ETV Bharat / bharat

'गिराए जाने वाले अगुवानी पुल का क्षतिग्रस्त हिस्सा ही गिरा है..' बिहार राज्य सेतु निगम की सफाई - Aguwani Ghat Bridge Collapse

बिहार में अगुवानी पुल 2 साल में 3 बार गिर चुका है. तीसरी बार पुल का हिस्सा गिरने पर जेडीयू के विधायक डॉ. संजीव कुमार ने अपनी ही सरकार के सिस्टम को भ्रष्ट बताया और नीतीश और गडकरी को टैग करते हुए सवाल खड़े किए. वहीं दूसरी ओर विपक्ष भी इसको लेकर हमलावर है. उठते सवालों पर बिहार राज्य पुल निगम सामने आया और उसने सफाई दी कि..

Etv Bharat
Etv Bharat (Etv Bharat)
author img

By ETV Bharat Bihar Team

Published : Aug 17, 2024, 3:33 PM IST

पटना : भागलपुर के सुल्तानगंज और खगड़िया के अगुवानी घाट के बीच बन रहे पुल के निर्माणाधीन हिस्सा तीसरी बार गिरने पर नीतीश कुमार के विधायक डॉ संजीव कुमार ने सरकार पर सवाल खड़ा किया तो बिहार राज्य पुल निगम लिमिटेड ने सफाई दी. बिहार राज्य पुल निर्माण निगम ने सफाई देते हुए कहा है कि 'क्षतिग्रस्त हिस्सा जिसे हटाया जा रहा था वही क्षतिग्रस्त हुआ है.'

जदयू विधायक संजीव पहले भी उठाते रहे हैं सवाल : जदयू विधायक अगुवानी घाट पुल को लेकर पहले भी सवाल उठाते रहे हैं. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से जाकर मुलाकात भी की थी. विधानसभा में भी इस मामले को उठाया था. निर्माणाधीन स्ट्रक्चर तीसरी बार गिरने पर एक बार फिर से जदयू विधायक अपने सरकार के खिलाफ मुखर हो गए हैं.

बिहार राज्य पुल निर्माण निगम की सफाई
बिहार राज्य पुल निर्माण निगम की सफाई (ETV Bharat)
पुल निर्माण निगम की सफाई : दूसरी तरफ बिहार राज्य पुल निर्माण निगम लिमिटेड ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर अगुवानी घाट पुल को लेकर सफाई दी है. प्रेस विज्ञप्ति में लिखा है कि नाबार्ड योजना अंतर्गत अगुवानी घाट एवं सुल्तानगंज के बीच गंगा नदी पर 2X2 लेन वाला उच्च स्तरीय आरसीसी पुल निर्माण कार्य किया जा रहा है. इस योजना का निर्माण हेतु कार्य ईपीसी मोड पर आवंटित था. जिसके डिजाइन की जिम्मेदारी संविदा की थी.

पुल का हिस्सा कब कब गिरा : पुल के एक्स्ट्रा dosed भाग के निर्माण के समय पहली बार 30 अप्रैल 2022 को क्षतिग्रस्त हुआ जिसे तोड़कर हटाने का निर्देश दिया जा चुका है. इसके डिजाइन की जांच आईआईटी रुड़की द्वारा कराई गई थी. इसके अतिरिक्त पुल के सब स्ट्रक्चर एवं फाउंडेशन की भी जांच कराई जा रही है. इस बीच इस तकनीक पर बना रहे पुल का दूसरा भाग दिनांक 4 जून 2023 को क्षतिग्रस्त हुआ.

'गिराया जाने वाला क्षतिग्रस्त हिस्सा ही गिरा' : बिहार राज्य पुल निगम ने कहा कि जांच में इसकी डिजाइन त्रुटिपूर्ण पाया गया. जिसके बाद तत्काल पुल का कार्य बंद कर दिया गया. संवेदक को इस तकनीक पर निर्माण किये जा रहे सभी भाग को हटाने का आदेश दिया गया. पूर्व में क्षतिग्रस्त हुए भाग के शेष हिस्से जिसे हटाया जा रहा था, तभी गंगा नदी के जलस्तर में वृद्धि एवं तेज बहाव होने के कारण तीसरी बार ये क्षतिग्रस्त हो गया.

''यह भाग पूर्व के क्षतिग्रस्त भाग जिसे हटाया जाना था का ही एक हिस्सा है. गत दुर्घटना के पश्चात इस पुल पर किसी भी प्रकार का कार्य नहीं कराया जा रहा है. माननीय उच्च न्यायालय द्वारा यह आदेश दिया गया है कि संवेदक के कॉस्ट पर नए सिरे से इस भाग का कार्य कराया जाना है. उक्त के आलोक में डिजाइन प्रक्रियाधीन है इसका नए सिरे से निर्माण कार्य कराया जाएगा.''- बिहार राज्य पुल निर्माण निगम लिमिटेड

नीतीश सरकार दो तरफा घिरी : अगुवानी घाट पुल को लेकर नीतीश सरकार एक ओर जहां तेजस्वी यादव और विपक्ष के निशाने पर है. वहीं उनके विधायक के सवाल उठाने पर भी वो घिरे हुए हैं. नीतीश के विधायक ही पूरे सिस्सट को भ्रष्टाचार में डूबा बता रहे हैं. ऐसे में नीतीश दो तरफा घिरे हुए दिखाई दे रहे हैं.

