बेंगलुरु: मैसूर जिले के पिरियापट्टन तालुक के मुत्तिनामुलुसोगे गांव के पास कावेरी नदी से झील और तटों तक सिंचाई कार्यक्रम शुरू करते समय बटन काम नहीं करने पर मुख्यमंत्री सिद्धारमैया को शर्मिंदगी उठानी पड़ी. बटन दबाकर प्रोजेक्ट की शुरुआत करने का कार्यक्रम था.
हालांकि, जब उन्होंने बटन दबाया तो वह काम नहीं कर रहा था. इस घटना के मद्देनजर कर्नाटक सरकार ने चामुंडेश्वरी बिजली आपूर्ति निगम (सीईएसकॉम) के प्रबंध निदेशक सीएन श्रीधर को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है. श्रीधर इस कार्यक्रम से नदारद भी रहे थे.
सिद्धारमैया कावेरी नदी के पास के 79 गांवों में 150 झीलों और बांधों को भरने की परियोजना के उद्घाटन पर पहुंचे थे. एक बड़े सार्वजनिक प्रोजेक्ट के उद्घाटन के लिए बटन ने काम ही नहीं किया. इससे मुख्यमंत्री को बहुत शर्मिंदगी उठानी पड़ी.
एक आधिकारिक रिमाइंडर आदेश में मैसूर जिला कलेक्टर ने सीईएसकॉम के एमडी सीएन श्रीधर को सीएम की उपस्थिति वाले कार्यक्रम स्थलों पर पर्याप्त बिजली व्यवस्था के लिए एहतियाती कदम उठाने का निर्देश दिया था. सीईएसकॉम के प्रबंध निदेशक को अनिवार्य रूप से कार्यक्रम में व्यक्तिगत रूप से उपस्थित होना था ताकि कोई चूक न हो, लेकिन वह कार्यक्रम में उपस्थित नहीं हुए.
उन्होंने कार्यक्रमों को सफल बनाने में व्यवस्थित रूप से सहयोग न कर कर्तव्य में लापरवाही बरती है. इससे सरकार की फजीहत हुई है. इसलिए निलंबन आदेश में जो कारण बताए गए हैं, वे इस स्थिति के निर्माण के लिए सीधे तौर पर जिम्मेदार हैं.
जिला कलक्टर की रिपोर्ट के अनुसार यह स्पष्ट है कि सीईएससीओएम के एमडी मौके पर मौजूद नहीं थे. इसलिए विभागीय जांच लंबित रहने तक अधिकारी को निलंबित करने का निर्णय लिया गया है.