छिंदवाड़ा। जब पढ़ने की उम्र थी तो कभी स्कूल की दहलीज में कदम भी नहीं रखा, लेकिन दुनिया के 112 देश में आयुर्वेदिक इलाज करने का तजुर्बा होने का दावा किया. महानायक अमिताभ बच्चन से लेकर फिल्मी दुनिया की कई बड़ी हस्तियां, दुनिया भर के कई राजनेता और बिजनेसमैन, श्रीलंका के क्रिकेटर सनत जयसूर्य का सफल इलाज करने का दावा करने वाले डॉक्टर प्रकाश इंडियन टाटा इन दोनों छिंदवाड़ा में कक्षा आठवीं की परीक्षा दे रहे हैं.
5 साल की उम्र से सीखा आयुर्वेद का ज्ञान
डॉक्टर प्रकाश इंडियन टाटा ने बताया कि ''उन्होंने पढ़ाई के लिए कभी स्कूल में कदम नहीं रखा, क्योंकि 5 साल की उम्र से वे अमरकंटक में अपने गुरु के आश्रम में चले गए थे और 20 साल तक उन्होंने जड़ी बूटियां से इलाज करना सीखा और आयुर्वेद को समझा. इसके बाद छिंदवाड़ा के कोयलांचल में उन्होंने करीब चार जगह अपने क्लीनिक खोले और पातालकोट की जड़ी बूटियां से इलाज करना शुरू किया.
112 देश जाकर कर चुके हैं इलाज, फिल्मी सितारे-राजनेता भी मुरीद
डॉ प्रकाश इंडियन टाटा ने बताया कि ''वे दुनिया भर के 112 देश में जाकर लोगों का इलाज कर रहे हैं. लगातार दूसरे देशों में भी उनका दौरे जारी हैं. जुलाई में वे अमेरिका जाएंगे और कुछ लोगों का इलाज करेंगे. भारत में उन्होंने अमिताभ बच्चन से लेकर फिल्मी दुनिया की कई बड़ी हस्तियों का इलाज पातालकोट की जड़ी बूटियां से किया है.'' दुनिया के कई देशों के राजनेताओं से लेकर उद्योगपति उनके मुरीद हैं. इतना ही नहीं डॉक्टर प्रकाश इंडियन टाटा दावा करते हैं जब श्रीलंका के क्रिकेटर सनत जयसूर्या को पैरों में तकलीफ थी तो दुनियाभर के कई डॉक्टर उनका इलाज करने में असफल हो गए थे. इसके बाद भारत के पूर्व क्रिकेटर मोहम्मद अजहरूद्दीन ने सनत जयसूर्या को डॉक्टर प्रकाश इंडियन टाटा की जानकारी दी और फिर डॉक्टर प्रकाश इंडियन टाटा ने श्रीलंका जाकर सनत जयसूर्या का इलाज किया और उसके बाद वे ठीक हो गए.
84 की उम्र में 8वीं की परीक्षा दे रहे डॉक्टर टाटा
डॉ प्रकाश इंडियन टाटा ने बताया कि ''वह पढ़े लिखे नहीं हैं. जब पर विदेश में जाते थे तो लोग उनका मजाक उड़ाते थे, इसलिए उन्होंने सोचा कि पढ़ने की कोई उम्र नहीं होती है और उन्होंने मध्य प्रदेश ओपन बोर्ड से सबसे पहले पांचवी की परीक्षा दी और अब आठवीं की परीक्षा दे रहे हैं. इसके बाद लगातार दसवीं और 12वीं की परीक्षा भी देंगे.'' साथ ही प्रकाश इंडियन टाटा खुद बताते हैं कि ''जब उन्हें विदेश जाने में लोग उनकी उम्र का हवाला देते थे तो उन्होंने अपनी उम्र 15 साल दस्तावेजों में बढ़ाई है. उनका का जन्म नगरपालिका के हिसाब से 1940 में हुआ है लेकिन दस्तावेज में उनकी उम्र 1955 दर्शाई गई है. साथ ही उनका दावा है कि यह आयुर्वेद का ही चमत्कार है कि आज उनकी उम्र 84 साल की है लेकिन देख कर पता नहीं चलता.''
गुरु ने दिया डॉक्टर नाम, पातालकोट की जड़ी बूटियां से करते हैं इलाज
डॉ. प्रकाश इंडियन टाटा ने बताया कि ''उनका असली नाम प्रकाश विश्वकर्मा है. लेकिन जब वे अमरकंटक में अपने गुरु 108 अमृत प्रसाद तिवारी के आश्रम में रहा करते थे तो इस दौरान गुरु ने उन्हें डॉक्टर प्रकाश इंडियन टाटा कहकर बुलाते थे. तब से ही उनका नाम डॉ प्रकाश इंडियन टाटा हो गया.'' पातालकोट की जड़ी बूटियां से इलाज करने के कारण उनका ग्राफ लगातार बढ़ रहा है. इसलिए जुलाई में अमेरिका की एक यूनिवर्सिटी उन्हें डॉक्टर की उपाधि देने वाली है.