रायगढ़: लोकसभा चुनाव को लेकर छत्तीसगढ़ और ओडिशा के पुलिस अधिकारियों की मैराथन मीटिंग हुई है. यह बैठक ओडिशा के झासुरगुड़ा में बुलाई गई थी. जिसमें छत्तीसगढ़ और ओडिशा के 8 जिलों के कलेक्टर शामिल हुए.
ओडिशा से कौन कौन से पुलिस अधिकारी हुए शामिल: ओडिशा राज्य की बात करें तो यहां के नॉर्दन रेंज संबलपुर के आईजी हिमांशु कुमार लाल ने इस बैठक की अध्यक्षता की. ओडिशा के झारसुगुड़ा, बरगढ़, सुंदरगढ़, संबलपुर और पदमपुर जिलों के कलेक्टर-एसपी बैठक में मौजूद रहे. कलेक्टर सुंदरगढ़ डॉ.गवली पराग हर्षद, कलेक्टर झारसुगुड़ा अबोली सुनील नरवने मीटिंग में शामिल हुए. इनके साथ झारसुगुड़ा एसपी परमार स्मित पुरषोत्तम दास, एसपी संबलपुर मुकेश भामू, एसपी बरगढ़ प्रहलाद सहाय मीणा और एसडीएम सारंगढ़ वासु जैन भी उपस्थित रहे.
छत्तीसगढ़ से मीटिंग में शामिल होने वाले अधिकारी: छत्तीसगढ़ से मीटिंग में शामिल होने वाले अधिकारियों में रायगढ़ के कलेक्टर कार्तिकेय गोयल, सीईओ जिला पंचायत जितेंद्र यादव, सहायक कलेक्टर युवराज मरमट ने बैठक में हिस्सा में लिया. कानून व्यवस्था सहित कई मुद्दों को लेकर इस मीटिंग में चर्चा हुई. ताकि फ्री एंड फेयर तरीके से चुनाव संपन्न कराया जा सके.
मीटिंग में क्या चर्चा हुई: मीटिंग में कलेक्टर कार्तिकेय गोयल ने लोकसभा चुनाव के दौरान लॉ एंड ऑर्डर की स्थिति बनाए रखने पर बल दिया. उन्होंने कहा कि दोनों राज्यों के बीच इंटेलिजेंस और सूचनाओं के आदान प्रदान से लॉ एंड ऑर्डर को पुख्ता किया जा सकेगा. इसके अलावा अवैध हथियारों और शराब की तस्करी को रोकने के लिए गहन मीटिंग और सूचना के आदान प्रदान की बात उन्होंने कही. इसके अलावा कलेक्टर कार्तिकेय गोयल ने दोनों राज्यों के बीच संचार सुविधाओं को बेहतर करने की बात कही. जिससे अपराधियों पर नकेल कसा जा सके. इस मीटिंग में सारंगढ़-बिलाईगढ़ कलेक्टर केएल चौहान, एसपी सारंगढ़-बिलाईगढ़ आशुतोष सिंह भी मौजूद रहे.
दोनों राज्यों की सीमावर्ती जिलों में गोदाम की चेकिंग किए जाने को लेकर भी रणनीति बनी. इसके साथ ही बैंकिग सेक्टर और ऑनलाइन डिलीवरी पर भी नजर रखने को लेकर सहमति बनी. कुल मिलाकर इस मीटिंग में दोनों राज्यों के बीच सूचना तंत्र को मजबूत करने पर बात हुई.