कोलकाता: सीबीआई ने शुक्रवार को पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले के संदेशखाली में छापेमारी की. गिरफ्तार टीएमसी नेता शेख शाहजहां के एक रिश्तेदार के आवास पर छापेमारी में भारी मात्रा में हथियार और विस्फोटक जब्त किए गए. सीबीआई ने शाहजहां के 'करीबी मददगार' करीम मियां समेत दो लोगों को हिरासत में लिया है और दोनों से पूछताछ कर रही है. वहीं, विस्फोटक मिलने के बाद राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (एनएसजी) के बम निरोधक दस्ते को भी मौके पर बुलाया गया. माना जा रहा है कि एनएसजी हथियारों और विस्फोटक की जांच के लिए बुलाया गया.
सूत्रों ने कहा कि सीबीआई को शाहजहां के रिश्तेदार करीम मियां के आवास पर हथियारों और कच्चे बमों के जखीरे के बारे में सूचना मिली थी. शुक्रवार सुबह ही सीबीआई की टीम ने केंद्रीय सुरक्षा बलों के जवानों के साथ मछलीपालन फार्म के भीतर स्थित आवास पर छापा मारा. सीबीआई सूत्रों के मुताबिक, अब तक 12 से ज्यादा हथियार बरामद किए जा चुके हैं. जिनमें से अधिकांश विदेश निर्मित हैं. हालांकि सीबीआई ने अभी हथियारों बारे में कुछ भी खुलासा नहीं किया है.
करीम मियां भी टीएमसी से जुड़ा हुआ है. सीबीआई की टीम ने लंबे समय तक उसके आवास की तलाशी ली. फिलहाल मामले की जांच जारी है. संदेह जताया गया है कि लोकसभा चुनाव में मतदान के दिन इस्तेमाल के लिए हथियारों, विस्फोटक और देसी बम रखे गए थे. सूत्रों ने कहा, शाहजहां की गिरफ्तारी और संदेशखाली में केंद्रीय जांच एजेंसी के अधिकारियों और केंद्रीय सुरक्षा बलों की तैनाती के कारण आरोपी इन हथियारों को ठिकाने नहीं लगा सके. वहीं, सीबीआई के साथ केंद्रीय सुरक्षा बलों के जवानों की संख्या भी बढ़ा दी गई है.
सीबीआई जांच के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट पहुंची बंगाल सरकार
इधर, पश्चिम बंगाल की ममता सरकार संदेशखाली मामले में सीबीआई की जांच के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट पहुंची है. ममता सरकार ने सीबीआई को संदेशखाली मामले की जांच सौंपने के कलकत्ता हाईकोर्ट के आदेश को चुनौती दी है. 29 अप्रैल को सुप्रीम कोर्ट में बंगाल सरकार की याचिका को सुनावई होगी.
भाजपा ने हथियारों को रखने पर उठाए सवाल
सीबीआई की छापेमारी में हथियारों का जखीरा बरामद होने पर पश्चिम बंगाल भाजपा के प्रमुख सुकांत मजूमदार ने कहा कि संदेशखाली की स्थिति खतरनाक होती जा रही है. पहले महिलाओं के साथ दुष्कर्म की घटनाएं हुईं. फिर वहां ड्रग रैकेट सामने आया और अब हमें हथियार बरामद होने की खबर मिल रही है. उन्होंने कहा कि जानकारी के अनुसार बरामद किए गए अधिकांश हथियार विदेश निर्मित हैं. गंभीर सवाल यह है कि हथियारों को वहां क्यों रखा गया था?...सभी एजेंसियों को इसकी जांच करनी चाहिए.
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