नई दिल्ली : दिल्ली में रायसीना डायलॉग के मौके पर चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल अनिल चौहान ने मित्र देशों के रक्षा प्रमुखों से मुलाकात की. रक्षा अधिकारियों ने यह जानकारी दी. गुरुवार को हुई बैठक में जनरल चौहान ने अन्य देशों के प्रमुखों के साथ सुरक्षा चुनौतियों और रक्षा सहयोग बढ़ाने पर विचारों का आदान-प्रदान किया. जनरल चौहान के साथ अन्य भारतीय वरिष्ठ रक्षा कर्मी भी मौजूद थे.
इससे पहले गुरुवार को सीडीएस ने फ्रांसीसी नौसेना प्रमुख एडमिरल निकोलस वाउजोर के साथ बैठक की. दोनों प्रमुखों ने आपसी रणनीतिक हित, हिंद महासागर क्षेत्र में सुरक्षा चुनौतियों और समुद्री सहयोग को आगे बढ़ाने के मुद्दों पर चर्चा की. दोनों पक्षों ने देशों के बीच द्विपक्षीय रक्षा सहयोग में महत्वपूर्ण प्रगति की पुष्टि की.
एक्स पर एक पोस्ट में, मुख्यालय इंटीग्रेटेड डिफेंस स्टाफ ने कहा कि फ्रांसीसी चीफ ऑफ नेवल स्टाफ एडमिरल निकोलस वाउजोर ने सीडीएस इंडिया जनरल अनिल चौहान से मुलाकात की. आपसी रणनीतिक हित, आईओआर और सुरक्षा चुनौतियों और समुद्री सहयोग को आगे बढ़ाने के मुद्दों पर चर्चा हुई. उन्होंने लिखा कि दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय रक्षासहयोग में महत्वपूर्ण प्रगति की विधिवत पुष्टि की गई.
रायसीना डायलॉग भू-राजनीति और भू-अर्थशास्त्र पर भारत का प्रमुख सम्मेलन है, जो वैश्विक समुदाय के सामने आने वाले सबसे चुनौतीपूर्ण मुद्दों को संबोधित करने के लिए प्रतिबद्ध है. रायसीना डायलॉग का नौवां संस्करण 21-23 फरवरी तक दिल्ली में आयोजित किया जा रहा है.
ग्रीक प्रधान मंत्री किरियाकोस मित्सोटाकिस शिखर सम्मेलन के मुख्य अतिथि और मुख्य वक्ता हैं. उन्होंने बुधवार शाम यहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ रायसीना डायलॉग का उद्घाटन किया. इसका आयोजन विदेश मंत्रालय ऑब्जर्वर रिसर्च फाउंडेशन के सहयोग से कर रहा है.
रायसीना डायलॉग में 100 से अधिक देशों के मंत्री, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार, वरिष्ठ अधिकारी और उद्योग, प्रौद्योगिकी, वित्त और अन्य क्षेत्रों के प्रतिनिधि भाग ले रहे हैं. विदेश मंत्रालय के अनुसार रायसीना डायलॉग के विषयगत स्तंभ हैं - 'टेक फ्रंटियर्स: विनियम और वास्तविकताएं, धरती पर शांति: निवेश और नवाचार, युद्ध और शांति: शस्त्रागार और विषमताएं, उपनिवेशवाद को खत्म करना : संस्थान और समावेशन, पोस्ट- 2030 एजेंडा: लोग और प्रगति.