रांची: जमीन घोटाला मामले में ईडी ने शनिवार को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से सात घंटे तक पूछताछ की. ईडी के अधिकारियों के मुताबिक, जमीन घोटाला मामले में शनिवार को हुई पूछताछ अधूरी रही. इस मामले में अब आगे भी एक बार पूछताछ की जाएगी. ईडी इसके लिए फिर से सीएम हेमंत सोरेन से वक्त लेगी.
दोपहर से शुरू हुई पूछताछ: दोपहर 1:05 बजे ईडी के अधिकारी देवव्रत झा के नेतृत्व में आठ सदस्यीय टीम पूछताछ के लिए सीएम हाउस पहुंची. सात समन पर अनुपस्थिति के बाद ईडी ने सीएम को पत्र यानी आठवां समन भेजा था. जिसके बाद सीएम ने ईडी को आवास में आकर पूछताछ की इजाजत दी थी. पूछताछ के दौरान ईडी ने सीएम हेमंत सोरेन से उनके और उनके पूरे परिवार के आय के स्रोतों की जानकारी मांगी. वहीं बरियातू डीएवी स्कूल के पास 8.46 एकड़ जमीन की खरीद के विषय में सवाल पूछा.
ईडी की टीम ने पूछताछ के लिए तकरीबन 50 सवालों की सूची तैयार की थी. सवालों के जवाब में ईडी ने कई काउंटर सवाल भी पूछे. जानकारी के मुताबिक, एजेंसी के अधिकारियों ने अपने साथ बॉडी वार्म कैमरे रखा था, जिसे हटाने की गुहार सीएमओ के सुरक्षाकर्मियों ने की थी. इस दौरान ईडी के अधिकारियों ने कैमरे हटाने का विरोध किया. जानकारी के मुताबिक, अंदर प्रवेश के तकरीबन 45 मिनट बाद दिन के 2 बजे पूछताछ शुरू हुई. पूछताछ के बाद ईडी के अधिकारियों ने सीएम से रविवार को भी पूछताछ का वक्त मांगा, लेकिन उन्होंने रविवार को वक्त देने से इनकार कर दिया. इस मामले में ईडी एक और बार सीएम हेमंत सोरेन का बयान दर्ज कर सकती है. पूछताछ के बाद ईडी की टीम रात 8:20 बजे सीएम आवास से बाहर निकली.
सत्ता पक्ष के विधायक, महाधिवक्ता व प्रधान सचिव भी रहे मौजूद: मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से पूछताछ के पहले सत्ता पक्ष के विधायक व महागठबंधन के नेता भी सीएम आवास पहुंचे थे. सत्ता पक्ष के मंत्री, विधायकों के साथ साथ कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने भी पूछताछ के पहले सीएम से मुलाकात की. वहीं सुबह आठ बजे से सीएम हाउस के चारों तरफ बैरिकेडिंग लगाकर घेराबंदी कर दी गई थी. दिन के 10 बजे से ही झामुमो- कांग्रेस के नेताओं का जमावड़ा सीएम हाउस में लगने लगा था. दिन के 11:45 बजे राज्य के महाधिवक्ता राजीव रंजन मिश्रा सीएम हाउस पहुंचे. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने पूछताछ के पहले महाधिवक्ता से कानूनी पहलुओं पर विचार-विमर्श किया. इस दौरान सीएम के प्रधान सचिव विनय चौबे भी मौजूद रहे. सीएम से पूछताछ के दौरान सत्ता पक्ष के सभी नेता मुख्यमंत्री आवास में ही डंटे रहे.
राज्यभर में जेएमएम कार्यकर्ताओं का प्रदर्शन: मुख्यमंत्री के आवास पर पूछताछ के दौरान पूरे राज्य में जेएमएम के कार्यकर्ताओं ने विरोध-प्रदर्शन किया. झामुमो के सैकड़ों कार्यकर्ता सीएम आवास के बाहर खड़े रहे. जैसे ही मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के आवास पर ईडी की टीम पहुंची. वैसे ही धीरे-धीरे भारी संख्या में झारखंड मुक्ति मोर्चा के कार्यकर्ता भी मुख्यमंत्री आवास के आसपास जमा हो गए. कार्यकर्ताओं को हटाने के लिए जिला प्रशासन की तरफ से प्रयास किए गए लेकिन देर शाम तक झामुमो के कार्यकर्ता मुख्यमंत्री आवास के आसपास डटे रहे.
धारा 144 का हुआ उल्लंघन: लॉ एंड ऑर्डर को बनाए रखने के लिए रांची जिला प्रशासन की तरफ से मुख्यमंत्री आवास के 500 मीटर के आसपास धारा 144 लागू किया गया था. रांची जिला के एसडीओ उत्कर्ष कुमार ने बताया कि शनिवार को सुबह 7:00 बजे से रात्रि के 11:00 बजे तक धारा 144 लागू करने का आदेश दिया गया था. जिसके अंतर्गत पदाधिकारियों को यह स्पष्ट दिशा निर्देश दिए गए थे कि मुख्यमंत्री आवास के आसपास किसी भी अस्त्र-शास्त्र के साथ लोग जमा नहीं हों. लेकिन उसके बावजूद भी सुबह से ही लोग सीएम आवास के आसपास पारंपरिक हथियार के साथ दिखे. मुख्यमंत्री आवास के आसपास सैकड़ों की संख्या में झामुमो कार्यकर्ता देर शाम तक जम रहे. प्रशासन के द्वारा लाख मना करने के बावजूद भी कार्यकर्ताओं पर कोई असर नहीं पड़ा. पूछताछ खत्म होने के बाद मुख्यमंत्री बाहर निकले और कार्यकर्ताओं को संबोधित किया.
ताबूत में ठोंकेंगे आखिरी कील: मुख्यमंत्री ने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि जब से राज्य में जेएमएम की सरकार बनी है, तभी से ये लोग साजिश कर सरकार गिराने की कोशिश में लगे हैं. जिस तरह से राज्य को लड़कर लिया है उसी तरह से साजिश करने वालों को भी भगाएंगे. उन्होंने कहा कि आपलोगों ने धैर्य बनाए रखा, यह अच्छी बात है. सीएम ने कहा कि बहुत जल्द ताबूत में आखिरी कील ठोकेंगे.
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