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खुशखबरी: र‍िठाला-नरेला-कुंडली मेट्रो कॉर‍िडोर को केंद्र की मंजूरी, यूपी-दिल्ली-हरियाणा में बढ़ेगी कनेक्टिविटी - Rithala Narela Kundli MetroCorridor - RITHALA NARELA KUNDLI METROCORRIDOR

Rithala Narela Kundli Metro Corridor Gets PIB nod: रिठाला-नरेला-कुंडली मेट्रो कॉरिडोर को केंद्र सरकार ने मंजूरी दे दी है. कॉरिडोर बनने से यूपी, हरियाणा और दिल्ली में कनेक्टिविटी और बढ़ जाएगी. मानों दिल्लीवालों की तो लॉटरी खुल गई है.

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By ETV Bharat Delhi Team

Published : Jun 15, 2024, 7:44 PM IST

नई द‍िल्‍ली: द‍िल्‍ली व‍िकास प्राध‍िकरण की ओर से उत्‍तर पश्‍च‍िम और उत्‍तरी द‍िल्‍ली के क्षेत्रों में व‍िकास की रफ्तार को बढ़ाने की द‍िशा में कई बड़े कदम उठाए गए हैं. इस कड़ी में प्रस्‍ताव‍ित रिठाला-नरेला-कुंडली मेट्रो कॉरिडोर काफी अहम माना जा रहा है. इस कॉर‍िडोर के न‍िर्माण पूरा होने के बाद गाज‍ियाबाद-द‍िल्‍ली-हर‍ियाणा तीन राज्‍यों की सीधे तौर पर द‍िल्‍ली मेट्रो की इंटर कनेक्‍ट‍िव‍िटी हो जाएगी. र‍िठाला कॉर‍िडोर से व‍िस्‍तार से मेट्रो सीधे नरेला के जर‍िए कुंडली (सोनीपत) तक पहुंच जाएगी. इस कॉर‍िडोर के प्रस्‍ताव को केंद्रीय व‍ित्‍त मंत्रालय ने मंजूरी दे दी है ज‍िस पर कुल अनुमान‍ित लागत 6231 करोड़ रुपये आएगी.

इसका न‍िर्माण पूरा होने के बाद 2028 तक मेट्रो के दैन‍िक यात्र‍ियों की संख्या 1.26 लाख और 2055 तक 3.8 लाख होने का अनुमान जताया गया है. केंद्रीय आवासन शहरी मामले के अंतर्गत आने वाले डीडीए के रिठाला-नरेला-कुंडली मेट्रो कॉरिडोर के प्रस्‍ताव को केंद्रीय व‍ित्‍त मंत्रालय के पब्‍ल‍िक इन्‍वेस्‍टमेंट बोर्ड (पीआईबी) ने मंजूरी दे दी है. इस कॉर‍िडोर के न‍िर्माण की लागत को लेकर केंद्र सरकार और द‍िल्‍ली सरकार के अलावा हर‍ियाणा सरकार की भी अलग-अलग ह‍िस्‍सेदारी तय की गई है.

कुल अनुमान‍ित लागत 6231 करोड़ रुपये

द‍िल्‍ली मेट्रो के इस एक्‍टेंशन प्रोजेक्‍ट के रिठाला-नरेला-कुंडली मेट्रो कॉरिडोर के निर्माण पर 6,231 करोड़ रुपये की लागत आएगी ज‍िसमें दिल्ली की भागीदारी लागत अनुमान‍ित 5685.22 करोड़ और हरियाणा की ह‍िस्‍सेदारी 545.77 करोड़ रुपए है. दिल्ली के ह‍िस्‍से की लागत का करीब 40% केंद्र सरकार की ओर से वहन किया जाएगा, जिसमें से अकेले डीडीए 1000 करोड़ रुपये का अनुदान देगा बाकी शेष लागत में से 37.5% द्विपक्षीय ऋण से और लगभग 20% द‍िल्‍ली सरकार की तरफ से द‍िया जाएगा. हरियाणा हिस्से के लिए हरियाणा सरकार 80% अनुदान प्रदान करेगी जबक‍ि बाकी 20% ह‍िस्‍सा भारत सरकार की ओर से ग्रांट के जर‍िए द‍िया जाएगा.