ये भी पढ़ें-

पटना : भागलपुर के सुल्तानगंज और खगड़िया के अगुवानी घाट के बीच बन रहे पुल के निर्माणाधीन हिस्सा तीसरी बार गिरने पर नीतीश कुमार के विधायक डॉ संजीव कुमार ने सरकार पर सवाल खड़ा किया तो बिहार राज्य पुल निगम लिमिटेड ने सफाई दी. बिहार राज्य पुल निर्माण निगम ने सफाई देते हुए कहा है कि 'क्षतिग्रस्त हिस्सा जिसे हटाया जा रहा था वही क्षतिग्रस्त हुआ है.'

जदयू विधायक संजीव पहले भी उठाते रहे हैं सवाल : जदयू विधायक अगुवानी घाट पुल को लेकर पहले भी सवाल उठाते रहे हैं. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से जाकर मुलाकात भी की थी. विधानसभा में भी इस मामले को उठाया था. निर्माणाधीन स्ट्रक्चर तीसरी बार गिरने पर एक बार फिर से जदयू विधायक अपने सरकार के खिलाफ मुखर हो गए हैं.

बिहार राज्य पुल निर्माण निगम की सफाई
बिहार राज्य पुल निर्माण निगम की सफाई (ETV Bharat)
पुल निर्माण निगम की सफाई : दूसरी तरफ बिहार राज्य पुल निर्माण निगम लिमिटेड ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर अगुवानी घाट पुल को लेकर सफाई दी है. प्रेस विज्ञप्ति में लिखा है कि नाबार्ड योजना अंतर्गत अगुवानी घाट एवं सुल्तानगंज के बीच गंगा नदी पर 2X2 लेन वाला उच्च स्तरीय आरसीसी पुल निर्माण कार्य किया जा रहा है. इस योजना का निर्माण हेतु कार्य ईपीसी मोड पर आवंटित था. जिसके डिजाइन की जिम्मेदारी संविदा की थी.

पुल का हिस्सा कब कब गिरा : पुल के एक्स्ट्रा dosed भाग के निर्माण के समय पहली बार 30 अप्रैल 2022 को क्षतिग्रस्त हुआ जिसे तोड़कर हटाने का निर्देश दिया जा चुका है. इसके डिजाइन की जांच आईआईटी रुड़की द्वारा कराई गई थी. इसके अतिरिक्त पुल के सब स्ट्रक्चर एवं फाउंडेशन की भी जांच कराई जा रही है. इस बीच इस तकनीक पर बना रहे पुल का दूसरा भाग दिनांक 4 जून 2023 को क्षतिग्रस्त हुआ.

'गिराया जाने वाला क्षतिग्रस्त हिस्सा ही गिरा' : बिहार राज्य पुल निगम ने कहा कि जांच में इसकी डिजाइन त्रुटिपूर्ण पाया गया. जिसके बाद तत्काल पुल का कार्य बंद कर दिया गया. संवेदक को इस तकनीक पर निर्माण किये जा रहे सभी भाग को हटाने का आदेश दिया गया. पूर्व में क्षतिग्रस्त हुए भाग के शेष हिस्से जिसे हटाया जा रहा था, तभी गंगा नदी के जलस्तर में वृद्धि एवं तेज बहाव होने के कारण तीसरी बार ये क्षतिग्रस्त हो गया.

''यह भाग पूर्व के क्षतिग्रस्त भाग जिसे हटाया जाना था का ही एक हिस्सा है. गत दुर्घटना के पश्चात इस पुल पर किसी भी प्रकार का कार्य नहीं कराया जा रहा है. माननीय उच्च न्यायालय द्वारा यह आदेश दिया गया है कि संवेदक के कॉस्ट पर नए सिरे से इस भाग का कार्य कराया जाना है. उक्त के आलोक में डिजाइन प्रक्रियाधीन है इसका नए सिरे से निर्माण कार्य कराया जाएगा.''- बिहार राज्य पुल निर्माण निगम लिमिटेड

नीतीश सरकार दो तरफा घिरी : अगुवानी घाट पुल को लेकर नीतीश सरकार एक ओर जहां तेजस्वी यादव और विपक्ष के निशाने पर है. वहीं उनके विधायक के सवाल उठाने पर भी वो घिरे हुए हैं. नीतीश के विधायक ही पूरे सिस्सट को भ्रष्टाचार में डूबा बता रहे हैं. ऐसे में नीतीश दो तरफा घिरे हुए दिखाई दे रहे हैं.

ये भी पढ़ें-

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.