छिंदवाड़ा। सरकारी स्कूल में पढ़ने वाले बच्चे भी अब नीट और जेईई की तैयारी कर डॉक्टर और बड़े-बड़े इंजीनियर बन सकेंगे. छिंदवाड़ा जिले के सरकारी स्कूलों में अब प्रशासन के द्वारा तैयारी के लिए एक पीरियड अलग से लगाया जाएगा. इसके लिए स्कूल के ही स्पेशलिस्ट सब्जेक्ट के टीचर बच्चों को पढ़ाएंगे.
कलेक्टर की पहल पर नीट,जेईई की तैयारी
छिंदवाड़ा के सरकारी स्कूलों में जेईई और नीट की तैयारी कराई जाएगी. यहां पर नियमित कक्षाओं के साथ एक पीरियड जेईई और नीट की तैयारी का लगेगा. कलेक्टर शीलेन्द्र सिंह की ओर से यह नई पहल की जा रही है जिसका सीधा फायदा विद्यार्थियों को मिलेगा. इस पहल के बाद कक्षा बारहवीं के साथ इन परीक्षाओं के लिए अतिरिक्त तैयारी होगी. कलेक्टर शीलेन्द्र सिंह के निर्देश पर 01 जुलाई से जिले के प्रत्येक हायर सेकंडरी स्कूल में प्रतिदिन जेईई नीट की तैयारी के लिए एक पीरियड लगाया जाएगा. जेईई नीट के सिलेबस के लिए स्टडी मटेरियल और पिछले 5 सालों के अनसॉल्व्ड पेपर भी इन सभी स्कूलों की लाइब्रेरी में विद्यार्थियों के लिए निःशुल्क उपलब्ध कराए जाएंगे.
163 सरकारी हायर सेकेंडरी स्कूल में होगी पढ़ाई
जिला शिक्षा अधिकारी गोपाल सिंह बघेल ने बताया कि "कलेक्टर के निर्देश पर सरकारी स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों को भी अब जेईई और नीट की तैयारी करवाई जाएगी ताकि बच्चे डॉक्टर और इंजीनियर बन सके. जिले में 163 सरकारी हायर सेकेंडरी स्कूल हैं जहां पर एक पीरियड अलग से स्कूल में ही लगेगा. यहां पढ़ाने वाले स्पेशल शिक्षकों को इसकी जिम्मेदारी दी जाएगी. 1 जुलाई से अलग से पीरियड लगेगा इसके लिए शिक्षा विभाग तैयारी कर रहा है."
कोचिंग वसूलती हैं लाखों रुपये फीस
सरकारी स्कूलों में भी कई होनहार बच्चे होते हैं लेकिन कई बार आर्थिक परेशानियों के चलते उन्हें सही प्लेटफॉर्म नहीं मिल पाता है, क्योंकि जेईई और नीट की तैयारी करने वाले निजी संस्थान लाखों रुपये कोचिंग के लिए लेते हैं. जिसे हर छात्र के लिए कर पाना संभव नहीं हो पता है. ऐसे होनहार बच्चों को उनके ही स्कूल में तैयारी कराई जा सके इसके लिए जिला प्रशासन ने यह पहल शुरू की है.
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अधिकारी भी लेंगे क्लास
छिंदवाड़ा जिले के सरकारी स्कूलों की गुणवत्ता सुधारने के लिए कलेक्टर ने अधिकारियों को जाकर स्कूलों में पढ़ाने के निर्देश दिए हैं. इसके साथ ही महीने में विजिट करने के लिए कहा गया है ताकि स्कूलों के समय में सुधार हो और पढ़ाई की गुणवत्ता बनी रहे.