शक्तिपुर/रायगंज (पश्चिम बंगाल): पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले के रेजीनगर के शक्तिपुर इलाके में रामनवमी जुलूस के दौरान झड़प और हिंसा भड़कने के एक दिन बाद यहां केंद्रीय बलों को तैनात किया गया है. इस सिलसिले में अब तक तीन लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है. वहीं रायगंज में सीएम ममता बनर्जी ने आरोप लगाया कि बीजेपी ने हमला कराया.
बता दें कि कुछ दिन पहले भी चरक पूजा के दौरान शक्तिपुर में तनाव हो गया था जो बुधवार को रामनवमी पर और तेज हो गया. वहीं बाद में रात में स्थिति और बिगड़ गई, जब कांग्रेस नेता और बरहामपुर से लोकसभा उम्मीदवार अधीर चौधरी मुर्शिदाबाद मेडिकल कॉलेज में इलाज करा रहे घायल लोगों से मिलने गए. चौधरी के अस्पताल पहुंचने के बाद लोगों ने 'गो-बैक' के नारे लगाए और कथित तौर पर कांग्रेस और भाजपा कार्यकर्ताओं के बीच झड़प हो गई.
वहीं मुर्शिदाबाद जिला भाजपा अध्यक्ष शखारोव सरकार कथित तौर पर घायल हो गए और उन्होंने चौधरी पर उन्हें धक्का देने का आरोप लगाया. इसी कड़ी में गुरुवार को पुलिस ने पूरे इलाके की घेराबंदी कर दी और केंद्रीय बलों की एक कंपनी यहां पर पहुंच गई. यहां पर सीआरपीसी की धारा 144 के तहत प्रतिबंध लगाए गए हैं. गौरतलब है कि बुधवार को भड़की हिंसा में तीन महिलाओं और दो बच्चों समेत करीब 20 लोग घायल हो गए थे. तीन घायल महिलाओं को रात में मुर्शिदाबाद मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया और एक को गुरुवार सुबह अस्पताल में भर्ती कराया गया. कल रामनवमी जुलूस के दौरान शक्तिपुर में उपद्रवियों ने घरों की छतों से पथराव किया था.
स्थानीय लोगों का आरोप है कि जुलूस पर बम भी फेंके गये. मालदा से लौटते समय चौधरी उनका हाल जानने के लिए सीधे अस्पताल पहुंचे. साथ ही चौधरी ने कहा, 'जब तक मैं जिंदा हूं मुर्शिदाबाद में हिंसा नहीं होने दूंगा. बीजेपी यहां ड्रामा कर रही है. मैं घायलों को देखने आया हूं. जिनके लिए यह घटना हुई, उनसे पूछताछ होनी चाहिए.' जिला भाजपा अध्यक्ष सरकार ने चौधरी पर पिछले कुछ दिनों से भड़काऊ बयान देने का आरोप लगाया. दूसरी तरफ प्रशासन स्थिति पर चुप्पी साधे हुए है और अभी तक कोई बयान जारी नहीं किया गया है.
बताया जाता है कि शक्तिपुर के अलावा माणिक्यहार इलाके में जुलूस के दौरान कुछ छिटपुट घटनाएं हुईं. इसी तरह कुछ दिन पहले कामनगर में शिव पूजा के दौरान हिंसा के आरोप लगे थे और इलाके में धारा 144 लगा दी गई थी. घटना के बाद मुर्शिदाबाद के डीआइजी मुकेश कुमारप का तबादला कर दिया गया. इससे पहले उत्तर बंगाल में पार्टी की एक बैठक को संबोधित करते हुए ममता बनर्जी ने चेतावनी दी थी कि अगर पुलिस अधिकारियों के तबादले के कारण कानून-व्यवस्था की समस्या पैदा होती है, तो इसकी जिम्मेदारी चुनाव आयोग पर होगी. पिछले साल हुगली के रिशरा और हावड़ा के शिबपुर में रामनवमी के दौरान इसी तरह की हिंसा देखी गई थी.
ममता बनर्जी का आरोप, बीजेपी ने कराया हमला
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने दावा किया कि मुर्शिदाबाद की घटना पूर्व नियोजित थी और आरोप लगाया कि भाजपा नेताओं ने इस घटना को अंजाम दिया है. तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ने चुनाव आयोग पर भी उंगली उठाई. रायगंज में ममता बनर्जी ने बीजेपी को चुनौती देते हुए कहा, 'परसों घटना किसने की? मैं चुनौती देती हूं कि बीजेपी ने ये किया है. हथियारों के साथ रामनवमी का जुलूस निकालने का अधिकार किसने दिया? मां दुर्गा को भी नहीं. 19 लोग घायल हुए.एक विशेष समुदाय के लोगों पर हमला किया गया.'
मुख्यमंत्री ने अपने मोबाइल फोन पर शक्तिपुर में घायल व्यक्ति की तस्वीर दिखाते हुए कहा कि मैं आपको सबूत के साथ बता रही हूं कि जो झूठ बोल रहे हैं उन्हें देखा जाना चाहिए. आपने हमला किया, आपने पीटा, बीजेपी विधायक पर हमला हुआ, उन्हें गिरफ्तार क्यों नहीं किया जाना चाहिए! मुर्शिदाबाद के डीआइजी के तबादले को लेकर तृणमूल नेता ने चुनाव आयोग पर हमला बोला. उन्होंने कहा,'जो व्यक्ति जिले को अच्छी तरह जानता था, उसका उसी दिन तबादला कर दिया गया? उस दिन कोई चुनाव नहीं था.'
ये भी पढ़ें - बंगाल में रामनवमी पर हिंसा, मुर्शिदाबाद में जुलूस पर बम और पत्थर से हमला, 20 लोग घायल