायक का नाम भी शामिल

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.