हजारीबागः नीट पेपर लीक मामले में हजारीबाग इन दिनों जांच का केंद्र बिंदु बना हुआ है. सीबीआई की टीम ने मंगलवार को एक बार फिर हजारीबाग के कटकमदाग थाना क्षेत्र के रामनगर स्थित राज गेस्ट हाउस में छापेमारी की. जांच के बाद गेस्ट हाउस को सील कर दिया गया है. साथ ही गेस्ट हाउस के बाहर नोटिस भी चस्पा किया गया है. नोटिस में सीबीआई के इंस्पेक्टर तरुण गौर के हस्ताक्षर हैं. एफआईआर नंबर आरसी 221/2024/E0006 के तहत कार्रवाई की गई है.
जांच में सीबीआई टीम के हाथ लगे अहम दस्तावेज
इसके पूर्व सीबीआई की टीम ने लगभग डेढ़ से 2 घंटे तक राज गेस्ट हाउस में जांच-पड़ताल की. टीम में एक फोटोग्राफर भी साथ था. सूत्रों के अनुसार जांच के दौरान कुछ अहम दस्तावेज भी सीबीआई के हाथ लगे हैं. बताया जाता है कि बीते दिनों सीबीआई ने राजकुमार उर्फ राजू सिंह को पूछताछ के दौरान हिरासत में लिया है. उसकी निशानदेही पर कुछ अहम जानकारी सीबीआई को मिली है.
तीन दिनों से लगातार हजारीबाग में जांच कर रही सीबीआई
सीबीआई की टीम हजारीबाग में पिछले तीन दिनों से कैंप कर रही है. हर एक ऑपरेशन में अलग गाड़ी का उपयोग किया जा रहा है.सभी गाड़ी पर हजारीबाग के नंबर हैं. ऐसे में यह स्पष्ट हो रहा है कि बेहद गोपनीय ढंग से कई महत्वपूर्ण बिंदुओं पर सीबीआई जांच कर रही है और परत दर परत कुछ अहम जानकारी भी सीबीआई को मिल रही है.
हजारीबाग का रामनगर इलाका ग्रामीण क्षेत्र से सटा हुआ है. इस गेस्ट हाउस में शादी समेत कई कार्यक्रम का आयोजन होता है. बताया जाता है कि पिछले दिनों दो संदिग्ध की निशानदेही पर इस गेस्ट हाउस में छापेमारी की गई थी .अभी भी राजकुमार उर्फ राजू सीबीआई की हिरासत में है.
दूसरी बार राज गेस्ट हाउस में सीबीआई ने की छापेमारी
सोमवार को भी सीबीआई की टीम राज गेस्ट हाउस पहुंची थी. देर शाम पहुंचने के बाद कुछ जानकारी इकट्ठा करके टीम यहां से निकल गई थी. फिर से 12 घंटे के अंदर दूसरी बार सीबीआई टीम छापेमारी करने गेस्ट हाउस पहुंची थी.
जांच के बाद गेस्ट हाउस को सीबीआई ने किया सील
जांच के बाद सीबीआई ने राज गेस्ट हाउस को सील कर दिया है. वहीं जांच के दौरान किसी भी व्यक्ति को अंदर जाने की इजाजत नहीं थी. सीबीआई टीम के साथ स्थानीय दीपक सिंह उर्फ दीपू सिंह नजर आया था. दीपू सिंह राजकुमार उर्फ राजू सिंह का नजदीकी माना जाता है.वह कदमा का रहने वाला है.
जब मीडिया से उलझे आरोपी के करीबी
सीबीआई जब इस मामले की जांच में स्थानीय दीपक सिंह उर्फ दीपू सिंह को अपने साथ रखी थी. दीपू सिंह, राजकुमार उर्फ राजू सिंह के नजदीकी माने जाते हैं, जो कदमा के ही रहने वाले हैं. सीबीआई जब इस मामले की जांच कर बाहर निकली तो दीपू सिंह मीडियाकर्मियों के साथ उलझ गए और हाथापाई तक करने लगे. दीपू सिंह ने समाचार संकलन के दौरान भारी विरोध किया. इसके साथ ही साथ अभद्र भाषा का भी उपयोग किया. इसको लेकर स्थानीय पत्रकारों ने लिखित आवेदन भी कटकमदाग थाना में दिया है और इस मामले पर कार्रवाई करने की मांग की है.
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