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विमानों के लिए काल है नेपाल का रनवे, टेकऑफ करने में पायलट के छूट जाते हैं पसीने, जानें क्यों होते हैं यहां हादसे - Airplane Accident

Airplane Accident: त्रिभुवन अतंरराष्ट्रीय हवाई अड्डे बुधवार 24 जुलाई की सुबह पर एक निजी एयरलाइन कंपनी के विमान के दुर्घटनाग्रस्त होने से 18 लोगों की मौत हो गई. हिमालयी देश में दुनिया सबसे मुश्किल रनवे हैं. यहां पहले भी इस तरह के हादसे हो चुके हैं.

Airplane Accident
विमान हादसा (सांकेतिक तस्वीर)
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By ETV Bharat Hindi Team

Published : Jul 24, 2024, 4:09 PM IST

Updated : Jul 24, 2024, 4:53 PM IST

नई दिल्ली: नेपाल के काठमांडू स्थित त्रिभुवन अतंरराष्ट्रीय हवाई अड्डे बुधवार 24 जुलाई की सुबह पर एक निजी एयरलाइन कंपनी के विमान के दुर्घटनाग्रस्त होने से 18 लोगों की मौत हो गई. फ्लाइट में 19 लोग सवार थे. सौर्य एयरलाइंस का यह विमान नेपाल के पोखरा जा रहा था, तभी यह हादसा हुआ.

सूत्रों के अनुसार पायलट मनीष शाक्य को बचा लिया गया है और उन्हें पास के अस्पताल ले जाया गया, जहां उनका इलाज जारी है. बचाव अभियान का नेतृत्व नेपाल की सेना कर रही है. सौर्य एयरलाइंस नेपाल में दो बॉम्बार्डियर CRJ-200 क्षेत्रीय जेट विमानों के साथ घरेलू उड़ानें संचालित करती है, जो दोनों लगभग 20 साल पुराने हैं.

नेपाल में सबसे मुश्किल रनवे
बता दें कि यह पहला मौका नहीं है, जब नेपाल में कोई विमान हादसा हुआ है. यहां पहले भी इस तरह के हादसे हो चुके हैं. दरअसल, हिमालयी देश में दुनिया सबसे मुश्किल रनवे हैं, जिन पर उतरना मुश्किल है. इसके दोनों ओर बर्फ से ढकी चोटियां हैं, जहां पहुंचना कुशल पायलटों के लिए भी चुनौती भरा होता है. इसके अलावा पहाड़ों में मौसम भी तेजी से बदलता है, जिससे उड़ान के लिए जोखिम भरे हालात बन जाते हैं.

कब-कब हुए विमान हादसे?
इससे पहले 15 जनवरी 2023 को नेपाल के एक पर्यटक शहर के लिए 27 मिनट की उड़ान भरने वाला एक विमान एक नए हवाई अड्डे पर उतरने का प्रयास करते समय एक खाई में गिर गया. विमान में सवार 72 लोगों में से कम से कम 68 लोगों की मौत हो गई थी.

इससे पहले 1992 में थाई एयरवेज की फ्लाइट 311 त्रिभुवन अतंरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के लिए उड़ान भरते समय काठमांडू के पास दुर्घटनाग्रस्त हो गई. विमान में सवार सभी 113 यात्री और चालक दल के सदस्य मारे गए थे. इसी साल पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस की फ्लाइट पायलट की गलती के कारण काठमांडू के पास दुर्घटनाग्रस्त हो गई. हादसे में 177 में से 167 यात्री और चालक दल के सदस्य मारे गए.

इसके बाद 1998 में बंगलादेश बिमान फ्लाइट त्रिभुवन अतंरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के लिए उड़ान भरते समय काठमांडू के पास दुर्घटनाग्रस्त हो गई. इसमें 22 में से 14 यात्री और चालक दल के सदस्य मारे गए.यति एयरलाइंस की फ्लाइट 103 साल 2008 में खराब मौसम के कारण लुक्ला हवाई अड्डे के पास दुर्घटनाग्रस्त हो गई. इसमें सवार 19 में से 18 चालक दल के सदस्य मारे गए.

