नई दिल्लीः CBI ने लैंड फॉर जॉब मामले में बुधवार को दिल्ली के राऊज एवेन्यू कोर्ट में तीसरी पूरक चार्जशीट दाखिल की है. इसमें RJD सुप्रीमो लालू यादव के करीबी भोला यादव और नौकरी पाने वाले दो अभ्यर्थियों अशोक कुमार और बबीता को आरोपी बनाया गया है. इस मामले पर कोर्ट ने 14 मार्च को सुनवाई करेगी.
पूरक चार्जशीट में कहा गया है कि भोला यादव पूर्व रेलमंत्री लालू यादव के सचिव रह चुके हैं और वही सभी काम देखते थे. भोला यादव ही अफसरों को निर्देश देते थे. जांच एजेंसी ने इस संबंध में भोला यादव के कंप्यूटर से दस्तावेज हासिल किए हैं. इससे पहले 27 फरवरी को CBI ने कोर्ट से कहा था कि वो इस मामले में दस दिनों के अंदर पूरक चार्जशीट दाखिल करेगी. इस मामले में भोला यादव और हृदयानंद चौधरी को गिरफ्तार किया गया था. भोला यादव 2004 से 2009 तक लालू यादव के ओएसडी रहे थे.
लैंड फॉर जॉब घोटाला लालू यादव के रेल मंत्री रहने के दौरान का है. भोला यादव को ही इस घोटाले का मास्टरमाइंड माना जा रहा है. आरोप है कि लालू यादव के रेल मंत्री रहते नौकरी के बदले जमीन देने के लिए कहा जाता था. यह काम उनको ही सौंपा गया था. भोला यादव 2015 के बिहार विधानसभा चुनाव में बहादुरपुर सीट से विधायक चुने गए थे.
कोर्ट ने 4 अक्टूबर 2023 को इस मामले में तेजस्वी यादव, लालू प्रसाद यादव और राबड़ी देवी को जमानत दी थी. कोर्ट ने 22 सितंबर 2023 को सीबीआई की ओर से दाखिल दूसरी चार्जशीट पर संज्ञान लिया था. 3 जुलाई 2023 को सीबीआई ने पूरक चार्जशीट दाखिल की थी. चार्जशीट में बिहार के पूर्व उप-मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव को आरोपी बनाया गया है. लालू यादव और राबड़ी देवी के खिलाफ पहले ही चार्जशीट दाखिल हो चुकी है.
बता दें, CBI ने मई 2023 में इस मामले में लालू यादव के परिजनों से जुड़े 17 ठिकानों पर छापेमारी की थी. सीबीआई ने लालू यादव, उनकी पत्नी राबड़ी देवी और बेटी मीसा भारती के पटना, गोपालगंज और दिल्ली स्थित ठिकानों पर छापेमारी की थी.
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