अगले 4 सालों के भीतर पूरा होगाा न‍िर्माण

रिठाला-नरेला-कुंडली मेट्रो कॉरिडोर कुल 26.5 किलोमीटर लंबा होगा ज‍िस पर 21 स्टेशनों का न‍िर्माण क‍िया जाएगा. इस पूरे कॉर‍िडोर के न‍िर्माण को अगले 4 सालों के भीतर पूरा क‍िया जाएगा. इस कॉर‍िडोर के न‍िर्माण से बाकी शहर के साथ नरेला-बवाना-अलीपुर क्षेत्रों की कनेक्टिविटी में बड़े पैमाने पर बदलाव आएगा और क्षेत्र में बुनियादी ढांचे में बड़ा उछाल आने की उम्‍मीद है. यह नरेला-बवाना सब स‍िटी की वृद्धि और विकास को रफ्तार प्रदान करेगा और रोहिणी सब-स‍िटी की लंबे समय से लंबित जरूरतों को पूरा करने में मददगार साब‍ित होगा.

मेट्रो कॉरिडोर बनने से छात्रों में होगा फायदा

दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना जोकि डीडीए के चेयरपर्सन भी हैं, उनकी तरफ से कई बार केंद्र सरकार के साथ इस कॉर‍िडोर के न‍िर्माण को लेकर मामला उठाया जाता रहा है. एलजी सक्‍सेना नरेला-बवाना और अन्य बाहरी दिल्ली क्षेत्रों में बदलाव और उनके व‍िकास के द‍िशा में कई योजना पर बारीकी से काम कर रहे हैं. एलजी की सीधी न‍िगरानी में डीडीए की तरफ से नरेला सब स‍िटी को डेवल्‍प करने और 7 दिल्ली विश्वविद्यालयों और संस्थानों के परिसरों के साथ एक एजुकेशन हब बनाने का काम तेजी से क‍िया जा रहा है. साथ ही यूईआर-II के साथ मल्टी-मॉडल लॉजिस्टिक पार्क, आईटी-आईटीईएस पार्क, एक एम्स और आईजीटीयूडब्ल्यू मेडिकल कैंपस को दिल्ली मेट्रो के जर‍िए बड़ा बढ़ावा मिलेगा.

यह भी पढ़ें- अब गेट में कपड़ा भी फंसा तो नहीं चलेगी मेट्रो, जानें क्या होता है एंटी-ड्रैग फीचर

द‍िल्‍ली मेट्रो की ओर से क्षेत्र की लाइफ लाइन को रफ्तार देने का काम क‍िया जा सकेगा. इस इलाके में पहले से ही दिल्ली टेक्नोलॉजिकल यूनिवर्सिटी, एनआईटी दिल्ली, नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ होम्योपैथी, राजा हरीश चंद्र अस्पताल, अनाज मंडी, स्मृति वन और विभिन्न डीडीए हाउसिंग प्रोजेक्‍ट्स हैं. इस मेट्रो कॉरिडोर के न‍िर्माण से यह सभी संस्थानों और हाउसिंग कॉलोनियों की अन्य हिस्सों से सीधे कनेक्टिविटी बन जाएगी.

2028 तक दैनिक सवारियों की संख्या 1.26 लाख

इसी प्रकार रोहिणी सब-स‍िटी में स्‍थ‍ित सेक्टर-36 में हेलीपोर्ट, राजीव गांधी कैंसर संस्थान और अनुसंधान केंद्र, एंबियंस मॉल, स्वर्ण जयंती पार्क, सेक्टर-14 में स्पोर्ट कॉम्प्लेक्स, रोहिणी ड‍ि स्‍ट्र‍िक्‍ट कोर्ट कॉम्‍प्‍लेक्‍स और फोरेंसिक साइंस लेबोरेट्री नए मेट्रो कॉर‍िडोर के न‍िर्माण के बाद सीधे मेट्रो नेटवर्क से जुड़ेंगे. इस कॉरिडोर के न‍िर्माण से गाजियाबाद (यूपी), दिल्ली और कुंडली (हरियाणा) के बीच निर्बाध 3-राज्य अंतर-कनेक्टिविटी सुनिश्चित करेगा. इसके पूरा होने पर 2028 तक दैनिक सवारियों की संख्या 1.26 लाख और 2055 तक 3.8 लाख होने का अनुमान है.

द‍िल्‍ली मेट्रो के रिठाला-नरेला-कुंडली मेट्रो कॉरिडोर पर मुख्य स्टेशनों में रोहिणी के 7 सेक्टर, बरवाला, सन्‍नोठ, न्यू सन्‍नोठ और नरेला जैसे गांव जेजे कॉलोनी और बवाना में औद्योगिक क्षेत्र के अन्य 2 स्टेशन और नरेला क्षेत्र में 5 स्टेशन शामिल होंगे, जिनमें अनाज मंडी, नरेला डीडीए स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स, नरेला गांव, डिपो स्टेशन और नरेला सेक्टर-5 प्रमुख रूप से शामिल हैं.