2011 में बुद्ध एयर फ्लाइट काठमांडू के त्रिभुवन अतंरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के पास दुर्घटनाग्रस्त हो गई, जिसमें सवार सभी 19 यात्री और चालक दल के सदस्य मारे गए. वहीं, 2012 में सीता एयर फ्लाइट 601 उड़ान भरने के कुछ ही देर बाद काठमांडू के पास दुर्घटनाग्रस्त हो गई. हादसे में सभी यात्री और चालक दल के सदस्य मारे गए. 2012 में ही अग्नि एयरलाइंस की फ्लाइट जोमसोम हवाई अड्डे के पास हादसे का शिकार हो गई, जिसमें सवार 21 लोगों में से 15 की मौत हो गई. 2018 में यूएस-बांग्ला एयरलाइंस की फ्लाइट काठमांडू के त्रिभुवन अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर दुर्घटनाग्रस्त हो गई. इसमें 71 यात्रियों और चालक दल में से 51 की मौत हो गई.

नेपाल को बुनियादी ढांचे एडवांस करने की जरूरत
ऐसी घटनाओं के कारण नेपाल सरकार को हवाई जहाज दुर्घटनाओं की घटनाओं में उल्लेखनीय कमी लाने और देश में समग्र विमानन सुरक्षा को बढ़ाने के लिए कई उपाय करने और रनवे, प्रकाश व्यवस्था और नेविगेशन सहायता सहित हवाई अड्डे के बुनियादी ढांचे का आधुनिकीकरण करने की आवश्यकता है. आधुनिक तकनीक में अपग्रेड करने से टेकऑफ, लैंडिंग और प्रतिकूल मौसम की स्थिति के दौरान सुरक्षा बढ़ सकती है और विमान और ग्राउंड कंट्रोल के बीच बेहतर संचार और समन्वय सुनिश्चित करने के लिए एटीसी सिस्टम को मजबूत किया जा सकता है.

10 साल में अन्य देशों में हुए विमान हादसे
21 मार्च 2022 को 133 लोगों को लेकर जा रहा चीन का विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया. इसके चलते जंगल में आग लग गई थी. रिपोर्ट्स के मुताबिक चाइना ईस्टर्न एयरलाइंस का बोइंग 737 विमान गुआंग्शी में दुर्घटनाग्रस्त हुआ था.

10 जनवरी 2020 को एक विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया था, जिसमें सवार सभी 176 लोग मारे गए थे. इसको लेकर यूएस के विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ ने आरोप लगाया कि इस यूक्रेनी यात्री विमान को ईरान ने मार गिराया.

19 जून 2019 को डच नेतृत्व वाली अंतरराष्ट्रीय टीम ने तीन रूसियों (इगोर गिर्किन, सर्गेई दुबिंस्की और ओलेग पुलाटोव) और एक यूक्रेनी (लियोनिद खारचेंको) पर 2014 में विद्रोही-कब्जे वाले पूर्वी यूक्रेन के ऊपर उड़ान MH17 को मार गिराने के आरोप में हत्या का आरोप लगाया, जिसमें 298 लोग मारे गए थे.

10 मार्च 2019 को इथियोपिया एयरलाइंस का नया बोइंग 737-8 मैक्स अदीस अबाबा से उड़ान भरने के तुरंत बाद दुर्घटनाग्रस्त हो गया, जिससे विमान में सवार सभी 157 लोग मारे गए. विमान में 35 देशों के लोग सवार थे.

29 अक्टूबर 2018 को इंडोनेशिया में लॉयन एयर का विमान समुद्र में दुर्घटनाग्रस्त हो गया, जिससे उसमें सवार सभी 189 लोगों की मौत हो गई. जकार्ता से सुमात्रा के एक द्वीप के लिए उड़ान भरने के मात्र 13 मिनट बाद विमान जावा सागर में जा गिरा.

18 मई 2018 को क्यूबा में जोस मार्टी हवाई अड्डे से उड़ान भरने के कुछ ही समय बाद एक सरकारी विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया, जिसमें 100 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई.

11 अप्रैल 2018 को अल्जीरिया में एक सैन्य विमान अल्जीयर्स के दक्षिण-पश्चिम में बौफारिक हवाई अड्डे के पास एक मैदान में दुर्घटनाग्रस्त हो गया, जिसमें 257 लोग मारे गए.

7 जून 2017 को दक्षिणी म्यांमार से यांगून जा रहा म्यांमार का सैन्य परिवहन विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया, जिसमें 122 लोग सवार थे.

17 जुलाई 2014 मलेशिया एयरलाइंस की फ्लाइट 17 (MH17) एम्स्टर्डम से कुआलालंपुर जाने वाली यात्री उड़ान को यूक्रेन में मार गिराया गया था, जिसमें सभी 298 यात्री मारे गए थे.

