रायपुर: छत्तीसगढ़ में 2000 करोड़ रुपये से अधिक के हुए शराब घोटाले मामले में सोमवार को स्पेशल कोर्ट में ईओडब्ल्यू ने अरुण पति त्रिपाठी, अनवर ढेबर सहित अन्य आरोपियों के खिलाफ 9000 पन्नों का चार्ज शीट पेश किया है. ईओडब्ल्यू के अफसर 12 पैकेट में इस केस से संबंधित दस्तावेज लेकर रायपुर के स्पेशल कोर्ट पहुंचे. इससे पहले प्रवर्तन निदेशालय ने आरोपियों के खिलाफ 10 हजार पन्नों की चार सीट फाइल की थी.
आरोपियों को हिरासत में लेकर हो रही पूछताछ: छत्तीसगढ़ शराब घोटाला केस में लगभग 2000 करोड़ रुपए से भी अधिक का घोटाला हुआ है. इस मामले में प्रवर्तन निदेशालय के प्रतिवेदन के आधार पर ईओडब्ल्यू ने 17 जनवरी 2024 को केस फाइल किया था. इसके बाद इस मामले में ईओडब्ल्यू ने अरुण पति त्रिपाठी, अनवर ढेबर, त्रिलोक सिंह ढिल्लन और अरविंद सिंह को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया था. ईओडब्ल्यू ने शराब घोटाला मामले में रिमांड में लेकर कई बार आरोपियों से पूछताछ भी की.
मेरठ कोर्ट में पेशी: वहीं, दूसरी ओर नकली होलोग्राम मामले में उत्तर प्रदेश की एसटीएफ की टीम अनवर ढेबर और अरुणपति त्रिपाठी को मेरठ कोर्ट में पेश करेगी. दोनों आरोपियों को उत्तर प्रदेश एसटीएफ ने 3 दिन की रिमांड पर लिया था. दोनों से लखनऊ में लंबी पूछताछ की गई थी, जिसमें कुछ अहम खुलासे भी हुए हैं. अगर दोनों आरोपियों को मेरठ कोर्ट छोड़ देती है, तो ईओडब्ल्यू जांच का हवाला देकर फिर से उन्हें हिरासत में ले सकती है.
12 दिन पहले पेश किया था चार्जशीट: आज से लगभग 12 दिन पहले शराब घोटाला मामले में प्रवर्तन निदेशालय ने रायपुर की पीएमएलए कोर्ट में चार्जशीट पेश किया था, जो कि 10000 पन्नों की थी. इसके साथ ही 200 पेज का आरोप पत्र भी पेश किया गया था. इस चार्ज शीट में रिटायर्ड आईएएस अनिल टुटेजा, कारोबारी अनवर ढेबर, त्रिलोक सिंह ढिल्लन और आबकारी विभाग के अधिकारी अरुणपति त्रिपाठी को मास्टरमाइंड बताया गया. दस्तावेज में बताया गया है कि आरोपियों ने मिलकर सरकारी सिस्टम का दुरुपयोग करते हुए बड़े भ्रष्टाचार को अंजाम दिया है. इस बात का भी जिक्र है कि इन रुपयो को कुछ राजनीतिक लोगों को भी बांटा गया है. चार्ज शीट में कारोबारी और अधिकारियों के बीच हुई व्हाट्सएप चैट से लेकर शराब घोटाले के सिंडिकेट के बीच कामकाज का पूरा डाटा भी शामिल है.