यह भी पढ़ें- अरविंद केजरीवाल की मेडिकल जांच के दौरान पत्नी को शामिल होने की अनुमति देने की मांग पर सुनवाई 19 जून को

नई द‍िल्‍ली: द‍िल्‍ली व‍िकास प्राध‍िकरण की ओर से उत्‍तर पश्‍च‍िम और उत्‍तरी द‍िल्‍ली के क्षेत्रों में व‍िकास की रफ्तार को बढ़ाने की द‍िशा में कई बड़े कदम उठाए गए हैं. इस कड़ी में प्रस्‍ताव‍ित रिठाला-नरेला-कुंडली मेट्रो कॉरिडोर काफी अहम माना जा रहा है. इस कॉर‍िडोर के न‍िर्माण पूरा होने के बाद गाज‍ियाबाद-द‍िल्‍ली-हर‍ियाणा तीन राज्‍यों की सीधे तौर पर द‍िल्‍ली मेट्रो की इंटर कनेक्‍ट‍िव‍िटी हो जाएगी. र‍िठाला कॉर‍िडोर से व‍िस्‍तार से मेट्रो सीधे नरेला के जर‍िए कुंडली (सोनीपत) तक पहुंच जाएगी. इस कॉर‍िडोर के प्रस्‍ताव को केंद्रीय व‍ित्‍त मंत्रालय ने मंजूरी दे दी है ज‍िस पर कुल अनुमान‍ित लागत 6231 करोड़ रुपये आएगी.

इसका न‍िर्माण पूरा होने के बाद 2028 तक मेट्रो के दैन‍िक यात्र‍ियों की संख्या 1.26 लाख और 2055 तक 3.8 लाख होने का अनुमान जताया गया है. केंद्रीय आवासन शहरी मामले के अंतर्गत आने वाले डीडीए के रिठाला-नरेला-कुंडली मेट्रो कॉरिडोर के प्रस्‍ताव को केंद्रीय व‍ित्‍त मंत्रालय के पब्‍ल‍िक इन्‍वेस्‍टमेंट बोर्ड (पीआईबी) ने मंजूरी दे दी है. इस कॉर‍िडोर के न‍िर्माण की लागत को लेकर केंद्र सरकार और द‍िल्‍ली सरकार के अलावा हर‍ियाणा सरकार की भी अलग-अलग ह‍िस्‍सेदारी तय की गई है.

कुल अनुमान‍ित लागत 6231 करोड़ रुपये

द‍िल्‍ली मेट्रो के इस एक्‍टेंशन प्रोजेक्‍ट के रिठाला-नरेला-कुंडली मेट्रो कॉरिडोर के निर्माण पर 6,231 करोड़ रुपये की लागत आएगी ज‍िसमें दिल्ली की भागीदारी लागत अनुमान‍ित 5685.22 करोड़ और हरियाणा की ह‍िस्‍सेदारी 545.77 करोड़ रुपए है. दिल्ली के ह‍िस्‍से की लागत का करीब 40% केंद्र सरकार की ओर से वहन किया जाएगा, जिसमें से अकेले डीडीए 1000 करोड़ रुपये का अनुदान देगा बाकी शेष लागत में से 37.5% द्विपक्षीय ऋण से और लगभग 20% द‍िल्‍ली सरकार की तरफ से द‍िया जाएगा. हरियाणा हिस्से के लिए हरियाणा सरकार 80% अनुदान प्रदान करेगी जबक‍ि बाकी 20% ह‍िस्‍सा भारत सरकार की ओर से ग्रांट के जर‍िए द‍िया जाएगा.

अगले 4 सालों के भीतर पूरा होगाा न‍िर्माण

रिठाला-नरेला-कुंडली मेट्रो कॉरिडोर कुल 26.5 किलोमीटर लंबा होगा ज‍िस पर 21 स्टेशनों का न‍िर्माण क‍िया जाएगा. इस पूरे कॉर‍िडोर के न‍िर्माण को अगले 4 सालों के भीतर पूरा क‍िया जाएगा. इस कॉर‍िडोर के न‍िर्माण से बाकी शहर के साथ नरेला-बवाना-अलीपुर क्षेत्रों की कनेक्टिविटी में बड़े पैमाने पर बदलाव आएगा और क्षेत्र में बुनियादी ढांचे में बड़ा उछाल आने की उम्‍मीद है. यह नरेला-बवाना सब स‍िटी की वृद्धि और विकास को रफ्तार प्रदान करेगा और रोहिणी सब-स‍िटी की लंबे समय से लंबित जरूरतों को पूरा करने में मददगार साब‍ित होगा.