8 मार्च 2014 को मलेशिया एयरलाइंस की उड़ान 370, जो 239 लोगों को लेकर कुआलालंपुर से बीजिंग जा रही 777 थी, 8 मार्च 2014 को रडार स्क्रीन से गायब हो गई.

यह भी पढ़ें- नेपाल में प्लेन क्रैश, टेक ऑफ करते समय हुआ हादसा, 18 लोगों की मौत

नई दिल्ली: नेपाल के काठमांडू स्थित त्रिभुवन अतंरराष्ट्रीय हवाई अड्डे बुधवार 24 जुलाई की सुबह पर एक निजी एयरलाइन कंपनी के विमान के दुर्घटनाग्रस्त होने से 18 लोगों की मौत हो गई. फ्लाइट में 19 लोग सवार थे. सौर्य एयरलाइंस का यह विमान नेपाल के पोखरा जा रहा था, तभी यह हादसा हुआ.

सूत्रों के अनुसार पायलट मनीष शाक्य को बचा लिया गया है और उन्हें पास के अस्पताल ले जाया गया, जहां उनका इलाज जारी है. बचाव अभियान का नेतृत्व नेपाल की सेना कर रही है. सौर्य एयरलाइंस नेपाल में दो बॉम्बार्डियर CRJ-200 क्षेत्रीय जेट विमानों के साथ घरेलू उड़ानें संचालित करती है, जो दोनों लगभग 20 साल पुराने हैं.

नेपाल में सबसे मुश्किल रनवे
बता दें कि यह पहला मौका नहीं है, जब नेपाल में कोई विमान हादसा हुआ है. यहां पहले भी इस तरह के हादसे हो चुके हैं. दरअसल, हिमालयी देश में दुनिया सबसे मुश्किल रनवे हैं, जिन पर उतरना मुश्किल है. इसके दोनों ओर बर्फ से ढकी चोटियां हैं, जहां पहुंचना कुशल पायलटों के लिए भी चुनौती भरा होता है. इसके अलावा पहाड़ों में मौसम भी तेजी से बदलता है, जिससे उड़ान के लिए जोखिम भरे हालात बन जाते हैं.

कब-कब हुए विमान हादसे?
इससे पहले 15 जनवरी 2023 को नेपाल के एक पर्यटक शहर के लिए 27 मिनट की उड़ान भरने वाला एक विमान एक नए हवाई अड्डे पर उतरने का प्रयास करते समय एक खाई में गिर गया. विमान में सवार 72 लोगों में से कम से कम 68 लोगों की मौत हो गई थी.

इससे पहले 1992 में थाई एयरवेज की फ्लाइट 311 त्रिभुवन अतंरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के लिए उड़ान भरते समय काठमांडू के पास दुर्घटनाग्रस्त हो गई. विमान में सवार सभी 113 यात्री और चालक दल के सदस्य मारे गए थे. इसी साल पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस की फ्लाइट पायलट की गलती के कारण काठमांडू के पास दुर्घटनाग्रस्त हो गई. हादसे में 177 में से 167 यात्री और चालक दल के सदस्य मारे गए.

इसके बाद 1998 में बंगलादेश बिमान फ्लाइट त्रिभुवन अतंरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के लिए उड़ान भरते समय काठमांडू के पास दुर्घटनाग्रस्त हो गई. इसमें 22 में से 14 यात्री और चालक दल के सदस्य मारे गए.यति एयरलाइंस की फ्लाइट 103 साल 2008 में खराब मौसम के कारण लुक्ला हवाई अड्डे के पास दुर्घटनाग्रस्त हो गई. इसमें सवार 19 में से 18 चालक दल के सदस्य मारे गए.

2011 में बुद्ध एयर फ्लाइट काठमांडू के त्रिभुवन अतंरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के पास दुर्घटनाग्रस्त हो गई, जिसमें सवार सभी 19 यात्री और चालक दल के सदस्य मारे गए. वहीं, 2012 में सीता एयर फ्लाइट 601 उड़ान भरने के कुछ ही देर बाद काठमांडू के पास दुर्घटनाग्रस्त हो गई. हादसे में सभी यात्री और चालक दल के सदस्य मारे गए. 2012 में ही अग्नि एयरलाइंस की फ्लाइट जोमसोम हवाई अड्डे के पास हादसे का शिकार हो गई, जिसमें सवार 21 लोगों में से 15 की मौत हो गई. 2018 में यूएस-बांग्ला एयरलाइंस की फ्लाइट काठमांडू के त्रिभुवन अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर दुर्घटनाग्रस्त हो गई. इसमें 71 यात्रियों और चालक दल में से 51 की मौत हो गई.

