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कहानी पूरी फिल्मी है...22 साल बाद परिवार से मिला बेटा...7 साल की उम्र में हुई थी किडनैपिंग - Reunites with family after 22 Years

Child kidnapped at the age of 7 from Saharanpur of UP reunites with family after 22 years : यूपी के सहारनपुर के रहने वाले अमित की कहानी बॉलीवुड की किसी फिल्म की तरह पूरी फिल्मी है. दरअसल 7 साल की उम्र में उनकी किडनैंपिग हो गई और वे पहले मुंबई पहुंचे और फिर दिल्ली. इस दौरान उन्होंने भीख मांगी और गुजारे के लिए कूड़ा भी बीना लेकिन आखिरकार 22 साल बाद उन्हें उनका खोया हुआ परिवार आखिरकार मिल ही गया.

Child kidnapped at the age of 7 from Saharanpur of UP reunites with family after 22 years
22 साल बाद मां-बाप से मिला बेटा (ETV BHARAT)
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By ETV Bharat Haryana Team

Published : Jun 2, 2024, 8:09 PM IST

Updated : Jun 3, 2024, 1:23 PM IST

पंचकूला : यूपी के सहारनपुर से 7 साल की उम्र में किडनैप किया गया बेटा 22 साल अपने परिवार से मिल पाया. सुनकर आपको हैरानी हुई होगी लेकिन हरियाणा पुलिस के एएसआई ने मसीहा बनते हुए बेटे का परिवार से ये मिलन साकार करवा दिया है.

7 साल की उम्र में अगवा हुआ था (ETV BHARAT)

7 साल की उम्र में हुई थी किडनैपिंग : 22 साल बाद यूपी के सहारनपुर में परिवार से मिलने के बाद आज अमित की आंखों में खुशी के आंसू हैं. आखिर हो भी क्यों ना, वो आज 22 साल बाद अपने परिवार से जो मिल पाया है. साल 2003 में 7 साल की उम्र में उसे किडनैप कर लिया गया था. वो मां के कहने पर घर से बाहर दुकान पर सामान लाने के लिए गया हुआ था लेकिन तभी किसी ने उसे किडनैप कर लिया. जब उसकी आंखें खुली तो उसे पता चला कि वो महाराष्ट्र के मुंबई में है. इसके बाद उसने भीख भी मांगी और फिर जिंदा रहने के लिए कूड़ा भी बीना. अमित आज अपनी कहानी बताते हुए भावुक हो जाता है. उसने 22 साल अपने परिवार से मिलने के लिए संघर्ष में बिता दिए. उसे घर के बारे में कुछ भी याद नहीं था. मुंबई के बाद वो दिल्ली आ गया जहां दिल्ली में पुलिस ने उसे चिल्ड्रन होम में छोड़ दिया. वहां पर भी उसने 5 साल बिताए. इसके बाद उसने पढ़ाई की शुरुआत की और 10वीं पास कर ली. इसके बाद उसे नौकरी भी मिली और उसे पैसे मिलने लगे.

हरियाणा पुलिस के एएसआई की मदद से परिवार से मिल पाया (ETV BHARAT)

22 साल बाद परिवार से मिला अमित : अमित पूरी शिद्दत के साथ अपने घर की तलाश में जुटा रहा. धुंधली पड़ चुकी यादों को उसने ताज़ा करने की भरपूर कोशिश की. उसे बस चोर चौक के नाम की जगह और ये याद था कि उसके गांव में कोल्हू चलते थे. लेकिन लाख कोशिशों के बावजूद घर नहीं ढूंढ पाया. इसके बाद उसकी मुलाकात यूपी के गाजियाबाद आए हरियाणा पुलिस के एएसआई राजेश कुमार से हुई. अमित ने उनसे परिवार को ढूंढने के लिए मदद मांगी और उसे जो कुछ याद था, उसने राजेश कुमार को वो सब जानकारी दे दी. हरियाणा पुलिस की स्टेट क्राइम ब्रांच एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट में सेवाएं दे रहे राजेश कुमार ने अमित की सारी बातों को ध्यान से सुना और उसके घर की तलाश शुरू कर दी. उन्होंने सोशल मीडिया से लेकर गूगल की मदद ली और फिर आखिरकार उन्हें एक दिन कामयाबी मिल ही गई और उन्होंने अमित को अपने परिवार से मिला दिया. आज अमित को अपने परिवार से मिलने की काफी ज्यादा खुशी है आखिरकार 22 सालों की उसकी तपस्या आज पूरी हो गई है.

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7 साल की उम्र में अगवा हुआ था (ETV BHARAT)

7 साल की उम्र में हुई थी किडनैपिंग : 22 साल बाद यूपी के सहारनपुर में परिवार से मिलने के बाद आज अमित की आंखों में खुशी के आंसू हैं. आखिर हो भी क्यों ना, वो आज 22 साल बाद अपने परिवार से जो मिल पाया है. साल 2003 में 7 साल की उम्र में उसे किडनैप कर लिया गया था. वो मां के कहने पर घर से बाहर दुकान पर सामान लाने के लिए गया हुआ था लेकिन तभी किसी ने उसे किडनैप कर लिया. जब उसकी आंखें खुली तो उसे पता चला कि वो महाराष्ट्र के मुंबई में है. इसके बाद उसने भीख भी मांगी और फिर जिंदा रहने के लिए कूड़ा भी बीना. अमित आज अपनी कहानी बताते हुए भावुक हो जाता है. उसने 22 साल अपने परिवार से मिलने के लिए संघर्ष में बिता दिए. उसे घर के बारे में कुछ भी याद नहीं था. मुंबई के बाद वो दिल्ली आ गया जहां दिल्ली में पुलिस ने उसे चिल्ड्रन होम में छोड़ दिया. वहां पर भी उसने 5 साल बिताए. इसके बाद उसने पढ़ाई की शुरुआत की और 10वीं पास कर ली. इसके बाद उसे नौकरी भी मिली और उसे पैसे मिलने लगे.

हरियाणा पुलिस के एएसआई की मदद से परिवार से मिल पाया (ETV BHARAT)

22 साल बाद परिवार से मिला अमित : अमित पूरी शिद्दत के साथ अपने घर की तलाश में जुटा रहा. धुंधली पड़ चुकी यादों को उसने ताज़ा करने की भरपूर कोशिश की. उसे बस चोर चौक के नाम की जगह और ये याद था कि उसके गांव में कोल्हू चलते थे. लेकिन लाख कोशिशों के बावजूद घर नहीं ढूंढ पाया. इसके बाद उसकी मुलाकात यूपी के गाजियाबाद आए हरियाणा पुलिस के एएसआई राजेश कुमार से हुई. अमित ने उनसे परिवार को ढूंढने के लिए मदद मांगी और उसे जो कुछ याद था, उसने राजेश कुमार को वो सब जानकारी दे दी. हरियाणा पुलिस की स्टेट क्राइम ब्रांच एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट में सेवाएं दे रहे राजेश कुमार ने अमित की सारी बातों को ध्यान से सुना और उसके घर की तलाश शुरू कर दी. उन्होंने सोशल मीडिया से लेकर गूगल की मदद ली और फिर आखिरकार उन्हें एक दिन कामयाबी मिल ही गई और उन्होंने अमित को अपने परिवार से मिला दिया. आज अमित को अपने परिवार से मिलने की काफी ज्यादा खुशी है आखिरकार 22 सालों की उसकी तपस्या आज पूरी हो गई है.

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Last Updated : Jun 3, 2024, 1:23 PM IST
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