मेट्रो कॉरिडोर बनने से छात्रों में होगा फायदा

दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना जोकि डीडीए के चेयरपर्सन भी हैं, उनकी तरफ से कई बार केंद्र सरकार के साथ इस कॉर‍िडोर के न‍िर्माण को लेकर मामला उठाया जाता रहा है. एलजी सक्‍सेना नरेला-बवाना और अन्य बाहरी दिल्ली क्षेत्रों में बदलाव और उनके व‍िकास के द‍िशा में कई योजना पर बारीकी से काम कर रहे हैं. एलजी की सीधी न‍िगरानी में डीडीए की तरफ से नरेला सब स‍िटी को डेवल्‍प करने और 7 दिल्ली विश्वविद्यालयों और संस्थानों के परिसरों के साथ एक एजुकेशन हब बनाने का काम तेजी से क‍िया जा रहा है. साथ ही यूईआर-II के साथ मल्टी-मॉडल लॉजिस्टिक पार्क, आईटी-आईटीईएस पार्क, एक एम्स और आईजीटीयूडब्ल्यू मेडिकल कैंपस को दिल्ली मेट्रो के जर‍िए बड़ा बढ़ावा मिलेगा.

यह भी पढ़ें- अब गेट में कपड़ा भी फंसा तो नहीं चलेगी मेट्रो, जानें क्या होता है एंटी-ड्रैग फीचर

द‍िल्‍ली मेट्रो की ओर से क्षेत्र की लाइफ लाइन को रफ्तार देने का काम क‍िया जा सकेगा. इस इलाके में पहले से ही दिल्ली टेक्नोलॉजिकल यूनिवर्सिटी, एनआईटी दिल्ली, नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ होम्योपैथी, राजा हरीश चंद्र अस्पताल, अनाज मंडी, स्मृति वन और विभिन्न डीडीए हाउसिंग प्रोजेक्‍ट्स हैं. इस मेट्रो कॉरिडोर के न‍िर्माण से यह सभी संस्थानों और हाउसिंग कॉलोनियों की अन्य हिस्सों से सीधे कनेक्टिविटी बन जाएगी.

2028 तक दैनिक सवारियों की संख्या 1.26 लाख

इसी प्रकार रोहिणी सब-स‍िटी में स्‍थ‍ित सेक्टर-36 में हेलीपोर्ट, राजीव गांधी कैंसर संस्थान और अनुसंधान केंद्र, एंबियंस मॉल, स्वर्ण जयंती पार्क, सेक्टर-14 में स्पोर्ट कॉम्प्लेक्स, रोहिणी ड‍ि स्‍ट्र‍िक्‍ट कोर्ट कॉम्‍प्‍लेक्‍स और फोरेंसिक साइंस लेबोरेट्री नए मेट्रो कॉर‍िडोर के न‍िर्माण के बाद सीधे मेट्रो नेटवर्क से जुड़ेंगे. इस कॉरिडोर के न‍िर्माण से गाजियाबाद (यूपी), दिल्ली और कुंडली (हरियाणा) के बीच निर्बाध 3-राज्य अंतर-कनेक्टिविटी सुनिश्चित करेगा. इसके पूरा होने पर 2028 तक दैनिक सवारियों की संख्या 1.26 लाख और 2055 तक 3.8 लाख होने का अनुमान है.

द‍िल्‍ली मेट्रो के रिठाला-नरेला-कुंडली मेट्रो कॉरिडोर पर मुख्य स्टेशनों में रोहिणी के 7 सेक्टर, बरवाला, सन्‍नोठ, न्यू सन्‍नोठ और नरेला जैसे गांव जेजे कॉलोनी और बवाना में औद्योगिक क्षेत्र के अन्य 2 स्टेशन और नरेला क्षेत्र में 5 स्टेशन शामिल होंगे, जिनमें अनाज मंडी, नरेला डीडीए स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स, नरेला गांव, डिपो स्टेशन और नरेला सेक्टर-5 प्रमुख रूप से शामिल हैं.

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