नेपाल को बुनियादी ढांचे एडवांस करने की जरूरत
ऐसी घटनाओं के कारण नेपाल सरकार को हवाई जहाज दुर्घटनाओं की घटनाओं में उल्लेखनीय कमी लाने और देश में समग्र विमानन सुरक्षा को बढ़ाने के लिए कई उपाय करने और रनवे, प्रकाश व्यवस्था और नेविगेशन सहायता सहित हवाई अड्डे के बुनियादी ढांचे का आधुनिकीकरण करने की आवश्यकता है. आधुनिक तकनीक में अपग्रेड करने से टेकऑफ, लैंडिंग और प्रतिकूल मौसम की स्थिति के दौरान सुरक्षा बढ़ सकती है और विमान और ग्राउंड कंट्रोल के बीच बेहतर संचार और समन्वय सुनिश्चित करने के लिए एटीसी सिस्टम को मजबूत किया जा सकता है.

10 साल में अन्य देशों में हुए विमान हादसे
21 मार्च 2022 को 133 लोगों को लेकर जा रहा चीन का विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया. इसके चलते जंगल में आग लग गई थी. रिपोर्ट्स के मुताबिक चाइना ईस्टर्न एयरलाइंस का बोइंग 737 विमान गुआंग्शी में दुर्घटनाग्रस्त हुआ था.

10 जनवरी 2020 को एक विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया था, जिसमें सवार सभी 176 लोग मारे गए थे. इसको लेकर यूएस के विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ ने आरोप लगाया कि इस यूक्रेनी यात्री विमान को ईरान ने मार गिराया.

19 जून 2019 को डच नेतृत्व वाली अंतरराष्ट्रीय टीम ने तीन रूसियों (इगोर गिर्किन, सर्गेई दुबिंस्की और ओलेग पुलाटोव) और एक यूक्रेनी (लियोनिद खारचेंको) पर 2014 में विद्रोही-कब्जे वाले पूर्वी यूक्रेन के ऊपर उड़ान MH17 को मार गिराने के आरोप में हत्या का आरोप लगाया, जिसमें 298 लोग मारे गए थे.

10 मार्च 2019 को इथियोपिया एयरलाइंस का नया बोइंग 737-8 मैक्स अदीस अबाबा से उड़ान भरने के तुरंत बाद दुर्घटनाग्रस्त हो गया, जिससे विमान में सवार सभी 157 लोग मारे गए. विमान में 35 देशों के लोग सवार थे.

29 अक्टूबर 2018 को इंडोनेशिया में लॉयन एयर का विमान समुद्र में दुर्घटनाग्रस्त हो गया, जिससे उसमें सवार सभी 189 लोगों की मौत हो गई. जकार्ता से सुमात्रा के एक द्वीप के लिए उड़ान भरने के मात्र 13 मिनट बाद विमान जावा सागर में जा गिरा.

18 मई 2018 को क्यूबा में जोस मार्टी हवाई अड्डे से उड़ान भरने के कुछ ही समय बाद एक सरकारी विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया, जिसमें 100 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई.

11 अप्रैल 2018 को अल्जीरिया में एक सैन्य विमान अल्जीयर्स के दक्षिण-पश्चिम में बौफारिक हवाई अड्डे के पास एक मैदान में दुर्घटनाग्रस्त हो गया, जिसमें 257 लोग मारे गए.

7 जून 2017 को दक्षिणी म्यांमार से यांगून जा रहा म्यांमार का सैन्य परिवहन विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया, जिसमें 122 लोग सवार थे.

17 जुलाई 2014 मलेशिया एयरलाइंस की फ्लाइट 17 (MH17) एम्स्टर्डम से कुआलालंपुर जाने वाली यात्री उड़ान को यूक्रेन में मार गिराया गया था, जिसमें सभी 298 यात्री मारे गए थे.

8 मार्च 2014 को मलेशिया एयरलाइंस की उड़ान 370, जो 239 लोगों को लेकर कुआलालंपुर से बीजिंग जा रही 777 थी, 8 मार्च 2014 को रडार स्क्रीन से गायब हो गई.

यह भी पढ़ें- नेपाल में प्लेन क्रैश, टेक ऑफ करते समय हुआ हादसा, 18 लोगों की मौत

Last Updated : Jul 24, 2024, 4:53 PM IST
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